लोगों के बीच पहुंची एसएसपी मंजिल सैनी तो लोगों ने की ऐसी-ऐसी शिकायतें
मॉर्निंग वॉक पर निकलो तो चेन स्नैचरों का निशाना बनने का खतरा। मार्केट जाओ तो नुक्कड़ पर खड़े पियक्कड़ों की फब्तियां, स्कूल-कॉलेज और कोचिंग आते-जाते शोहदों की छेड़खानी, कॉलोनी में चोरों का आतंक है।
गोमतीनगर थाने से कार्रवाई नहीं होगी तो पुलिस कर्मी दंडित होंगे। लड़कियों महिलाओं की सुरक्षा के लिए ताइक्वांडो, जूडो के प्रशिक्षण शिविर चलाए जाएंगे। अश्लील एसएमएस, तस्वीर अथवा फोन आते हैं तो इसकी सूचना अभिभावक तथा पुलिस को दी जाए, जिससे कि अप्रिय घटना न हो।
-कॉलोनी में चोरियां कैसे रुकेंगी?
चोरी के लिए पुलिस कर्मियों के गश्त बढ़ाने के निर्देश दिए गए हैं। उन्होंने कहा कि लोग जब भी बाहर जाएं तो इसकी सूचना नजदीकी थाने पर जरूर दें।
साथ ही आस-पड़ोस के लोगों को भी घर की सुरक्षा करने की जिम्मेदारी सौंपें। कॉलोनी में लोगों के बीच दूरियां होने का फायदा चोरों को मिलता है। पुलिस कर्मी सभी के घर की सुरक्षा नहीं कर सकती।
ऐसे में लोगों को भी आगे आना चाहिए। सुरक्षा गार्ड रखें और कॉलोनी में गेट व सीसीटीवी कैमरे लगवाकर आने जाने वाले लोगों पर विशेष ध्यान रखें।
लाखों रुपये के सामान को बचाने के लिये यही हर घर से लोग सुरक्षा पर 500 रुपये भी खर्च करेंगे तो अपराधियों का निशाना बनने से बच सकेंगे।
गोमतीनगर के विराट खंड 2 स्थित फूलों वाले पार्क में सुरक्षा पर आयोजित संगोष्ठी में डीआईजी रेंज आरके एस राठौर व मंजिल सैनी ने रविवार को लोगों से बात की तो उन्होंने समस्याओं की झड़ी लगा डाली।
कॉलोनी के लोगों ने पुलिसकर्मियों पर भी लापरवाही का आरोप लगाया। साथ ही शिकायतों पर कार्रवाई न होने की बात कही। डीआईजी ने सभी को भरपूर सुरक्षा देने का वादा किया।
डीआईजी आरके एस राठौर ने ‘सुरक्षा सर्वोपरि’ अभियान के तहत गोमतीनगर की सभी कॉलोनियों में सीसीटीवी कैमरे और गेट लगवाने की बात कही। साथ ही कॉलोनियो में प्राइवेट सिक्योरिटी गार्ड रखने की सलाह दी।
कहा कि इस अभियान के तहत पुलिस लोगों की मदद करेगी। इससे सुरक्षा तो मिलेगी ही, साथ में क्राइम भी कंट्रोल होगा। दिल्ली-नोएडा की कॉलोनियों का उदाहरण देते हुये डीआईजी आरके एस राठौर ने सुरक्षा व्यवस्था तैयार करने की बात कही।
कॉलोनी के लोगों ने पुलिसकर्मियों पर भी लापरवाही का आरोप लगाया। साथ ही शिकायतों पर कार्रवाई न होने की बात कही। डीआईजी ने सभी को भरपूर सुरक्षा देने का वादा किया।
डीआईजी आरके एस राठौर ने ‘सुरक्षा सर्वोपरि’ अभियान के तहत गोमतीनगर की सभी कॉलोनियों में सीसीटीवी कैमरे और गेट लगवाने की बात कही। साथ ही कॉलोनियो में प्राइवेट सिक्योरिटी गार्ड रखने की सलाह दी।
कहा कि इस अभियान के तहत पुलिस लोगों की मदद करेगी। इससे सुरक्षा तो मिलेगी ही, साथ में क्राइम भी कंट्रोल होगा। दिल्ली-नोएडा की कॉलोनियों का उदाहरण देते हुये डीआईजी आरके एस राठौर ने सुरक्षा व्यवस्था तैयार करने की बात कही।
लोगों के सवालों पर पुलिस ने दिए यह जवाब
डीआईजी ने मौके पर मौजूद गोमतीनगर थाने के पुलिस कर्मियों को लोगों की समस्याओं के निदान के लिए हर प्रभावी कदम उठाने के निर्देश दिए।
गोमतीनगर के विराट खंड में डीजीआई ने रेजिडेंट वेलफेयर सोसाइटी बनाने को कहा। पुलिस के सहयोग से सोसाइटी के लोग कॉलोनी वासियों से चंदा इकट्ठा करेगे और वहां सुरक्षा के उपकरण लगाए जाएंगे।
लोगों के सवालों पर डीआईजी का जवाब
‘सर, शराबियों पर कब कसेगी लगाम’
गोमतीनगर की कॉलोनियों में सबसे बड़ी समस्या शराबी हैं। पुलिस इन पर कब लगाम कसेगी? -गोमतीनगर पुलिस उन इलाकों को चिह्नित कर रही है, जहां पर सड़क पर खुलेआम शराब पी जाती है। इस पर कार्रवाई न हो तो लोग सीधे मुझसे शिकायत कर सकते हैं। साथ ही मैने खुद भी निर्देश दे रखा है।
शोहदों से कैसें निपटें, पुलिस सुनती नहीं ?
