Home > राज्य > उत्तर प्रदेश > स्वामी BJP के साथ मिलकर UP में खिलाएंगे कमल, शाह ने ऐसा कौन सा तोहफा कमिट किया
स्वामी BJP के साथ मिलकर UP में खिलाएंगे कमल, शाह ने ऐसा कौन सा तोहफा कमिट किया
नई दिल्ली : स्वामी प्रसाद मोर्या ने अब कमल का फूल अपनाने का मन बना लिया है. जिसके चलते मोर्या शुक्रवार को दिल्ली में बीजेपी नेताओं से मिलने के लिए यहां पहुंचे. जानकर सूत्रों के मुताबिक कुछ देर बाद उनकी बीजेपी के बड़े नेताओं के साथ बैठक होने जा रही है. समझा जाता है कि इस बैठक में उन्हें यह बता दिया जायेगा की उन्हें कब पार्टी की सदस्यता दिलाई जाएगी.
सत्ता के गलियारों में भी यही बात कही जा रही थी कि मोर्या सपा में शामिल होंगे. यहां तक यूपी के सीएम अखिलेश ने भी पत्रकारों के पूछे जाने पर मुस्करा कर कहा था. उनका स्वागत है. अखिलेश के इस जवाब के बाद तो यह माना जाने लगा की 27 को सरकार के हो रहे केबिनेट विस्तार में उन्हें भी मंत्री पद की शपथ दिल दी जाएगी.
सपा में ना जाने की स्थिति साफ
लेकिन गुरुवार को स्वामी प्रसाद मोर्या ने सपा को गुंडों की पार्टी और शुक्रवार को सपा नेता शिवपाल सिंह यादव ने कानपुर में यह बयान दे दिया कि उनका मानसिक संतुलन ठीक नहीं है. फिलहाल वार पर हुए इस पलटवार बयानों ने यह बात साफ कर दी है कि स्वामी प्रसाद मोर्या सपा में नहीं जा रहे हैं. इस बीच यह खबर मिली की स्वामी प्रसाद मोर्या दिल्ली में बीजेपी नेताओं से मुलाकात करने के लिए पहुंच चुके है. समझा जाता है कि बीजेपी के शीर्ष नेताओं से बात करने के बाद हाथी की सवारी छोड़कर आये स्वामी प्रसाद मोर्या बीजेपी के कमल के फूल को यूपी की जनता के बीच खिलायेंगे.
BJP को सबसे अधिक खतरा BSP से
सूत्रों के मुताबिक स्वामी प्रसाद को बीजेपी में बड़े पद पर बैठाया जायेगा. दरअसल यूपी में अपनी खोई हुई ताकत को फिर से हासिल करने के लिए बीजेपी ने साल 2017 के विधानसभा चुनाव को लेकर एड़ी-चोंटी एक कर दी है. और वह किसी भी हालत में इस चुनाव को अपने हाथ से निकलने नहीं देना चाहती.यही नहीं उसको सबसे अधिक खतरा बसपा से ही लग रहा है.
स्वामी BJP के साथ मिलकर UP में खिलाएंगे कमल
जिसके चलते ही बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह ने पिछले कुछ महीनों में हुई गुपचुप बैठकों में उन्हें ऐसा तोहफा देने कि बात कही कि वह उस बहनजी को छोड़कर आने पर मजबूर हो गए. जिसके साथ मिलकर उन्होंने 20 साल अपना राजनीतिक करियर का सफर तय किया. बहरहाल इतना तो तय हो चुका है कि हाथी की सवारी छोड़कर स्वामी प्रसाद मोर्या अब यूपी में बीजेपी के साथ मिलकर कमल का फूल खिलायेंगे.
सत्ता के गलियारों में भी यही बात कही जा रही थी कि मोर्या सपा में शामिल होंगे. यहां तक यूपी के सीएम अखिलेश ने भी पत्रकारों के पूछे जाने पर मुस्करा कर कहा था. उनका स्वागत है. अखिलेश के इस जवाब के बाद तो यह माना जाने लगा की 27 को सरकार के हो रहे केबिनेट विस्तार में उन्हें भी मंत्री पद की शपथ दिल दी जाएगी.
सपा में ना जाने की स्थिति साफ
लेकिन गुरुवार को स्वामी प्रसाद मोर्या ने सपा को गुंडों की पार्टी और शुक्रवार को सपा नेता शिवपाल सिंह यादव ने कानपुर में यह बयान दे दिया कि उनका मानसिक संतुलन ठीक नहीं है. फिलहाल वार पर हुए इस पलटवार बयानों ने यह बात साफ कर दी है कि स्वामी प्रसाद मोर्या सपा में नहीं जा रहे हैं. इस बीच यह खबर मिली की स्वामी प्रसाद मोर्या दिल्ली में बीजेपी नेताओं से मुलाकात करने के लिए पहुंच चुके है. समझा जाता है कि बीजेपी के शीर्ष नेताओं से बात करने के बाद हाथी की सवारी छोड़कर आये स्वामी प्रसाद मोर्या बीजेपी के कमल के फूल को यूपी की जनता के बीच खिलायेंगे.
BJP को सबसे अधिक खतरा BSP से
सूत्रों के मुताबिक स्वामी प्रसाद को बीजेपी में बड़े पद पर बैठाया जायेगा. दरअसल यूपी में अपनी खोई हुई ताकत को फिर से हासिल करने के लिए बीजेपी ने साल 2017 के विधानसभा चुनाव को लेकर एड़ी-चोंटी एक कर दी है. और वह किसी भी हालत में इस चुनाव को अपने हाथ से निकलने नहीं देना चाहती.यही नहीं उसको सबसे अधिक खतरा बसपा से ही लग रहा है.
स्वामी BJP के साथ मिलकर UP में खिलाएंगे कमल
जिसके चलते ही बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह ने पिछले कुछ महीनों में हुई गुपचुप बैठकों में उन्हें ऐसा तोहफा देने कि बात कही कि वह उस बहनजी को छोड़कर आने पर मजबूर हो गए. जिसके साथ मिलकर उन्होंने 20 साल अपना राजनीतिक करियर का सफर तय किया. बहरहाल इतना तो तय हो चुका है कि हाथी की सवारी छोड़कर स्वामी प्रसाद मोर्या अब यूपी में बीजेपी के साथ मिलकर कमल का फूल खिलायेंगे.
Next Story