लंबी छलांग लगाने के लिए दो कदम पीछे जाना पड़ता है : सीएम अखिलेश
लंबी छलांग लगाने के लिए दो कदम पीछे जाना पड़ता है, पीछे जाकर आगे आने में ही लंबा जंप लिया जा सकता है। मंत्री बलराम यादव को बर्खास्त करके फिर मंत्री बनाने के सवाल पर मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने ये जवाब दिया। सीएम अखिलेश लखनऊ में हुए एक कार्यक्रम के दौरान बोल रहे थे। इस कार्यक्रम में उन्होंने कई ज्वलंत मुद्दों पर खुलकर जवाब दिए।
मुख्तार अंसारी की पार्टी में विलय को लेकर घरवालों के साथ हुए मतभेद के सवाल पर मुख्यमंत्री ने जवाब दिया, कई लोगों ने ये तक कहा कि सीएम को हाईलाइट करने के लिए घरवालों ने मुख्तार वाला ड्रामा किया। इस मामले में अब नुकसान हमारा हो रहा है हम करें क्या?
हालांकि सोमवार को अखिलेश के नए मंत्रियों के शपथग्रहण समारोह में शिवपाल यादव क्यों नहीं पहुंचे, इस सवाल को वह टाल गए। बातों-बातों में उन्होंने ये भी कहा कि चीफ सेक्रेटरी आलोक रंजन को सेवा विस्तार नहीं चाहिए। बता दें कि मुख्य सचिव का कार्यकाल 30 जून को पूरा हो रहा है। नए चीफ सेक्रेट्री को लेकर गहमागहमी चल रही है।
सीएम से पूछा गया कि उनकी सरकार पर आरोप लग रहे हैं कि उन्होंने कानून का यादवीकरण कर दिया है। इस पर उन्होंने कहा कि आरोप लगाना आसान है। उन्होंने कहा कि किसी के साथ भी अन्याय हुआ और हम तक सूचना पहुंची तो हमने जरूर न्याय किया।
मुख्तार अंसारी की पार्टी में विलय को लेकर घरवालों के साथ हुए मतभेद के सवाल पर मुख्यमंत्री ने जवाब दिया, कई लोगों ने ये तक कहा कि सीएम को हाईलाइट करने के लिए घरवालों ने मुख्तार वाला ड्रामा किया। इस मामले में अब नुकसान हमारा हो रहा है हम करें क्या?
हालांकि सोमवार को अखिलेश के नए मंत्रियों के शपथग्रहण समारोह में शिवपाल यादव क्यों नहीं पहुंचे, इस सवाल को वह टाल गए। बातों-बातों में उन्होंने ये भी कहा कि चीफ सेक्रेटरी आलोक रंजन को सेवा विस्तार नहीं चाहिए। बता दें कि मुख्य सचिव का कार्यकाल 30 जून को पूरा हो रहा है। नए चीफ सेक्रेट्री को लेकर गहमागहमी चल रही है।
सीएम से पूछा गया कि उनकी सरकार पर आरोप लग रहे हैं कि उन्होंने कानून का यादवीकरण कर दिया है। इस पर उन्होंने कहा कि आरोप लगाना आसान है। उन्होंने कहा कि किसी के साथ भी अन्याय हुआ और हम तक सूचना पहुंची तो हमने जरूर न्याय किया।
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