स्टिंग से लेकर ऑडियो क्लिप तक क्या है पत्रकार पूजा की मौत का सच?
ये कहानी है उस महिला पत्रकार की जिसे खोजी पत्रकारिता पसंद थी. स्टिंग ऑपरेशन के जरिए गैरकानूनी काम करने वालों के चेहरों को बेनकाब करना उसका जुनून था लेकिन एक स्टिंग ऑपरेशन ने उसकी जिंदगी को बदल दिया. वो कानून की गुनहगार बन गई उसके ऑफिस ने भी उसे सस्पेंड कर दिया. और ऐसे ही हालातों में एक रोज सामने आई उसकी मौत की रहस्यमय कहानी. वो कहानी जिसका सच हर कोई जानना चाहता है. दो महीने पहले पूजा ने एक डॉक्टर पर स्टिंग ऑपरेशन किया था. पूजा के उस स्टिंग ऑपरेशन ने सनसनी फैला दी थी लेकिन अब उस स्टिंग ऑपरेशन के 2 महीने बाद पूजा की रहस्यम मौत की कहानी से हर कोई है सन्न। पूजा तिवारी फरीदाबाद के सेक्टर 46 का सद्भावना अपार्टमेंट इस अपार्टेमेंट की पांचवी मंजिल के प्लैट नंबर 509 में रहती थी. एक और दो मई की दरमियानी रात पूजा ने इसी अपार्टमेंट से कूद कर अपनी जान दे दी. जांच में पुलिस को पता चला है कि जिस वक्त पूजा ने खुदकुशी की उस वक्त उसके साथ फ्लैट के अंदर उसकी एक दोस्त अमरीन खान और हरियाण पुलिस का एक इंस्पेक्टर अमित मौजूद थे. पूजा के घरवालों के मुताबिक अमित पूजा का लोकल गारजियन था.
पूजा मध्यप्रदेश के इंदौर की रहने वाली थी. वो पिछले कुछ समय से जी डिजीटल की बेवसाइट में नौकरी कर रही थी और अकेले ही फरीदाबाद में रह रही थी. इस दौरान तकरीबन दो महीने पहले उसने भ्रूण की लिंग बताने के मामले को लेकर फरीदाबाद के एक डॉक्टर धवल सिंह का स्टिंग ऑपरेशन किया था. डॉक्टर धवल सिंह के स्टिंग ऑपरेशन में कई बड़े डॉक्टरों के नामों का खुलासा हुआ था. फिर बेवसाइट पर खबर डाले जाने के बाद उन डॉक्टरों ने पूजा के खिलाफ ब्लैकमेलिंग की रिपोर्ट दर्ज करवा दी थी. जिसके बाद पूजा को जी डिजीटल की ओर से सस्पेंड कर दिया गया था. जिसे लेकर वो बेहद डिप्रेशन में थी. कुछ रोज पहले उसने अपने फेसबुक पर उस स्टिंग ऑपरेशन की पूरी कहानी लिखी थी.
इस पोस्ट में पूजा ने लिखा था, ''मैं पूजा तिवारी “IaminDNA”, Zee Digital Convergence Limited से फरीदाबाद की रिपोर्टर हूं. सितंबर 21, 2015 को मैंने बतौर रिपोर्टर ,IaminDNA ज्वाइन किया था और फरीदाबाद शहर में कई एक्सक्लूसिव और खोजी खबरों पर काम भी किया है. हाल ही में मैंने एक विश्वसनीय सूत्र की सूचना पर मार्च 9, 2016 की शाम को एक झोलाछाप डॉक्टर डॉ. धवल सिंह पर स्टिंग किया था. मुझे यह भी बताया गया था की यह डॉक्टर महिलाओं को MTP (Medical Termination of Pregnancy) KIT देता हैं और MTP भी करवाता हैं. इन सब सूचनाओं के आधार पर मैंने अपने संस्थान में चर्चा की जिसके चलते मुझे स्टिंग करने की अनुमति मिली.'' पूजा ने अपनी फेसबुक पोस्ट में खुलासा किया कि उसने इस स्टिंग को करने के लिए अपने एक दोस्त अनुज मिश्रा की मदद ली थी. अनुज और पूजा पति पत्नी बनकर डॉक्टर धवल सिंह के पास पंहुचे थे. पूजा ने अपनी फेसबुक पोस्ट में लिखा था, ''यह स्टिंग हम लोगों ने दयाल नगर, ग्रीन फील्ड कॉलोनी में किया था. मैं वहा बतौर मरीज बनकर गयी थी ताकि MTP संबंधित जानकारी हासिल की जा सके. अनुज मिश्रा ने स्टिंग की प्लानिंग के अनुसार मेरे पति होने की भूमिका निभाई.''
पूजा ने आगे लिखा, "'अनुज मिश्रा ने डॉक्टर धवल सिंह को अपने विश्वास में ले कर के कहा की मेरी पत्नी प्रेग्नेंट है और इनका MTP कराना है. इस बात पर डॉक्टर ने कहा मैं सब करवा दूंगा मेरे शहर की जानी मानी gynaecologist डॉक्टर अर्चना गोयल से अच्छे संपर्क हैं. मेरे एक फोन करने पर वो सब कुछ कर देंगी. उनका PRO मेरा मित्र है और MTP से ले कर के वो सारे सर्जिकल भी कर देंगी. मैं उनको पर्सनली भी फ़ोन कर दूंगा. डॉक्टर अर्चना गोयल का विजिटिंग कार्ड भी उसने हमें दिखाया. जिसकी हमने फोटो भी ली थी. इसके बाद उसने शहर के जाने माने ट्यूबरक्लोसिस के डॉक्टर रमन कक्कर का नाम भी लिया और साथ ही खुद को बीके हॉस्पिटल का डॉक्टर भी बताया. फिर हम लोग वहां से चले आए.'' पूजा ने अपने फेसबुक पोस्ट में खुलासा किया था कि डॉक्टर धवल सिंह ने स्टिंग में दो तीन बड़े डॉक्टरों का नाम लिया था और उनमें से एक नाम था शहर की जानी मानी gynaecologist डॉक्टर अर्चना गोयल का. डॉक्टर अर्चना गोयल का नाम सामने आने के बाद पूजा ने उनका पक्ष जानने के लिए उनसे संपर्क किया.
