PM मोदी दो साल में एक भी इफ्तार पार्टी में नहीं गए
बरेली. सूचना के अधिकार (RTI) के तहत मिली एक जानकारी से पता चला है कि अपने 2 साल के कार्यकाल के दौरान आए दो रमजान के महीनों में पीएम नरेंद्र मोदी एक भी इफ्तार पार्टी में शरीक नहीं हुए हैं। बरेली में रहने वाले आरटीआई कार्यकर्ता और उपभोक्ता मामलों के वकील मोहम्मद खालिद जिलानी ने यह आरटीआई आवेदन दाखिल किया था। उन्होंने यह जानकारी भी मांगी थी कि क्या PM मोदी ने ईद के मौके पर देशवासियों को बधाई दी है? जिलानी को अभी इसकी जानकारी नहीं मिली है।
खालिद ने एक साल पहले यह RTI आवेदन किया था। इतने समय बाद भी जानकारी नहीं मिलने के कारण जिलानी ने मार्च 2016 में केंद्रीय सूचना आयोग (CIC) में अपील दायर की, लेकिन फिर भी उन्हें अभी तक कोई जवाब नहीं मिला है।
जिलानी ने साल 2014 और 2015 में PM द्वारा शरीक हुए इफ्तार दावतों के बारे में ब्योरा मांगा था। PMO की ओर से मिले जवाब में बताया गया है कि PM अपने अबतक के कार्यकाल में किसी इफ्तार पार्टी में शरीक नहीं हुए हैं। इसी RTI में जिलानी ने यह जानकारी भी मांगी थी कि क्या PM मोदी ने देशवासियों को ईद-उल-फ़ित्र, ईद-उल-अजहा और ईद-ए-मिलाद-उन-नबी की मुबारकबाद दी है।
चौंकाने वाला सच
वह कहते हैं, ‘एक साल पहले मैंने PMO से यह जानकारी मांगी थी, लेकिन जवाब का अभी तक इंतजार है। लगता है प्रधानमंत्री ने इन मौकों पर नागरिकों को कभी बधाई नहीं दी और इसीलिए उनके पास कोई जवाब नहीं है। जिलानी आगे कहते हैं, ‘यह चौंकाने वाली बात है कि अपने 2 साल के कार्यकाल में PM ने ना कोई इफ्तार पार्टी दी और ना ही किसी इफ्तार दावत में शामिल ही हुए।
मोदी ने नहीं दी इफ्तार पार्टी
मालूम हो कि रमजान के महीने में होने वाली इफ्तार दावतें राजनैतिक गलियारों में काफी अहम मानी जाती हैं। मोदी से पूर्व अमूमन सभी प्रधानमंत्रियों द्वारा इफ्तार पार्टी दी जाती थी। ऐसा नहीं करने के लिए मोदी की काफी आलोचना पहले भी हुई है।
राष्ट्रपति की इफ्तार पार्टी में नहीं गए मोदी
साल 2015 में PM राष्ट्रपति की इफ्तार पार्टी में भी नहीं पहुंचे थे। तब PMO ने सफाई देते हुए कहा था मोदी की उत्तर-पूर्व के राज्यों के मुख्यमंत्रियों के साथ मुलाकात थी और इसीलिए वह राष्ट्रपति की इफ्तार पार्टी में नहीं जा सके। 2014 में भी मोदी और उनके कई वरिष्ठ मंत्री राष्ट्रपति भवन की इफ्तार पार्टी में नहीं पहुंचे थे। जिलानी ने RTI में यह भी जानकारी मांगी है कि PM ने किन त्योहारों में देशवासियों को बधाई दी है। इसका भी जवाब अभी तक नहीं मिला है।
खालिद ने एक साल पहले यह RTI आवेदन किया था। इतने समय बाद भी जानकारी नहीं मिलने के कारण जिलानी ने मार्च 2016 में केंद्रीय सूचना आयोग (CIC) में अपील दायर की, लेकिन फिर भी उन्हें अभी तक कोई जवाब नहीं मिला है।
जिलानी ने साल 2014 और 2015 में PM द्वारा शरीक हुए इफ्तार दावतों के बारे में ब्योरा मांगा था। PMO की ओर से मिले जवाब में बताया गया है कि PM अपने अबतक के कार्यकाल में किसी इफ्तार पार्टी में शरीक नहीं हुए हैं। इसी RTI में जिलानी ने यह जानकारी भी मांगी थी कि क्या PM मोदी ने देशवासियों को ईद-उल-फ़ित्र, ईद-उल-अजहा और ईद-ए-मिलाद-उन-नबी की मुबारकबाद दी है।
चौंकाने वाला सच
वह कहते हैं, ‘एक साल पहले मैंने PMO से यह जानकारी मांगी थी, लेकिन जवाब का अभी तक इंतजार है। लगता है प्रधानमंत्री ने इन मौकों पर नागरिकों को कभी बधाई नहीं दी और इसीलिए उनके पास कोई जवाब नहीं है। जिलानी आगे कहते हैं, ‘यह चौंकाने वाली बात है कि अपने 2 साल के कार्यकाल में PM ने ना कोई इफ्तार पार्टी दी और ना ही किसी इफ्तार दावत में शामिल ही हुए।
मोदी ने नहीं दी इफ्तार पार्टी
मालूम हो कि रमजान के महीने में होने वाली इफ्तार दावतें राजनैतिक गलियारों में काफी अहम मानी जाती हैं। मोदी से पूर्व अमूमन सभी प्रधानमंत्रियों द्वारा इफ्तार पार्टी दी जाती थी। ऐसा नहीं करने के लिए मोदी की काफी आलोचना पहले भी हुई है।
राष्ट्रपति की इफ्तार पार्टी में नहीं गए मोदी
साल 2015 में PM राष्ट्रपति की इफ्तार पार्टी में भी नहीं पहुंचे थे। तब PMO ने सफाई देते हुए कहा था मोदी की उत्तर-पूर्व के राज्यों के मुख्यमंत्रियों के साथ मुलाकात थी और इसीलिए वह राष्ट्रपति की इफ्तार पार्टी में नहीं जा सके। 2014 में भी मोदी और उनके कई वरिष्ठ मंत्री राष्ट्रपति भवन की इफ्तार पार्टी में नहीं पहुंचे थे। जिलानी ने RTI में यह भी जानकारी मांगी है कि PM ने किन त्योहारों में देशवासियों को बधाई दी है। इसका भी जवाब अभी तक नहीं मिला है।
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