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मेरे खिलाफ सबूत हैं तो सार्वजनिक करें अमित शाह, वरना माफी मांगे : शिवपाल यादव
लखनऊ: समाजवादी पार्टी के प्रभारी शिवपाल सिंह यादव ने मथुरा हिंसा पर भाजपा अध्यक्ष अमित शाह की टिप्पणी को 'झूठा आरोप' करार देते हुए आज कहा कि अगर सबूत है तो शाह सार्वजनिक करें या फिर माफी मांगें।
उत्तर प्रदेश की सपा सरकार में कैबिनेट मंत्री शिवपाल ने कहा, 'राष्ट्रीय अध्यक्ष जैसे पद बैठे हुए व्यक्ति को फकत सियासी स्वार्थ के कारण तथ्यहीन, मिथ्या और नकारात्मक आरोप लगाना शोभा नहीं देता। यदि उनके पास कोई साक्ष्य या सबूत है तो सार्वजनिक करें अथवा छवि खराब करने वाले झूठे बयान के लिए सार्वजनिक रूप से माफी मांगें।' उन्होंने भाजपा अध्यक्ष को सकारात्मक व विकासोन्मुख राजनीति करने का सुझाव देते हुए कहा कि 'उत्तर प्रदेश की जनता को गुजरात से आकर बार-बार गुमराह करना बंद करें। दरअसल, वे समाजवादी सरकार के बेहतर कामकाज के कारण मुद्दाविहीन हो चुके हैं, इसलिए अनाप-शनाप बोलने के लिए मजबूर हैं।'
शिवपाल ने राज्य की पूर्व मुख्यमंत्री और बसपा प्रमुख मायावाती पर पलटवार करते हुए कि अखिलेश यादव की आलोचना करने से पहले माया सच्चाई जान लें। उन्होंने कहा, 'वह उत्तर प्रदेश सिर्फ बयान देने के लिए एक पर्यटक की भांति आती हैं।'
शिवपाल ने कहा कि मुख्यमंत्री बुंदेलखण्ड की समस्याओं के समाधान और सरकार द्वारा किए गए विकास कार्यों को गति देने के लिए बुंदेलखंड गए थे। मायावती बताएं कि बतौर मुख्यमंत्री उन्होंने कितना प्रदेश भ्रमण किया व कितनी बार जनता से सीधे संवाद किया। उन्होंने कहा कि भाजपा से मायावती का रिश्ता जगजाहिर है। इसके पहले वह भाजपा के सहयोग से सरकार बना चुकी हैं और जब समाजवादी पार्टी गोधरा कांड के बाद साम्प्रदायिक ताकतों से लड़ रही थी, तब मायावती तत्कालीन मुख्यमंत्री नरेन्द्र मोदी का प्रचार करने गई थीं।
शिवपाल ने कहा कि आज मायावती को मुरादाबाद, मलियाना और हाशिमपुरा याद आ रहा है। यूपी में वह चार बार मुख्यमंत्री रह चुकी हैं। अपने शासन काल में कभी भी उन्हें मुरादाबाद व मलियाना हाशिमपुरा याद नहीं आता।
उन्होंने कहा कि समाजवादी पार्टी में सभी जाति और धर्म के लोगों का समान सम्मान है। सपा सरकार अपनी योजनाओं में जाति, धर्म व क्षेत्र का विभेद नहीं करती। मायावती कुछ दिन उत्तर प्रदेश में रहें तब तो जानें कि जितना विकास इटावा का हुआ है, उतना विकास यूपी के अन्य जिलों का भी हुआ है।
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