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बूथ प्रमुख सम्मेलन में शाह ने दिए थे संकेत, राजनाथ हो सकते हैं यूपी में भाजपा का चेहरा
मिशन यूपी 2017 के लिए भाजपा का चेहरा केंद्रीय गृहमंत्री व पूर्व मुख्यमंत्री राजनाथ सिंह हो सकते हैं। पार्टी जिस तरह से केंद्रीय मंत्रियों को राज्यों की बागडोर सौंप रही है, उससे भी लगता है कि यूपी में राजनाथ दोबारा भेजे जा सकते हैं। दूसरी वजह यह है कि 4 जून को यहां कानपुर आए पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह ने जोर देकर कहा कि बसपा और सपा की सरकारों ने जिस तरह से प्रदेश को खोखला कर दिया है, उसकी भरपाई के लिए यहां राजनाथ सिंह और कल्याण सिंह जैसी सरकार चाहिए।
कल्याण सिंह को उम्र के आधार पर पार्टी का चेहरा नहीं बनाया जा सकता है। इसलिए अब राजनाथ का नाम सबसे ज्यादा चर्चा में है। एक और वजह जो राजनाथ की तरफ इशारा करती है, वह यह कि उनके आने पर पार्टी में किसी तरह का विरोध भी नहीं उठेगा। वैसे सांसद वरुण गांधी और सांसद महंत आदित्यनाथ को पार्टी का चेहरा बनाने के लिए उनके समर्थक लगातार मांग उठाते आ रहे हैं।
चार जून को कानपुर के रूमा में आयोजित बूथ प्रमुख सम्मेलन के दौरान भी अमित शाह के सामने आदित्यनाथ के समर्थकों ने इसी मांग पर नारेबाजी कर दी। बीच-बीच में मानव संसाधन विकास मंत्री स्मृति ईरानी का नाम भी आता रहता है। लेकिन पिछले कुछ दिनों से राजनाथ के नाम को लेकर मीडिया और भाजपा के बीच खबर जोर पकड़ने लगी है।
सत्ता के लिए केंद्रीय मंत्रियों पर भरोसा
पार्टी सूत्रों के अनुसार भाजपा आने वाले समय में जिन विधानसभा क्षेत्रों में चुनाव होंगे वहां सत्ता हासिल करने के लिए केंद्रीय मंत्रियों को ही चेहरा बनाने की तैयारी में है। असम से यह शुरुआत हो चुकी है, जहां केंद्रीय मंत्री सर्वानंद सोनोवाल को मुख्यमंत्री बनाया गया। बताया जा रहा है कि गोवा में होने वाले चुनाव में फिर से रक्षामंत्री मनोहर परिकर पर दांव आजमाया जा सकता है। इसी तरह हिमाचल प्रदेश, उत्तराखंड और यूपी पार्टी की निगाह में है।
कल्याण सिंह को उम्र के आधार पर पार्टी का चेहरा नहीं बनाया जा सकता है। इसलिए अब राजनाथ का नाम सबसे ज्यादा चर्चा में है। एक और वजह जो राजनाथ की तरफ इशारा करती है, वह यह कि उनके आने पर पार्टी में किसी तरह का विरोध भी नहीं उठेगा। वैसे सांसद वरुण गांधी और सांसद महंत आदित्यनाथ को पार्टी का चेहरा बनाने के लिए उनके समर्थक लगातार मांग उठाते आ रहे हैं।
चार जून को कानपुर के रूमा में आयोजित बूथ प्रमुख सम्मेलन के दौरान भी अमित शाह के सामने आदित्यनाथ के समर्थकों ने इसी मांग पर नारेबाजी कर दी। बीच-बीच में मानव संसाधन विकास मंत्री स्मृति ईरानी का नाम भी आता रहता है। लेकिन पिछले कुछ दिनों से राजनाथ के नाम को लेकर मीडिया और भाजपा के बीच खबर जोर पकड़ने लगी है।
सत्ता के लिए केंद्रीय मंत्रियों पर भरोसा
पार्टी सूत्रों के अनुसार भाजपा आने वाले समय में जिन विधानसभा क्षेत्रों में चुनाव होंगे वहां सत्ता हासिल करने के लिए केंद्रीय मंत्रियों को ही चेहरा बनाने की तैयारी में है। असम से यह शुरुआत हो चुकी है, जहां केंद्रीय मंत्री सर्वानंद सोनोवाल को मुख्यमंत्री बनाया गया। बताया जा रहा है कि गोवा में होने वाले चुनाव में फिर से रक्षामंत्री मनोहर परिकर पर दांव आजमाया जा सकता है। इसी तरह हिमाचल प्रदेश, उत्तराखंड और यूपी पार्टी की निगाह में है।
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