टॉपर्स घोटाले का सरगना लालेकेश्वर पत्नी संग वाराणसी से गिरफ्तार
लखनऊ : बिहार में इंटर रिजल्ट घोटाले का मुख्य आरोपी बिहार विद्यालय परीक्षा समिति के पूर्व अध्यक्ष लालकेश्वर प्रसाद और उसकी पत्नी जेडीयू की पूर्व विधायक ऊषा सिन्हा को आज बिहार पुलिस की एसआइटी ने वाराणसी पुलिस की मदद से गिरफ्तार कर दिया। यह दोनों अपने सहयोगी तथा इस घोटाले के आरोपी प्रभात जायसवाल के साथ भेलुपूर के शिवाला क्षेत्र के छोटे होटल में थे।
तीनों यहां फरारी के बाद से ही स्थान बदल बदल कर कभी बिहार तो कभ उत्तर प्रदेश में अपना ठिकाना बना रहे थे। बिहार पुलिस की एसआइटी लालकेश्वर प्रसाद और ऊषा सिन्हा की सरगर्मी से तलाश कर रही थी।
उनके उत्तर प्रदेश खासकर वाराणसी में छिपे होने के पुख्ता सुबूत मिलने के बाद टीम यहां तीन दिनों से डेरा डाले हुए थी और स्थानीय पुलिस की मदद से दोनों की तलाश कर रही थी।
आज सुबह लालकेश्वर अपनी पत्नी व मामले में एक अन्य आरोपी के साथ शिवाला के एक होटल से निकलकर कार से भेलुपूर में एक आश्रम में जाने की तैयारी कर रहे थे। इसी दौरान एसआइटी व बनारस के क्राइम ब्रांच ने उन्हें धर दबोचा।
बीमार होने का कर रहा है नाटक
गिरफ्तारी के बाद तीनों आरोपियों को किसी गोपनीय स्थान पर ले जाया गया, जहां उनसे गहन पूछताछ के बाद उन्हें भेलुपूर थाना लाया गया है।
थाना में लालकेश्वर गंभीर रूप से बीमार होने का नाटक कर रहा है। उसके मुताबिक वह हार्ट का पेशेंट है और उससे बैठा नही जा रहा है। वह थाने में लेटकर ही पुलिस से बातें कर रहा हैैै।
बिहार ले जाने की तैयारी
पुलिस उसे अब यहां कोर्ट में पेश करेगी, जहां से वारंट बी के जरिए सभी आरोपियों को बिहार ले जाया जाएगा। सूचना मिली है कि लालकेश्वर व अन्य आरोपियों को बिहार ले जाने के लिए पटना से एक डाक्टर व पुलिस की टीम को भी बुलाया गया है। वह लोग पटना से रवाना हो चुके हैं।
बार बार ठिकाना बदल रहा था लालकेश्वर
बिहार से घोटाला उजागर होने के बाद से फरार लालकेश्वर शातिर अपराधियों की तरह लगातार अपना ठिकाना बदल रहा था। एसआइटी को सबसे पहले उसकी लोकेशन मुगलसराय स्टेशन के इर्द गिर्द मिली थी। टीम ने कई दिनो तक वहां अपनी खोजबीन जारी रखी, पर वह हाथ नहीं आया। बाद में एसआइटी को यह पता चला कि लालकेश्वर नई दिल्ली चला गया।
फिर एक टीम वहां भी उसकी तलाश में भेजी गई। इधर, एसआइटी बनारस में भी अपनी निगाहें गड़ाई हुई थीं। वाराणसी में भी लालकेश्वर लगातार लोकेशन बदल रहा था, इसी कारण उसे दबोचने में दिक्कत पेश आ रही थी। यहां भी कभी उसकी लोकेशन महमूरगंज मिलती तो कभी अस्सी, कभी गोदौलिया तो कभी शिवाला में मिली। आज वह शिवाला में होटल से ही अपना ठिकाना बदलने के फिराक में था कि दबोचा गया।
शराब माफिया से संबंध
अब तक की पड़ताल में जो बातें सामने आई हैं, उसके मुताबिक लालकेश्वर का एक रिश्तेदार महमूरगंज के शीलनगर में रहता है। वह सबसे पहले इसी रिश्तेदार के यहां आया था। इस रिश्तेदार का संबंधी यहां का शराब माफिया है। बताया जाता है लालकेश्वर के छिपने छिपाने का सारा ब्लूप्रिंट वही शराब माफिया तैयार कर रहा था। पुलिस अब उसे भी दबोचने की तैयारी कर रही है।
होगा बड़ा खुलासा
दोनों की गिरफ्तारी के बाद से इस बुहुचर्चित स्कैम से जुड़े सारे तार खुलने के आसार हैं। इससे पहले भी इंटर टॉपर स्कैम में मास्टरमाइंड बच्चा राय समेत लगभग दर्जन भर लोगों को एसआईटी ने गिरफ्तार किया है। बिहार पुलिस की एसआईटी को लालकेश्वर और उषा सिन्हा की सरगर्मी से तलाश थी। पुलिस दोनों की गिरफ्तारी के लिए लगातार छापा मार रही थी।
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