शाह और जेटली ने प्रधानमंत्री की ‘फर्जी’ डिग्रियां पेश कीं: AAP
नई दिल्ली : भाजपा द्वारा प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की डिग्रियों और अंकपत्रों को सार्वजनिक किए जाने के बावजूद आम आदमी पार्टी (आप) ने सोमवार को आरोप लगाया कि अमित शाह और अरुण जेटली द्वारा पेश ये दस्तावेज ‘फर्जी’ हैं और इनमें ‘सुस्पष्ट विसंगतियां’ हैं।
यहां एक संवाददाता सम्मेलन को संबोधित करते हुए आप नेता आशुतोष ने कहा कि बीए की मार्कशीट में मोदी का नाम एमए की डिग्री में दर्ज नाम से मेल नहीं खाती। उन्होंने यह दावा भी किया कि जिन वर्षों में उत्तीर्ण किए जाने का उल्लेख है उनमें भी विसंगतियां हैं।
उन्होंने कहा, 'नकल के लिए भी अक्ल की जरूरत है। बीए की मार्कशीट 1978 की है, जबकि डिग्री 1979 की है। बीए की मार्कशीट में उनका नाम नरेन्द्र कुमार दामोदरदास मोदी है, जबकि मास्टर डिग्री में यह नरेन्द्र दामोदरदास मोदी है।' उन्होंने कहा कि बीए स्तर पर प्रधानमंत्री के नाम में भी विसंगति है। जहां मार्कशीट में इसे ‘नरेन्द्र कुमार दामोदरदास मोदी’ दर्ज किया गया है, जबकि डिग्री प्रमाणपत्र में इसे ‘नरेन्द्र दामोदरदास मोदी’ लिखा गया है।
आप नेता ने यह भी कहा कि मोदी बीए की पढ़ाई करते समय एक बार फेल भी हुए थे। आशुतोष ने कहा, 'हमने साबित किया है कि ये डिग्रियां फर्जी हैं। अमित शाह, अरुण जेटली और मोदी को इस फर्जीवाड़े के लिए माफी मांगनी चाहिए।' उन्होंने कहा कि उन्होंने प्रधानमंत्री की डिग्री के लिए दिल्ली विश्वविद्यालय से नामांकन रजिस्टर और दीक्षांत रजिस्टर की प्रतियों के लिए आरटीआई दाखिल किया है। उन्होंने भाजपा नेताओं को आप नेताओं के साथ दिल्ली विश्वविद्यालय आकर मोदी के शैक्षणिक दस्तावेजों के बारे में तथ्यों का पता लगाने को कहा।
इससे पहले सोमवार को भाजपा अध्यक्ष अमित शाह और वित्त मंत्री अरुण जेटली ने एक संवाददाता सम्मेलन के दौरान मोदी की डिग्रियां प्रदर्शित कीं और दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल से प्रधानमंत्री की छवि खराब करने के लिए माफी मांगने की मांग की।
भाषा
यहां एक संवाददाता सम्मेलन को संबोधित करते हुए आप नेता आशुतोष ने कहा कि बीए की मार्कशीट में मोदी का नाम एमए की डिग्री में दर्ज नाम से मेल नहीं खाती। उन्होंने यह दावा भी किया कि जिन वर्षों में उत्तीर्ण किए जाने का उल्लेख है उनमें भी विसंगतियां हैं।
उन्होंने कहा, 'नकल के लिए भी अक्ल की जरूरत है। बीए की मार्कशीट 1978 की है, जबकि डिग्री 1979 की है। बीए की मार्कशीट में उनका नाम नरेन्द्र कुमार दामोदरदास मोदी है, जबकि मास्टर डिग्री में यह नरेन्द्र दामोदरदास मोदी है।' उन्होंने कहा कि बीए स्तर पर प्रधानमंत्री के नाम में भी विसंगति है। जहां मार्कशीट में इसे ‘नरेन्द्र कुमार दामोदरदास मोदी’ दर्ज किया गया है, जबकि डिग्री प्रमाणपत्र में इसे ‘नरेन्द्र दामोदरदास मोदी’ लिखा गया है।
आप नेता ने यह भी कहा कि मोदी बीए की पढ़ाई करते समय एक बार फेल भी हुए थे। आशुतोष ने कहा, 'हमने साबित किया है कि ये डिग्रियां फर्जी हैं। अमित शाह, अरुण जेटली और मोदी को इस फर्जीवाड़े के लिए माफी मांगनी चाहिए।' उन्होंने कहा कि उन्होंने प्रधानमंत्री की डिग्री के लिए दिल्ली विश्वविद्यालय से नामांकन रजिस्टर और दीक्षांत रजिस्टर की प्रतियों के लिए आरटीआई दाखिल किया है। उन्होंने भाजपा नेताओं को आप नेताओं के साथ दिल्ली विश्वविद्यालय आकर मोदी के शैक्षणिक दस्तावेजों के बारे में तथ्यों का पता लगाने को कहा।
इससे पहले सोमवार को भाजपा अध्यक्ष अमित शाह और वित्त मंत्री अरुण जेटली ने एक संवाददाता सम्मेलन के दौरान मोदी की डिग्रियां प्रदर्शित कीं और दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल से प्रधानमंत्री की छवि खराब करने के लिए माफी मांगने की मांग की।
भाषा
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