घूस लेते कैमरे में कैद हुआ लेखपाल, अधिकारी बचाने में जुटे
बुलंदशहर में एक रिश्वतखोर लेखपाल काश्तकार से घूस लेते हुए कैमरे में कैद हुआ है. मामला अरनियां के खेड़ा पलां गांव का है, जहां रौदास चौहान ने दो साल पहले बैनामा के जरिये 11 बीघा जमीन खरीदी थी. बैनामा में बिक्रीत खेत की दिशा प्रदर्शित की गई थी, लेकिन खेत की कुरेबंदी के लिए एसडीएम कोर्ट में आवेदन के बाद इलाके के लेखपाल ने विक्रेता की रजामंदी को मानने से इंकार कर दिया.
इतना ही नही, कुरेबंदी की प्रक्रिया में अपनी रिपोर्ट लेखपाल नरेन्द्र सिंह ने सात महीने तक लटकाये रखी. लेखपाल नरेन्द्र सिंह की यह हरकत केवल काश्तकार से मोटी रिश्वत डकारने की थी. काश्तकार रौदास चौहान ने लेखपाल को 10 हजार रूपये की रिश्वत तो दी लेकिन काम न होने के डर से पूरी घटना कैमरे में कैद कर ली.
रौदास को जिस बात का डर था, वही हुआ. लेखपाल नरेन्द्र सिंह ने 10 हजार रूपये की रिश्वत डकारने के बाद रौदास और उनके रिश्तेदार परजीत से 50 हजार रूपये और मांगे. रौदास ने उसका भी वीडियो बनाया और इलाके के अधिकारियों से शिकायत भी की. एसडीएम को वीडियो के साथ लिखित शिकायत भी दी. लेकिन भ्रष्ट लेखपाल की आड़ बने अधिकारी उसे बचाते रहे और रौदान की शिकायत कूड़ेदान में डाल दी.
इतना ही नही, कुरेबंदी की प्रक्रिया में अपनी रिपोर्ट लेखपाल नरेन्द्र सिंह ने सात महीने तक लटकाये रखी. लेखपाल नरेन्द्र सिंह की यह हरकत केवल काश्तकार से मोटी रिश्वत डकारने की थी. काश्तकार रौदास चौहान ने लेखपाल को 10 हजार रूपये की रिश्वत तो दी लेकिन काम न होने के डर से पूरी घटना कैमरे में कैद कर ली.
रौदास को जिस बात का डर था, वही हुआ. लेखपाल नरेन्द्र सिंह ने 10 हजार रूपये की रिश्वत डकारने के बाद रौदास और उनके रिश्तेदार परजीत से 50 हजार रूपये और मांगे. रौदास ने उसका भी वीडियो बनाया और इलाके के अधिकारियों से शिकायत भी की. एसडीएम को वीडियो के साथ लिखित शिकायत भी दी. लेकिन भ्रष्ट लेखपाल की आड़ बने अधिकारी उसे बचाते रहे और रौदान की शिकायत कूड़ेदान में डाल दी.
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