आखिर मंजिल सैनी को किसने दिया 'लेडी सिंघम' नाम
इटावा से भले ही मंजिल सैनी का तबादला हो गया हो पर मंजिल सैनी ने इटावा में लोगों से जो रिश्ता बना लिया था, वह अब शायद ही कभी टूट पाएगा। इटावा में अपनी तैनाती के थोड़े ही दिन बाद से एसएसपी मंजिल सैनी ने सड़कों पर उतर कर अपने तेवर दिखाना शुरू कर दिए, जिससे अपराधी ओर दंबग बिल में घुसने लगे।मई 2015 में इटावा रेलवे स्टेशन के पास फिरोजाबाद के पूर्व विधायक की स्कार्पियो में एक राइफल मिलने के दौरान उन्होंने पूर्व विधायक के भाई की राइफल को जब्त करते हुए साफ-साफ कहा था कि दूसरे की राइफल रखने के जुर्म में मैं चाहूं तो तुम्हें एक मिनट मे जेल भेज सकती हूं।
इस घटना को कवर करते हुए ईनाडु इंडिया ने मंजिल सैनी को सबसे पहली बार 'लेडी सिंघम' नाम दिया था। बाद में यह नाम इतना प्रचलित हो गया कि लोग एसएसपी मंजिल सैनी को इसी नाम से पुकारने लगे।
इटावा जनपद के इतिहास में पहली बार किसी महिला आईपीएस को वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक के पद पर भेजा गया था। मथुरा में तैनात मंजिल सैनी को जनपद इटावा पुलिस की कमान सौपी गई थी। आजादी के बाद इटावा की पहली महिला पुलिस कप्तान बनी मंजिल सैनी के लिए जनपद पुलिस की कमान खासी चुनौतीपूर्ण थी।
जनपद की भौगोलिक स्थिति, आपराधिक वातावरण एवं मुख्यमंत्री अखिलेश यादव के गृह जनपद में कानून व्यवस्था को नियंत्रित करना उनके लिए खासा चुनौतीपूर्ण था, जिस प्रकार से यह जनपद मुख्यमंत्री अखिलेश यादव का गृह जनपद है और यहां आए दिन अति विशिष्ठजनों के आगमन पर सुरक्षा व्यवस्था कायम करना भी उनके लिए किसी चुनौती से कम नहीं था ,लेकिन उन्होंने इसे बखूबी अंजाम दिया।
मुख्यमंत्री अखिलेश यादव एसएसपी मंजिल सैनी के कामकाज की एक बार नहीं कई बार जमकर तारीफ कर चुके हैं। एसएसपी को न केवल सीएम बधाई दे चुके हैं, बल्कि उनको इसी तरह से अपराधियों के खिलाफ कठोर कार्रवाई करने की सलाह दे चुके हैं। मंजिल सैनी 2005 बैच की आईपीएस अफसर हैं।
इस घटना को कवर करते हुए ईनाडु इंडिया ने मंजिल सैनी को सबसे पहली बार 'लेडी सिंघम' नाम दिया था। बाद में यह नाम इतना प्रचलित हो गया कि लोग एसएसपी मंजिल सैनी को इसी नाम से पुकारने लगे।
इटावा जनपद के इतिहास में पहली बार किसी महिला आईपीएस को वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक के पद पर भेजा गया था। मथुरा में तैनात मंजिल सैनी को जनपद इटावा पुलिस की कमान सौपी गई थी। आजादी के बाद इटावा की पहली महिला पुलिस कप्तान बनी मंजिल सैनी के लिए जनपद पुलिस की कमान खासी चुनौतीपूर्ण थी।
जनपद की भौगोलिक स्थिति, आपराधिक वातावरण एवं मुख्यमंत्री अखिलेश यादव के गृह जनपद में कानून व्यवस्था को नियंत्रित करना उनके लिए खासा चुनौतीपूर्ण था, जिस प्रकार से यह जनपद मुख्यमंत्री अखिलेश यादव का गृह जनपद है और यहां आए दिन अति विशिष्ठजनों के आगमन पर सुरक्षा व्यवस्था कायम करना भी उनके लिए किसी चुनौती से कम नहीं था ,लेकिन उन्होंने इसे बखूबी अंजाम दिया।
मुख्यमंत्री अखिलेश यादव एसएसपी मंजिल सैनी के कामकाज की एक बार नहीं कई बार जमकर तारीफ कर चुके हैं। एसएसपी को न केवल सीएम बधाई दे चुके हैं, बल्कि उनको इसी तरह से अपराधियों के खिलाफ कठोर कार्रवाई करने की सलाह दे चुके हैं। मंजिल सैनी 2005 बैच की आईपीएस अफसर हैं।
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