-छेड़खानी होने पर लड़कियां और महिलाएं सीधे 100 नंबर और 1090 पर शिकायतें कर सकते हैं। इस पर कार्रवाई न हो तो वह एसएसपी के अलावा सीधे मुझे भी सूचना दे सकते हैं।
गोमतीनगर के विराट खंड में डीजीआई ने रेजिडेंट वेलफेयर सोसाइटी बनाने को कहा। पुलिस के सहयोग से सोसाइटी के लोग कॉलोनी वासियों से चंदा इकट्ठा करेगे और वहां सुरक्षा के उपकरण लगाए जाएंगे।
लोगों के सवालों पर डीआईजी का जवाब
‘सर, शराबियों पर कब कसेगी लगाम’
गोमतीनगर की कॉलोनियों में सबसे बड़ी समस्या शराबी हैं। पुलिस इन पर कब लगाम कसेगी? -गोमतीनगर पुलिस उन इलाकों को चिह्नित कर रही है, जहां पर सड़क पर खुलेआम शराब पी जाती है। इस पर कार्रवाई न हो तो लोग सीधे मुझसे शिकायत कर सकते हैं। साथ ही मैने खुद भी निर्देश दे रखा है।
शोहदों से कैसें निपटें, पुलिस सुनती नहीं ?
-छेड़खानी होने पर लड़कियां और महिलाएं सीधे 100 नंबर और 1090 पर शिकायतें कर सकते हैं। इस पर कार्रवाई न हो तो वह एसएसपी के अलावा सीधे मुझे भी सूचना दे सकते हैं।
महिलाओं की सुरक्षा के लिए चलाए जाएंगे प्रशिक्षण शिविर
गोमतीनगर थाने से कार्रवाई नहीं होगी तो पुलिस कर्मी दंडित होंगे। लड़कियों महिलाओं की सुरक्षा के लिए ताइक्वांडो, जूडो के प्रशिक्षण शिविर चलाए जाएंगे। अश्लील एसएमएस, तस्वीर अथवा फोन आते हैं तो इसकी सूचना अभिभावक तथा पुलिस को दी जाए, जिससे कि अप्रिय घटना न हो।
-कॉलोनी में चोरियां कैसे रुकेंगी?
चोरी के लिए पुलिस कर्मियों के गश्त बढ़ाने के निर्देश दिए गए हैं। उन्होंने कहा कि लोग जब भी बाहर जाएं तो इसकी सूचना नजदीकी थाने पर जरूर दें।
साथ ही आस-पड़ोस के लोगों को भी घर की सुरक्षा करने की जिम्मेदारी सौंपें। कॉलोनी में लोगों के बीच दूरियां होने का फायदा चोरों को मिलता है। पुलिस कर्मी सभी के घर की सुरक्षा नहीं कर सकती।
ऐसे में लोगों को भी आगे आना चाहिए। सुरक्षा गार्ड रखें और कॉलोनी में गेट व सीसीटीवी कैमरे लगवाकर आने जाने वाले लोगों पर विशेष ध्यान रखें।
लाखों रुपये के सामान को बचाने के लिये यही हर घर से लोग सुरक्षा पर 500 रुपये भी खर्च करेंगे तो अपराधियों का निशाना बनने से बच सकेंगे।
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