Janta Ki Awaz
उत्तर प्रदेश

पीएम मोदी ने सरकार का दिया हिसाब, भाषण के मुख्य अंश



सहारनपुर। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने उत्तर प्रदेश के सहारनपुर में विशाल जनसभा को संबोधित करते हुए राज्य सरकार पर जमकर हमला बोला। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार को किसानों औऱ गरीबों की परवाह नहीं है। पीएम ने कहा कि पिछले दो सालों में देश तो बदला लेकिन कुछ लोगों का दिमाग नहीं बदला। पीएम मोदी ने केंद्र सरकार के दो साल पूरे होने पर सरकार की उपलब्धियों को भी लोगों के बीच गिनाया।

पीएम मोदी ने सहारनपुर में बड़ी घोषणा करते हुए कहा कि सरकारी अस्पतालों में डॉक्टरों के रिटायरमेंट होने की उम्र 65 वर्ष होगी। इसके लिए हम जल्द कैबिनेट में प्रस्ताव लेंगे। इस फैसले के बाद देश के सभी अस्पतालों में डॉक्टरों के रिटायर होने की उम्र 65 वर्ष होगी। पीएम मोदी के भाषण के मुख्य अंश विकास ही हमारी सारी समस्याओं का समाधान है। बाकी सारी बातें वोट बैंक के लिए की जाती हैं। विकास ही आपको ताकतवर बनाता है। हमारे सारे मंत्री देश के कोने कोने में जाने वाले हैं और जनता को सरकार के काम का हिसाब देने वाले हैं। दो साल के भीतर डॉक्टर बनाना तो मुश्किल काम हैं, लेकिन गरीबों को बिना डॉक्टरों के नहीं छोड़ सकता हैं।

हमारे देश में डॉक्टरों की संख्या कम है, अलग अलग राज्यों में डॉक्टरों के नियम अलग हैं। कहीं 60 तो कहीं 62 साल की उम्र में डॉक्टर रिटायर होते हैं। मैं आह्वाहन करता हूं कि सभी डॉक्टर हर महीने की 9 तारीख प्रसूता महिलाओं को मुफ्त में इलाज दें। मैंने प्राइवेट डॉक्टरों से अपील की है कि हर महीने 9 तारीख को वह अगर कोई भी प्रसूता माता आती है तो मुफ्त में उसका इलाज करेंगे, जांच करेंगे दवा देंगे। स्वच्छता का अभियान अमीरों के लिए नहीं बल्कि गरीबों के लिए हैं। गरीब बीमार होता है तो उसका रोजगार बंद हो जाता है। ऐसे में गरीब के बीमार होने पर एक परिवार पर साल में औसतन 7 हजार रुपए खर्च होते हैं। अभी सिर्फ तीन सौ दिन हुए हैं लेकिन 18 में से 7 हजार गांवों में बिजली चालू हो गयी है।

यूपी में सबसे अधिक गांवों में बिजली पहुंचायी गयी है। मेरे काम को बहुत बारीकी से देखा जाता है और मैं इसका स्वागत करता हूं, सरकार का पल पल का हिसाब होना चाहिए, पाई पाई का हिसाब होना चाहिए। भारत में 18 हजार गांव ऐसे थे जहां बिजली नहीं थी, यह शर्मनाक था। इसलिए मैंने बीड़ा उठाया कि गांवों मे बिजली पहुंचानी है। मैंने अधिकारियों से कहा कि एक हजार दिन में यह काम होना है। पिछली सरकार में एक दिन में जितनी सड़क बनती थी इस सरकार में एक दिन दोगुना सड़क बन रही है। रोड़ के काम के लिए हमने सबसे अधिक बजट का आवंटन किया है। गांव में पक्की सड़क की मांग रहती है, पिछली सरकार ने सड़के बनाने के लिए जमीन पर सड़क नजर नहीं आती थी, पता नहीं पैसे कहां जाते थे, योजनायें कहां जाती थी।

जबतक समाज की सभी बेटियां ताकतवर नहीं होंगी तब तक देश आगे नहीं बढ़ेगा। इसीलिए हमने यह योजना शुरु की है। मेरे लिए सवा सौ करोड़ देशवासी ही मेरे लिए सबसे उपर हैं। ना जाति, ना धर्म ना पंथ सिर्फ सवा सौ करोड़ देशवासी मेरे लिए एक जैसे हैं। अगर एक हजार बेटे पैदा होंगे और एक हजार बेटियां पैदा नहीं होंगी तो देश में असंतुलन हो जाएगा। इसलिए हमने बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ का अभियान शुरु किया है।



देश के एक करोड़ से अधिक परिवारों ने गैस की सब्सिडी छोड़ दी है। यह बड़ी उपलब्धि है। हमने निर्णय किया है कि पिछले साल हमने 3 करोड़ परिवारों को गैस कनेक्शन दे दिया और आने वाले तीन सालों में 5 करोड़ गरीबों को गैस कनेक्शन दिया जाएगा। दो साल हो गये हैं हमारी सरकार पर एक भी भ्रष्टाचार का आरोप नहीं है। आज दो साल होने पर हमारा हर सांसद और मंत्री अपना हिसाब जनता को दे रहा है। हम ऐसी फसल बीमा योजना लायें हैं जिसमें अगर फसल खेत में कटी पड़ी है, ऐसे समय में भी प्राकृतिक आपदा आय़ी तो भी किसान को बीमा मिलेगा। हमने निर्णय किया कि अगर किसानों एक तिहाई फीसदी भी फसल खराब हुई तो किसानों को मुआवजा मिलेगा। जिन राज्यों में पानी की समस्या है उन राज्यों के मुख्यमंत्रियों से बात की और योजना बनाने में जुटे हुए हैं कि कैसे किसानों को मदद पहुंचायी जाए। हमने सपना देखा है कि प्रधानमंत्री कृषि सिचाईं योजना के तहत किसानों को पानी मुहैया कराया जाए। किसानों को अगर पानी मिले तो किसान मिट्टी से सोना निकाल सकता है। जब देश की आजादी के 75 साल होंगे तो हमने संकल्प किया है कि 2022 तक हम उन नीतियों को आगे बढ़ायेंगे जिससे किसानों की आय दोगुना हो जाए। 5 से 10 फीसदी इथेनॉल बनाने की योजना बनायी है जिससे गन्ना किसानों को मदद, इस योजना का पर्यावरण सहित तमाम महकमों को हो रही है। अगर आप इमानदारी से मिल चलाये तो किसानों को भुगतान की समस्या नहीं होगी। अब तकरीबन 700-800 करोड़ रुपए का बकाया है। मैं सुगर मिलों को चेतावनी देता हूं, इतने साल जो आपने किसानों के साथ किया है वह आपको अब नहीं करने दिया जाएगा। हमने कोशिश की कि गन्ना किसानों को उनके भुगतानी की कीमत समय से मिले। बहुत बड़ी मात्रा में पुरानी योजनाओं का भुगतान हमने कराया। 14 हजार करोड़ रुपए का बकाया गन्ना किसानों पर बाकी था, लेकिन न तो राज्य सरकार न ही पूर्व सरकारों को इसकी चिंता नहीं थी। देश बदल रहा है लेकिन लोगों का दिमाग नहीं बदल रहा है।
Next Story
Share it