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नहीं आए आजम, डेढ़ दर्जन विधायक रहे गैरहाजिर सपा विधायकों ने चुनाव में कभी दगा नहीं किया: मुलायम
सपा मुखिया मुलायम सिंह यादव ने बुधवार को पार्टी विधायकों को एकजुटता का संदेश दिया। कहा, सपा के विधायकों ने कभी चुनावों में दगा नहीं दिया है।
राज्यसभा, विधान परिषद के चुनावों में सपा प्रत्याशियों को हमेशा बढ़त मिली है। इस बार भी सभी प्रत्याशियों की जीत सुनिश्चित करें। सपा ने अपने सभी विधायकों को 11 जून तक लखनऊ में रुकने के निर्देश दिए हैं। सपा विधायकों के लिए हर रोज सपा कार्यालय में डिनर होगा।
राज्यसभा और विधान परिषद चुनाव से पहले सपा के प्रदेश कार्यालय में विधानमंडल दल की बैठक बुलाई गई थी। इसमें मुलायम के साथ ही मुख्यमंत्री अखिलेश यादव, प्रदेश प्रभारी शिवपाल सिंह यादव, अमर सिंह, बेनी प्रसाद वर्मा और कुंवर रेवती रमण सिंह समेत राज्यसभा और विधान परिषद के सभी प्रत्याशी मौजूद थे।
राज्यसभा और विधान परिषद चुनाव से पहले सपा के प्रदेश कार्यालय में विधानमंडल दल की बैठक बुलाई गई थी। इसमें मुलायम के साथ ही मुख्यमंत्री अखिलेश यादव, प्रदेश प्रभारी शिवपाल सिंह यादव, अमर सिंह, बेनी प्रसाद वर्मा और कुंवर रेवती रमण सिंह समेत राज्यसभा और विधान परिषद के सभी प्रत्याशी मौजूद थे।
'कुछ बातों का जवाब चुनाव के बाद देंगे'
मुलायम ने कहा कि सपा हमेशा एकजुट रही है। हमने हमेशा सभी साथियों पर भरोसा किया है। उन्होंने पार्टी की स्थापना से बेनी प्रसाद वर्मा के योगदान का जिक्र किया।
बताया कि संघर्ष के दौर में किस तरह सभी नेताओं का सहयोग मिला। उन्होंने मथुरा, बिसाहड़ा कांड का जिक्र नहीं किया। भाजपा के आरोपों का जवाब नहीं दिया। इतना जरूर कहा कि कुछ बातों का चुनाव के बाद जवाब देंगे।
गलत वोट पड़ जाए तो दूसरा बैलेट पेपर लेना
विधान परिषद अध्यक्ष माता प्रसाद पांडेय ने कहा कि किसी भी विधायक का वोट कैंसिल नहीं होना चाहिए। यदि वोट गलत पड़ जाए तो दूसरा बैलेट पेपर लेने का विकल्प रहता है। इन चुनावों में प्रिफ्ररेंसियल वोटिंग होती है। इसे समझना बहुत जरूरी है।
विधायक वरीयता याद रखने के लिए पर्ची पर लिखकर ले जा सकते हैं। मतदान के दिन विधायकों को सुबह साढ़े सात बजे विधानमंडल कार्यालय में प्रिफेरेंस की पर्ची दे दी जाएगी।
बताया कि संघर्ष के दौर में किस तरह सभी नेताओं का सहयोग मिला। उन्होंने मथुरा, बिसाहड़ा कांड का जिक्र नहीं किया। भाजपा के आरोपों का जवाब नहीं दिया। इतना जरूर कहा कि कुछ बातों का चुनाव के बाद जवाब देंगे।
गलत वोट पड़ जाए तो दूसरा बैलेट पेपर लेना
विधान परिषद अध्यक्ष माता प्रसाद पांडेय ने कहा कि किसी भी विधायक का वोट कैंसिल नहीं होना चाहिए। यदि वोट गलत पड़ जाए तो दूसरा बैलेट पेपर लेने का विकल्प रहता है। इन चुनावों में प्रिफ्ररेंसियल वोटिंग होती है। इसे समझना बहुत जरूरी है।
विधायक वरीयता याद रखने के लिए पर्ची पर लिखकर ले जा सकते हैं। मतदान के दिन विधायकों को सुबह साढ़े सात बजे विधानमंडल कार्यालय में प्रिफेरेंस की पर्ची दे दी जाएगी।
समझाया मतदान का तरीका
चुनाव प्रबंधन की कमान संभाल रहे अंबिका चौधरी ने विधायकों को वरीयता क्रम से मतदान की जानकारी दी। कहा कि बैलेट पेपर पर वरीयता अपने पेन से दर्ज नहीं करनी है। इसके लिए मतदान के समय पेन मिलेगा। उसी से मतदान वैध माना जाएगा।
विधायकों के ग्रुप बनाकर उन्हें पहली वरीयता के मत आवंटित किए जाएंगे। अगली वरीयता के मतों को रोटेट कर दिया जाएगा।
हार के डर से प्रीति को नहीं अपना रही भाजपा
अंबिका ने कहा, प्रीति कहने को निर्दलीय हैं, लेकिन भाजपा उम्मीदवार हैं। भाजपा इसलिए उन्हें नहीं अपना रही कि हार के बाद बदनामी होगी।
विधायकों के ग्रुप बनाकर उन्हें पहली वरीयता के मत आवंटित किए जाएंगे। अगली वरीयता के मतों को रोटेट कर दिया जाएगा।
हार के डर से प्रीति को नहीं अपना रही भाजपा
अंबिका ने कहा, प्रीति कहने को निर्दलीय हैं, लेकिन भाजपा उम्मीदवार हैं। भाजपा इसलिए उन्हें नहीं अपना रही कि हार के बाद बदनामी होगी।
नहीं आए आजम, डेढ़ दर्जन विधायक रहे गैरहाजिर
शहरी विकास और संसदीय कार्यमंत्री आजम खां विदेश दौरे से लौट आने के बावजूद विधानमंडल दल की बैठक में नहीं पहुंचे। माना जा रहा है कि अमर सिंह की मौजूदगी के चलते वे बैठक से अलग रहे। वहीं लगभग डेढ़ दर्जन विधायक भी गैरहाजिर रहे। मुलायम ने कहा कि इन विधायकों से इसकी वजह पूछी जाए।
हमारे फैसलों पर भी करने लगे टिप्पणी
सपा मुखिया ने अपने संबोधन के बीच कहा कि अब कुछ लोग हमारे फैसलों पर भी टिप्पणी करने लगे। हमने बातचीत की और एक-दो लोगों ने विरोध जता दिया।
मुलायम का इशारा अजित सिंह से उनकी बातचीत पर कुछ लोगों द्वारा नकारात्मक बयानबाजी किए जाने की तरफ था। सपा विधायकों में इस टिप्पणी को रालोद से संभावित गठबंधन के तौर पर देखा जा रहा है।
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