Janta Ki Awaz
उत्तर प्रदेश

17 दरोगाओं की सैलरी रोकी, चौकी इंचार्ज को कर दिया लाइन हाजिर

तफ्तीश में खेल व लापरवाही बरतने वाले दरोगाओं की अब खैर नहीं। एसएसपी ने महीनों बाद भी विवेचना पूरी न करने वाले 17 दरोगाओं का वेतन रोकने के आदेश दिए हैं।

इसके साथ सभी पुलिसकर्मियों को तफ्तीश के प्रति संजीदा रहने को कहा है। दस से अधिक तफ्तीश लंबित होने पर संबंधित दरोगा का वेतन रोका जाएगा।

एसएसपी मंजिल सैनी ने बताया कि अपराध समीक्षा के साथ सभी थानों व विभिन्न शाखाओं में लंबित विवेचनाओं का ब्योरा एकत्र कराया। पता चला कि अनेक छोटे मामलों की तफ्तीश महीनों बाद भी पूरी नहीं हुई है।

दरोगाओं के पास 20-25 या उससे अधिक मामलों की तफ्तीश लंबित है। संबंधित सीओ व एसओ के माध्यम से विवेचनाओं व विवेचकों की रिपोर्ट ली गई। फिलहाल विवेचनाओं के निस्तारण में लापरवाही को लेकर 17 दरोगाओं का वेतन रोकने के आदेश के साथ उन्हें एक हफ्ते में तफ्तीश पूरी करने को कहा गया है।

इसी तरह विभिन्न थानों के अन्य लापरवाह विवेचकों को चिह्नित किया जा रहा है। क्षेत्राधिकारियों को वरीयता के आधार पर पर्यवेक्षण करके मामले निस्तारित कराने के आदेश दिए गए हैं।

एसएसपी ने सभी क्षेत्राधिकारियों को ऑर्डरली रूम में विवेचनाओं की स्थिति का ब्योरा तैयार करके प्रस्तुत करने को कहा गया है। इसके अलावा वह खुद भी विवेचकों को तलब करके समीक्षा करेंगी।

एसएसपी मंजिल सैनी का पहला निशाना सरोजनीनगर की ट्रांसपोर्टनगर चौकी के इंचार्ज अजय कुमार त्रिपाठी बने। एसएसपी ने शनिवार को कार्य में लापरवाही बरतने पर उन्हें लाइन हाजिर कर दिया।

एसएसपी ने बताया कि बीते बुधवार की शाम करीब छह बजे अनौरा गांव के लोगों ने पुलिस को एक मकान से दुर्गंध आने की सूचना दी थी। चौकी इंचार्ज इस सूचना के बावजूद तीन घंटे विलंब से रात करीब नौ बजे मौके पर पहुंचे थे।
Next Story
Share it