सरकार-संगठन में जल्द फेरबदल करेगी सपा, कौन बनेगा ?
लखनऊ : राज्यसभा, विधान परिषद चुनाव में सपा के विधायकों की क्रॉस वोटिंग ने सभी उम्मीदवारों की जीत की खुशियों पर भी ‘ग्रहण’ लगा दिया है। संकेत है कि पार्टी भितरघात के कारणों पर जल्द ही मंथन के साथ सरकार व संगठन में फेरबदल करेगी।
वफादारी व भविष्य की आस को आधार बनाकर समायोजन की संभावना है। पार्टी ने विधान परिषद के आठ और राज्यसभा के सभी सात प्रत्याशियों को भले ‘विजयश्री’ दिला ली हो मगर उसके पांच विधायकों ने जिस अंदाज में विपक्षी उम्मीदवारों के नाम पर मुहर लगाई, उससे सपाई रणनीतिकार बेचैन हैं। उसकी बड़ी वजह नजदीक आ रहा विधानसभा-2017 का चुनाव है।
सूत्रों का कहना है कि समाजवादी पार्टी का नेतृत्व अखिलेश यादव के मंत्रिपरिषद में विधान परिषद सदस्यों के स्थान पर एमएलए को शामिल कराने पर गंभीरता से विचार कर रहा है। मंत्रिपरिषद में अभी तीन स्थान रिक्त हैं, जिन्हें भरने की संभावना है।
वफादारी व भविष्य की आस को आधार बनाकर समायोजन की संभावना है। पार्टी ने विधान परिषद के आठ और राज्यसभा के सभी सात प्रत्याशियों को भले ‘विजयश्री’ दिला ली हो मगर उसके पांच विधायकों ने जिस अंदाज में विपक्षी उम्मीदवारों के नाम पर मुहर लगाई, उससे सपाई रणनीतिकार बेचैन हैं। उसकी बड़ी वजह नजदीक आ रहा विधानसभा-2017 का चुनाव है।
सूत्रों का कहना है कि समाजवादी पार्टी का नेतृत्व अखिलेश यादव के मंत्रिपरिषद में विधान परिषद सदस्यों के स्थान पर एमएलए को शामिल कराने पर गंभीरता से विचार कर रहा है। मंत्रिपरिषद में अभी तीन स्थान रिक्त हैं, जिन्हें भरने की संभावना है।
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