मिशन 2017- चुनावी राह आसान बनाने को निकलेंगे अभियान पर मथेंगे यूपी
विदेश से लौटने के बाद मुख्यमंत्री अखिलेश यादव अपने चुनावी मिशन में लगने जा रहे हैं। उनका पूरा जोर पहले से चल रहे बड़े प्रोजेक्ट्स को वक्त से पूरा कराने पर है तो दूसरी ओर वह सपा की चुनावी राह आसान बनाने को भी अभियान पर निकलने जा रहे हैं।
जिलों में विकास परियोजनाओं का लोकार्पण का अभियान अब और तेज होता जाएगा। यह चुनाव की डुगडुगी बजने तक जारी रहेगा। यही नहीं भाजपा व बसपा के हमले का जवाब देने की भी तैयारी हो रही है। अखिलेश यादव समाजवादी क्रांति विकास रथ यात्र के जरिए पूरे सूबे को मथने के लिए निकलेंगे।
इसके लिए वह युवा फ्रंटल संगठनों को बड़ी जिम्मेदारी देंगे ताकि रथयात्र के लिए पूरे प्रदेश में उसी तरह माहौल बन सके जैसे 2012 के चुनाव से पहले युवाओं का हुजूम अखिलेश के लिए उमड़ पड़ा था। सपा मुखिया मुलायम सिंह यादव संग अखिलेश यादव एमएलसी व जिला पंचायत अध्यक्षों की भूमिका तय करेंगे। सीएम अब इस महीने 9, 13 व 14 तारीख को पार्टी के एमएलसी, जिला पंचायत अध्यक्ष व फ्रंटल संगठनों से फीडबैक लेकर चुनावी रणनीति को धार देंगे।
10 जुलाई को वह फिरोजाबाद का दौरा करेंगे। वहां एक विद्यालय के शताब्दी समारोह में शामिल होंगे। 11 जुलाई को वह श्रवस्ती जाएंगे जहां मुख्यमंत्री हौसला अभियान की शुरुआत करेंगे। इसके बाद विभिन्न योजनाओं के शिलान्यास व उद्घाटन का सिलसिला शुरू होगा। दूसरी तरफ सीएम का खास फोकस प्रशासनिक मोर्चे पर भी रहेगा। हाल के झंझावतों से उबरने के बाद सीएम अब कानून-व्यवस्था के मसले पर भी सख्त रवैया अपनाने वाले हैं। असल में विरोधी दल इसी मुद्दे को सपा सरकार की कमजोर कड़ी मानकर सरकार व पार्टी पर हमलावर रहते हैं। अब चुनाव से पहले रथ यात्र के जरिए जनता के बीच जाने से पहले सीएम अपना पूरा होमवर्क करना चाहते हैं।
जिलों में विकास परियोजनाओं का लोकार्पण का अभियान अब और तेज होता जाएगा। यह चुनाव की डुगडुगी बजने तक जारी रहेगा। यही नहीं भाजपा व बसपा के हमले का जवाब देने की भी तैयारी हो रही है। अखिलेश यादव समाजवादी क्रांति विकास रथ यात्र के जरिए पूरे सूबे को मथने के लिए निकलेंगे।
इसके लिए वह युवा फ्रंटल संगठनों को बड़ी जिम्मेदारी देंगे ताकि रथयात्र के लिए पूरे प्रदेश में उसी तरह माहौल बन सके जैसे 2012 के चुनाव से पहले युवाओं का हुजूम अखिलेश के लिए उमड़ पड़ा था। सपा मुखिया मुलायम सिंह यादव संग अखिलेश यादव एमएलसी व जिला पंचायत अध्यक्षों की भूमिका तय करेंगे। सीएम अब इस महीने 9, 13 व 14 तारीख को पार्टी के एमएलसी, जिला पंचायत अध्यक्ष व फ्रंटल संगठनों से फीडबैक लेकर चुनावी रणनीति को धार देंगे।
10 जुलाई को वह फिरोजाबाद का दौरा करेंगे। वहां एक विद्यालय के शताब्दी समारोह में शामिल होंगे। 11 जुलाई को वह श्रवस्ती जाएंगे जहां मुख्यमंत्री हौसला अभियान की शुरुआत करेंगे। इसके बाद विभिन्न योजनाओं के शिलान्यास व उद्घाटन का सिलसिला शुरू होगा। दूसरी तरफ सीएम का खास फोकस प्रशासनिक मोर्चे पर भी रहेगा। हाल के झंझावतों से उबरने के बाद सीएम अब कानून-व्यवस्था के मसले पर भी सख्त रवैया अपनाने वाले हैं। असल में विरोधी दल इसी मुद्दे को सपा सरकार की कमजोर कड़ी मानकर सरकार व पार्टी पर हमलावर रहते हैं। अब चुनाव से पहले रथ यात्र के जरिए जनता के बीच जाने से पहले सीएम अपना पूरा होमवर्क करना चाहते हैं।
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