अनुप्रिया के पर कतरने के लिए नीतीश से हाथ मिलाएगा अपना दल!
यूपी में 2017 में होने जा रहे विधानसभा के चुनाव से पहले नीतीश कुमार की पार्टी जनता दल यूनाइटेड और अपना दल के बीच गठबंधन संभव हो सकता है.
खुद को अपना दल का असली उत्तराधिकारी बताने वाली सोनेलाल पटेल की पत्नी कृष्णा पटेल की बेटी पल्लवी पटेल ने नीतीश कुमार की जमकर तारीफ की है. कृष्णा पटेल और पल्लवी की इसी साल जनवरी में दिल्ली में नीतीश कुमार से मुलाकात भी हुई थी.
बता दें कि बेटी अनुप्रिया पटेल के मंत्री बनने से उनकी मां और अपना दल की अध्यक्ष कृष्णा पटेल इस कदर नाराज़ हैं कि वह मंत्री बिटिया को पटखनी देने के लिए अब बिहार के सीएम नीतीश कुमार से समझौता करने का मन बना रही हैं.
अपना दल की राष्ट्रीय अध्यक्ष कृष्णा पटेल ने लखनऊ में कहा कि जब शुरू में एनडीए के साथ गठबंधन हुआ था तो हमारे रिश्ते बहुत अच्छे थे, लेकिन मोदी ने हमलोगों के साथ विश्वासघात किया. इसलिए हमलोगों के संबंध अब मोदी से नहीं है. हमलोग गठबंधन तोड़ रहे हैं.
अपना दल की उपाध्यक्ष पल्लवी पटेल ने कहा कि ऐसा नहीं है कि नीतीश जी पहली बार यूपी में रैली कर रह रहें हैं. इससे पहले भी नीतीश जी पार्टी के संस्थापक स्वर्गीय सोनेलाल पटेल जी के साथ मंच साझा कर चुके है. उनको पता है कि अपना दल की ताकत जमीनी तौर पर कितनी मजबूत है. ये गठबंधन काफी बेहतर साबित हो सकता है. इस गठबंधन पर फैसला नीतीश जी को लेना है.
सूत्रों की मानें तो यूपी विधानसभा चुनाव के लिए अपना दल और नीतीश की पार्टी जेडीयू के बीच गठबंधन का औपचारिक एलान अगस्त महीने में होने की उम्मीद है. दोनों पार्टियां आपस में मिलकर कांग्रेस से भी तालमेल कर बिहार की तर्ज पर महागठबंधन भी खड़ा करने की तैयारी में है.
खुद को अपना दल का असली उत्तराधिकारी बताने वाली सोनेलाल पटेल की पत्नी कृष्णा पटेल की बेटी पल्लवी पटेल ने नीतीश कुमार की जमकर तारीफ की है. कृष्णा पटेल और पल्लवी की इसी साल जनवरी में दिल्ली में नीतीश कुमार से मुलाकात भी हुई थी.
बता दें कि बेटी अनुप्रिया पटेल के मंत्री बनने से उनकी मां और अपना दल की अध्यक्ष कृष्णा पटेल इस कदर नाराज़ हैं कि वह मंत्री बिटिया को पटखनी देने के लिए अब बिहार के सीएम नीतीश कुमार से समझौता करने का मन बना रही हैं.
अपना दल की राष्ट्रीय अध्यक्ष कृष्णा पटेल ने लखनऊ में कहा कि जब शुरू में एनडीए के साथ गठबंधन हुआ था तो हमारे रिश्ते बहुत अच्छे थे, लेकिन मोदी ने हमलोगों के साथ विश्वासघात किया. इसलिए हमलोगों के संबंध अब मोदी से नहीं है. हमलोग गठबंधन तोड़ रहे हैं.
अपना दल की उपाध्यक्ष पल्लवी पटेल ने कहा कि ऐसा नहीं है कि नीतीश जी पहली बार यूपी में रैली कर रह रहें हैं. इससे पहले भी नीतीश जी पार्टी के संस्थापक स्वर्गीय सोनेलाल पटेल जी के साथ मंच साझा कर चुके है. उनको पता है कि अपना दल की ताकत जमीनी तौर पर कितनी मजबूत है. ये गठबंधन काफी बेहतर साबित हो सकता है. इस गठबंधन पर फैसला नीतीश जी को लेना है.
सूत्रों की मानें तो यूपी विधानसभा चुनाव के लिए अपना दल और नीतीश की पार्टी जेडीयू के बीच गठबंधन का औपचारिक एलान अगस्त महीने में होने की उम्मीद है. दोनों पार्टियां आपस में मिलकर कांग्रेस से भी तालमेल कर बिहार की तर्ज पर महागठबंधन भी खड़ा करने की तैयारी में है.
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