आरक्षण को लेकर 'जंग' तेज, मायावती के ऑफिस पहुंचे विरोधी
यूपी में जैसे-जैसे चुनाव नजदीक आते जा रहे हैं। आरक्षण को लेकर घमासान तेज होता जा रहा है। शनिवार को आरक्षण विरोधी युवा प्रदर्शन करते हुए बसपा कार्यालय तक पहुंच गए।प्रदर्शनकारियों का कहना था कि आरक्षण के नाम पर सवर्ण प्रतिभाओं का दमन न किया जाए। दलितों और पिछड़ी जातियों के विकास के लिए उन्हें सुविधाएं दी जाएं, आरक्षण नहीं।प्रदर्शनकारी माल एवेन्यू बसपा कार्यालय पर पहुंचे और जमकर नारेबाजी की। वो आरक्षण मुक्त भारत आंदोलन के बैनर तले प्रदर्शन कर रहे थे। प्रदर्शनकारी केडी सिंह बाबू स्टेडियम से निकले मार्च में हाथों में तिरंगा लिए हुए थे। संगठन के अध्यक्ष प्रखर कुमार सिंह के नेतृत्व में मार्च डीएम आवास, हलवासिया होते हुए जीपीओ स्थित गांधी प्रतिमा पहुंचा।
इसके पहले प्रदर्शनकारी भाजपा कार्यालय जा रहे थे तब उनकी पुलिस से भिड़ंत हुई। पुलिस ने उन्हें जीपीओ पर ही रोक लिया।
प्रदर्शनकारियों ने आरक्षण का विरोध किया और कहा कि बाबा अंबेडकर ने भी इसे सीमित समय के लिए ही लागू करने की बात की थी। उन्होंने कहा कि भाजपा की केंद्र सरकार को अनारक्षित वर्ग के लिए अपनी नीतियां उजागर करनी होंगी। हालांकि, भाजपा ने पहले ही स्पष्ट कर दिया है कि वह आरक्षण नहीं हटाएगी।
इसके पहले प्रदर्शनकारी भाजपा कार्यालय जा रहे थे तब उनकी पुलिस से भिड़ंत हुई। पुलिस ने उन्हें जीपीओ पर ही रोक लिया।
प्रदर्शनकारियों ने आरक्षण का विरोध किया और कहा कि बाबा अंबेडकर ने भी इसे सीमित समय के लिए ही लागू करने की बात की थी। उन्होंने कहा कि भाजपा की केंद्र सरकार को अनारक्षित वर्ग के लिए अपनी नीतियां उजागर करनी होंगी। हालांकि, भाजपा ने पहले ही स्पष्ट कर दिया है कि वह आरक्षण नहीं हटाएगी।
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