उत्तराखंड फ्लोर टेस्ट : मायावती के सहारे टिकी हरीश रावत की उम्मीद !
उत्तराखंड में आए सियासी संकट को लेकर दुनिया भर की निगाहें लगी हुई है. क्योकि इस संकट में राजनीति का जो चेहरा दिखाई दिया था वो किसी को पसंद नहीं आया था. बीजेपी और कांग्रेस के बीच खरीद फरोख्त की राजनीति को लेकर जो घमासान मचा था उसमे बहुत सी ऐसी बाते बाहर निकल कर आई जिसका विरोध खुद बीजेपी और कांग्रेस किया करते थे.
अब सुप्रीम कोर्ट इस पर शुक्रवार को सुनवाई करेगा. सुप्रीम कोर्ट ने ही केंद्र की सरकार को सुझाव दिया था कि उत्तराखंड में फ्लोर टेस्ट कराया जाए, वही इस मामले पर केंद्र सरकार का कहना है कि वो इस बारे में अपना मत शुक्रवार को होने वाली सुनवाई के बाद ही साफ करेगी. लेकिन इस बीच सवाल ये घूम रहा है कि अगर उत्तराखंड में फ्लोर टेस्ट होता है तो स्थिति कैसी होगी. क्या कांग्रेस खुद को साबित कर पाएगी.
खंगालने में जो निकल कर आया वो बेहद दिलचस्प है. उत्तराखंड में अगर फ्लोर टेस्ट होता है तो बीजेपी और कांग्रेस के अलावा मायावती का रोल अहम हो सकता है. पीडीएफ के अध्यक्ष प्रसाद नैथानी का कहना है कि इसका फैसला मायावती ही करेंगी. क्योकि झबरेड़ा के विधायकों ने अपना फैसला मायावती पर छोड़ दिया है.
इसके अलावा विधायक सरवत करीम अंसारी का भी कहना है कि इस बारे में जो फैसला होगा वो आखिरी फैसला मायावती लेंगी. ऐसे में कांग्रेस के लिए मुश्किलें बढ़ जाएंगी. क्योकि इस तरह कांग्रेस को 6 विधायकों का समर्थन खिसकता हुआ महसूस हो रहा है. जोकि कांग्रेस के लिए एक बड़ी मुसीबत बन सकता है. लेकिन इन सब के बीच केंद्र सरकार के फैसले पर नजर रहेगी, कि क्या वो उत्तराखंड में फ्लोर टेस्ट का समर्थन करती है.
अब सुप्रीम कोर्ट इस पर शुक्रवार को सुनवाई करेगा. सुप्रीम कोर्ट ने ही केंद्र की सरकार को सुझाव दिया था कि उत्तराखंड में फ्लोर टेस्ट कराया जाए, वही इस मामले पर केंद्र सरकार का कहना है कि वो इस बारे में अपना मत शुक्रवार को होने वाली सुनवाई के बाद ही साफ करेगी. लेकिन इस बीच सवाल ये घूम रहा है कि अगर उत्तराखंड में फ्लोर टेस्ट होता है तो स्थिति कैसी होगी. क्या कांग्रेस खुद को साबित कर पाएगी.
खंगालने में जो निकल कर आया वो बेहद दिलचस्प है. उत्तराखंड में अगर फ्लोर टेस्ट होता है तो बीजेपी और कांग्रेस के अलावा मायावती का रोल अहम हो सकता है. पीडीएफ के अध्यक्ष प्रसाद नैथानी का कहना है कि इसका फैसला मायावती ही करेंगी. क्योकि झबरेड़ा के विधायकों ने अपना फैसला मायावती पर छोड़ दिया है.
इसके अलावा विधायक सरवत करीम अंसारी का भी कहना है कि इस बारे में जो फैसला होगा वो आखिरी फैसला मायावती लेंगी. ऐसे में कांग्रेस के लिए मुश्किलें बढ़ जाएंगी. क्योकि इस तरह कांग्रेस को 6 विधायकों का समर्थन खिसकता हुआ महसूस हो रहा है. जोकि कांग्रेस के लिए एक बड़ी मुसीबत बन सकता है. लेकिन इन सब के बीच केंद्र सरकार के फैसले पर नजर रहेगी, कि क्या वो उत्तराखंड में फ्लोर टेस्ट का समर्थन करती है.
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