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खत्म होगी बुंदेलखंड की समस्या, अखिलेश ने लिया बड़ा निर्णय, शासनादेश जारी, काम भी शुरू
सूखे की मार झेल रहे बुंदेलखंड की जनता को पेयजल मुहैया कराने के लिए राज्य सरकार ने सूखाग्रस्त 7 जिलों में 5786 नए हैंडपंप लगाने का निर्णय किया है।
इस संबंध में जल निगम के प्रस्ताव को शासन स्तर से मंजूरी मिल गई है। इसके लिए धन भी जारी कर दिया गया है। हैंडपंप लगाने में चट्टानी व पठारी क्षेत्रों पर विशेष फोकस रखने को कहा गया है।
दरअसल सरकार के निर्देश पर जल निगम ने अप्रैल में ही प्रस्ताव तैयार कर शासन को भेजा था। उसमें करीब 18.42 करोड़ की लागत से 2560 हैंडपंप लगाने की बात कही गई थी।
बाद में कई और क्षेत्रों में हैंडपंप की जरूरत को देखते हुए जल निगम ने प्रस्ताव को संशोधित करते हुए 3226 हैंडपंप और बढ़ा दिए। लिहाजा अब हैंडपंपों की कुल संख्या 5786 हो गई है। इन पर आने वाली लागत भी बढ़कर 39.99 करोड़ हो गई ।
सरकार से मंजूरी मिलने के बाद जल निगम ने हैंडपंप लगाने की प्रक्रिया शुरू कर दी है। सरकार ने सूखे से प्रभावित जिलों के उन क्षेत्रों में हैंडपंप लगाने में वरीयता देने को कहा है, जहां भूजल स्तर काफी नीचे है।
इस पर जल निगम के मुख्य अभियंता सीके त्यागी का कहना है कि 5786 हैंडपंप लग जाने से क्षेत्र की जनता को काफी हद तक राहत मिल जाएगी। इस संबंध में शासनादेश जारी हो गया है। काम भी शुरू कर दिया गया है।
कहां कितने लगेंगे हैंडपंप
जिले--चट्टानी--पठारी--मैदानी
झांसी--1000--------100
जालौन--------300--500
ललितपुर--1000------
बांदा--200--------360
महोबा--700----------
हमीरपुर--------200--426
चित्रकूट--1000-----------
3,527 हैंडपंपों की होगी रिबोरिंग
जल निगम ने बुंदेलखंड के सातों जिलों में 3,527 हैंडपंपों को रिबोर करने का भी प्रस्ताव तैयार किया था। इसे भी सरकार ने मंजूरी दे दी है। इस पर करीब 20.85 करोड़ खर्च होने का अनुमान है। सरकार ने 4.17 करोड़ रुपये जारी भी कर दिए हैं। जल निगम ने रिबोरिंग का काम शुरू करा दिया है।
इस संबंध में जल निगम के प्रस्ताव को शासन स्तर से मंजूरी मिल गई है। इसके लिए धन भी जारी कर दिया गया है। हैंडपंप लगाने में चट्टानी व पठारी क्षेत्रों पर विशेष फोकस रखने को कहा गया है।
दरअसल सरकार के निर्देश पर जल निगम ने अप्रैल में ही प्रस्ताव तैयार कर शासन को भेजा था। उसमें करीब 18.42 करोड़ की लागत से 2560 हैंडपंप लगाने की बात कही गई थी।
बाद में कई और क्षेत्रों में हैंडपंप की जरूरत को देखते हुए जल निगम ने प्रस्ताव को संशोधित करते हुए 3226 हैंडपंप और बढ़ा दिए। लिहाजा अब हैंडपंपों की कुल संख्या 5786 हो गई है। इन पर आने वाली लागत भी बढ़कर 39.99 करोड़ हो गई ।
सरकार से मंजूरी मिलने के बाद जल निगम ने हैंडपंप लगाने की प्रक्रिया शुरू कर दी है। सरकार ने सूखे से प्रभावित जिलों के उन क्षेत्रों में हैंडपंप लगाने में वरीयता देने को कहा है, जहां भूजल स्तर काफी नीचे है।
इस पर जल निगम के मुख्य अभियंता सीके त्यागी का कहना है कि 5786 हैंडपंप लग जाने से क्षेत्र की जनता को काफी हद तक राहत मिल जाएगी। इस संबंध में शासनादेश जारी हो गया है। काम भी शुरू कर दिया गया है।
कहां कितने लगेंगे हैंडपंप
जिले--चट्टानी--पठारी--मैदानी
झांसी--1000--------100
जालौन--------300--500
ललितपुर--1000------
बांदा--200--------360
महोबा--700----------
हमीरपुर--------200--426
चित्रकूट--1000-----------
3,527 हैंडपंपों की होगी रिबोरिंग
जल निगम ने बुंदेलखंड के सातों जिलों में 3,527 हैंडपंपों को रिबोर करने का भी प्रस्ताव तैयार किया था। इसे भी सरकार ने मंजूरी दे दी है। इस पर करीब 20.85 करोड़ खर्च होने का अनुमान है। सरकार ने 4.17 करोड़ रुपये जारी भी कर दिए हैं। जल निगम ने रिबोरिंग का काम शुरू करा दिया है।
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