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चारा घोटाला: मुझ पर यह आरोप लगता रहा है कि मैं कोर्ट में हाज़िर नहीं होता तो मैं आज हाजिर हूं
बहुचर्चित चारा घोटाले के एक मामले में राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव शुक्रवार को सीबीआई की विशेष कोर्ट संख्या 3 में पेश हुए. लालू के साथ बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री जगन्नाथ मिश्रा और पूर्व सांसद जगदीश शर्मा भी अदालत पहुंचे. पटना सिविल कोर्ट में बने सीबीआई की विशेष अदालत में तीनों नेताओं ने अपनी हाजिरी दर्ज कराई.
लालू प्रसाद यादव, जगन्नाथ मिश्रा और जगदीश शर्मा ने सीबीआई की विशेष कोर्ट में भागलपुर और बांका ट्रेजरी से 45 लाख रुपये फर्जी निकासी के मामले में उपस्थित हुए. पेशी के बाद पूर्व सीएम जगन्नाथ मिश्रा ने कहा कि पटना हाईकोर्ट से सुनवाई पूरी हो चुकी है. कोर्ट ने इन सभी को उपस्थित होने का आदेश दिया था.
लालू ने कोर्ट में पेशी के बाद कहा, हम कोर्ट का सम्मान करते हैं मुझे कोर्ट से उम्मीद है. मुझ पर यह आरोप लगता रहा है कि मैं कोर्ट की सुनवाई में शामिल नहीं होता तो मैं आज हाजिर हूं.
गौरतलब है कि बिहार में 950 करोड़ का चारा घोटाला मामला तब सामने आया, जब 1995 में सीएजी की रिपोर्ट सामने आई थी. लालू प्रसाद यादव और 44 अन्य लोगों को चाइबासा कोषागार से 1990 के दशक में 37.7 करोड़ रुपए निकालने के मामले में अभियुक्त बनाया गया था. चारा घोटाले में सीबीआई की विशेष अदालतें 53 में से 44 मामलों में पहले ही अपना फैसले सुना चुकी हैं.
लालू प्रसाद यादव, जगन्नाथ मिश्रा और जगदीश शर्मा ने सीबीआई की विशेष कोर्ट में भागलपुर और बांका ट्रेजरी से 45 लाख रुपये फर्जी निकासी के मामले में उपस्थित हुए. पेशी के बाद पूर्व सीएम जगन्नाथ मिश्रा ने कहा कि पटना हाईकोर्ट से सुनवाई पूरी हो चुकी है. कोर्ट ने इन सभी को उपस्थित होने का आदेश दिया था.
लालू ने कोर्ट में पेशी के बाद कहा, हम कोर्ट का सम्मान करते हैं मुझे कोर्ट से उम्मीद है. मुझ पर यह आरोप लगता रहा है कि मैं कोर्ट की सुनवाई में शामिल नहीं होता तो मैं आज हाजिर हूं.
गौरतलब है कि बिहार में 950 करोड़ का चारा घोटाला मामला तब सामने आया, जब 1995 में सीएजी की रिपोर्ट सामने आई थी. लालू प्रसाद यादव और 44 अन्य लोगों को चाइबासा कोषागार से 1990 के दशक में 37.7 करोड़ रुपए निकालने के मामले में अभियुक्त बनाया गया था. चारा घोटाले में सीबीआई की विशेष अदालतें 53 में से 44 मामलों में पहले ही अपना फैसले सुना चुकी हैं.
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