Home > राज्य > उत्तर प्रदेश > हौसले को सलाम...हाथ न होने के बावजूद एेसे की नर्सरी से LLB तक की पढ़ाई, अब बनना चाहती है जज
हौसले को सलाम...हाथ न होने के बावजूद एेसे की नर्सरी से LLB तक की पढ़ाई, अब बनना चाहती है जज
X
मुजफ्फरनगर: उत्तर प्रदेश में मुजफ्फरनगर जिले के शाहपुर थाना क्षेत्र के कसेरवा गांव की हलीमा बचपन से ही दोनों हाथों से अपंग है। ऐसा होने के बाद भी हलीमा अपनी पढ़ाई के साथ-साथ अपने दिन के सारे काम पैरों से करती है। हलीमा अब एल.एल.बी. कर रही है और आगे जज बनना चाहती है। घर के हालात ठीक न होने के कारण हलीमा ने सीएम से आर्थिक सहायता के लिए गुहार लगाई है।
जानकारी के मुताबिक हलीमा ने अपनी प्राइमरी की पढ़ाई कस्तूरबा गांधी आवासीय स्कूल से की। उसने शाहपुर राष्ट्रीय इंटर कॉलेज से 12वीं तक की पढ़ाई की। इसके बाद उसने घरा क्षेत्र के स्वामी कल्याण देव डिग्री कॉलेज से बी.ए. की परीक्षा पास की। अब वह श्री राम कॉलेज से एल.एल.बी. की पढ़ाई कर रही है। हलीमा के दोनों हाथ न होने के कारण भी वह अपनी पढ़ाई के साथ-साथ घर के काम भी करती है। घर के काम जैसे सफाई,कढ़ाई,हैंडपंप चलाना, फोन मिलाना जैसे काम वह अपने पैरों से ही करती है।
हलीमा का कहना है कि एल.एल.बी. की फीस न दे पाने के कारण कॉलेज ने उसका फार्म जमा नहीं किया। लेकिन बाद में उसकी हालत को देखते हुए कॉलेज ने उसकी फीस माफ कर दी। हलीमा का कहना है कि पहले उसे हाथ न होने का बहुत दुख होता था लेकिन अब वह खुद को साबित करना चाहती है और जज बनना चाहती है। उसने कहा कि अगर उसे सीएम से आर्थिक मदद मिल जाए तो वह और बहेतर कर सकती है।
जानकारी के मुताबिक हलीमा ने अपनी प्राइमरी की पढ़ाई कस्तूरबा गांधी आवासीय स्कूल से की। उसने शाहपुर राष्ट्रीय इंटर कॉलेज से 12वीं तक की पढ़ाई की। इसके बाद उसने घरा क्षेत्र के स्वामी कल्याण देव डिग्री कॉलेज से बी.ए. की परीक्षा पास की। अब वह श्री राम कॉलेज से एल.एल.बी. की पढ़ाई कर रही है। हलीमा के दोनों हाथ न होने के कारण भी वह अपनी पढ़ाई के साथ-साथ घर के काम भी करती है। घर के काम जैसे सफाई,कढ़ाई,हैंडपंप चलाना, फोन मिलाना जैसे काम वह अपने पैरों से ही करती है।
हलीमा का कहना है कि एल.एल.बी. की फीस न दे पाने के कारण कॉलेज ने उसका फार्म जमा नहीं किया। लेकिन बाद में उसकी हालत को देखते हुए कॉलेज ने उसकी फीस माफ कर दी। हलीमा का कहना है कि पहले उसे हाथ न होने का बहुत दुख होता था लेकिन अब वह खुद को साबित करना चाहती है और जज बनना चाहती है। उसने कहा कि अगर उसे सीएम से आर्थिक मदद मिल जाए तो वह और बहेतर कर सकती है।
Next Story