भाजपा में आधे से अधिक जिलाध्यक्ष ब्राहमण, ठाकुर और वैश्य
लखनऊ : भाजपा जिलों में संगठन के जरिए सामाजिक समीकरण साधने में जुट गई है। महानगर और जिले की 90 इकाइयों में अब तक 71 अध्यक्ष घोषित कर दिए गए हैं।
इनमें आधे से अधिक जिलों में ब्राहमण , ठाकुर और वैश्य जाति के अध्यक्ष बनाए गए हैं। 2017 के विधानसभा चुनाव के लिए भाजपा अपनी ताकत लगा रही है। फिलहाल सारा जोर संगठन पर है। अध्यक्षों के चयन में पार्टी उस जातीय समीकरण पर केंद्रित दिख रही है जिनकी किन्हीं वजहों से पार्टी से दूरी हो गई थी। अब तक घोषित 71 इकाइयों में 20 ब्राहमण, आठ ठाकुर और दस से ज्यादा वैश्य वर्ग के अध्यक्ष बनाये गये हैं।
यादव, कुर्मी, लोध, कायस्थ के साथ ही अनुसूचित जाति को भी समायोजित किया गया है। ब्राहमण और वैश्य भाजपा के परंपरागत मतदाता रहे हैं लेकिन अब भाजपा ने प्रदेश की कमान पिछड़ी जाति के केशव मौर्य के हाथ में दी है और जिलों में अन्य जातियों के साथ संतुलन साधने में लगी है।
शेष 19 जिलों में भी 15 मई से पहले संगठन तैयार हो जाएगा। दरअसल, भाजपा यह संदेश देने में जुटी है कि अगड़ी और पिछड़ी जातियों के साथ ही दलितों को भी महत्व दिया जाएगा।
तीस मई तक जिला कमेटी : महामंत्री संगठन सुनील बंसल ने नवनियुक्त जिलाध्यक्षों को अपनी कमेटी तैयार करने के निर्देश दिए हैं। जिलों की कमेटियों में भी जातीय संतुलन बनाने की प्रक्रिया चल रही है। प्रदेश मुख्यालय से अनुमोदन के बाद तीस मई से पहले जिलों की कार्यकारिणी भी घोषित हो जाएगी।
इनमें आधे से अधिक जिलों में ब्राहमण , ठाकुर और वैश्य जाति के अध्यक्ष बनाए गए हैं। 2017 के विधानसभा चुनाव के लिए भाजपा अपनी ताकत लगा रही है। फिलहाल सारा जोर संगठन पर है। अध्यक्षों के चयन में पार्टी उस जातीय समीकरण पर केंद्रित दिख रही है जिनकी किन्हीं वजहों से पार्टी से दूरी हो गई थी। अब तक घोषित 71 इकाइयों में 20 ब्राहमण, आठ ठाकुर और दस से ज्यादा वैश्य वर्ग के अध्यक्ष बनाये गये हैं।
यादव, कुर्मी, लोध, कायस्थ के साथ ही अनुसूचित जाति को भी समायोजित किया गया है। ब्राहमण और वैश्य भाजपा के परंपरागत मतदाता रहे हैं लेकिन अब भाजपा ने प्रदेश की कमान पिछड़ी जाति के केशव मौर्य के हाथ में दी है और जिलों में अन्य जातियों के साथ संतुलन साधने में लगी है।
शेष 19 जिलों में भी 15 मई से पहले संगठन तैयार हो जाएगा। दरअसल, भाजपा यह संदेश देने में जुटी है कि अगड़ी और पिछड़ी जातियों के साथ ही दलितों को भी महत्व दिया जाएगा।
तीस मई तक जिला कमेटी : महामंत्री संगठन सुनील बंसल ने नवनियुक्त जिलाध्यक्षों को अपनी कमेटी तैयार करने के निर्देश दिए हैं। जिलों की कमेटियों में भी जातीय संतुलन बनाने की प्रक्रिया चल रही है। प्रदेश मुख्यालय से अनुमोदन के बाद तीस मई से पहले जिलों की कार्यकारिणी भी घोषित हो जाएगी।
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