"मैंने डॉक्टर अर्चना को फ़ोन किया और बताया की मैं Iamin DNA से हूँ और मैंने एक स्टिंग किया हैं, तब डॉक्टर अर्चना ने 14 मार्च, 2016 सोमवार को 1 बजे मिलने का समय दिया. सोमवार को 1 बजे हम डॉक्टर अर्चना गोयल से उनके प्राइवेट क्लिनिक गोयल नर्सिंग होम में जा कर के मिले. उन्होंने खुद न बात करते हुए हमे डॉ. अनिल गोयल उनके पति से मिलवाया और बात करने को कहा और वे खुद वह से उठ कर के चली गयीं.''
पूजा ने अपने फेसबुक पोस्ट पर स्टिंग ऑपरेशन की पूरी कहानी बयां की थी. इसी स्टिंग ऑपरेशन के बाद डॉक्टर अर्चना गोयल और उनके पति ने पूजा के खिलाफ ब्लैकमेलिंग का मामला दर्ज करवा दिया. डॉक्टर अर्चना गोयल के पति अनिल गोयल ने एक न्यूज़ चैनल के सामने खुलासा किया, ''एक झोला छाप डाक्टर ने MTP कराने के लिए डॉक्टर अर्चना गोयल के नर्सिंग होम का नाम लिया, जिस डाक्टर को हम नहीं जानते उसके बावजूद हमसे पैसे मांगे गए 2 लाख रुपए. जब हमने नही दिया तो स्टोरी वेब पर डाल दी गई और सोशल मीडिया पर वायरल कर दी गई जिसके बाद हमने एफआईआर दर्ज कराई.
पूजा के परिवारवालों के मुताबिक वो अपने ऊपर हुई ब्लैकमेलिंग की एफआईआर के बाद बेहद ड्रिप्रेशन में थी. उसके ऑफिस से भी उसे सस्पेंड कर दिया गया था. इस वजह से वो परेशान थी. मौत से तकरीबन डेढ़ घंटे पहले पूजा की अपने एक दोस्त भरत से फोन पर बातचीत भी हुई थी जिसमें उसने उससे अपनी परेशानी का जिक्र किया था.
पूजा के दोस्त भरत ने बातचीत का ये ऑडियो कैच न्यूज नाम की एक बेवसाइट को दिया है. इसी रिकॉर्डिंग में छिपी है एक ऐसी कहानी जिसने पूजा की खुदकुशी के मामले को नया मोड़ दे दिया है. वो इसलिए क्योंकि जिस वक्त पूजा ने पांचवी मंजिल से छलांग लगाई थी उस वक्त उसके साथ फ्लैट में उसकी दोस्त अमरीन और हरियाणा पुलिस का इंस्पेक्टर अमित मौजूद था. भरत और पूजा की बातचीत के बाद अमित ने भी भरत से फोन पर बात की थी. उन दोनों के बीच हुई बातचीत में जो कहानी सामने आ रही है वो पूजा के ड्रिप्रेशन में आकर खुदकुशी करने की कहानी पर शक पैदा कर रही है.
पूजा के दोस्त भरत और हरियाणा पुलिस के इंस्पेक्टर अमित के बीच हुई ये बातचीत पूजा की मौत से डेढ़ घंटे पहले की है. इस बातचीत को सुनकर ये अंदाजा लगाया जा सकता है कि अमित किसी बंकी नाम के लड़के से पूजा के मिलने को लेकर गुस्से में था. इस बात पर पूजा और अमित के बीच झगड़ा भी हुआ था.
ऐसे में सवाल ये है कि आखिर अमित को पूजा के बंकी नाम के लड़के से मिलने जुलने पर ऐतराज क्यों था. क्या पूजा और अमित के बीच कोई रिश्ता था और उसे ये गवारा नहीं था कि पूजा उसके अलावा किसी और से मिले जुले. हलांकि अमित का कहना है पूजा ने खुदकुशी सिर्फ डिप्रेशन की वजह से की. उसका उस रात पूजा से कोई झगड़ा नहीं हुआ था.
लेकिन सवाल ये भी है कि अमित, पूजा और बंकी के रिश्तों का सच क्या है. क्या पूजा की खुदकुशी के पीछे कोई और कहानी है. क्या अमित कुछ छिपा रहा है हलांकि पूजा के घरवाले इस मामले में अमित को बेकसूर बता रहे हैं.
पूजा की मौत का सच क्या है ये सिर्फ अमित और उसकी दोस्त अमरीन ही जानते हैं क्योंकि वो दोनों ही उस रात उसके साथ मौजूद थे. हलांकि पुलिस के सामने अमरीन ने खुलासा किया है कि उस रात पूजा ने शराब पी हुई थी. पुलिस के दिए अपने बयान में अमरीन ने कहा है कि पूजा अमित के साथ बाहर के कमरे में थी और मैं दूसरे कमरे में बैठ कर खाना खा रही थी. इसी दौरान अमित ने मेरे कमरे का दरवाजा खटखटाया और उसने बताया कि पूजा ने छलांग लगा दी है.
ऐसे में पूजा की मौत की मिस्ट्री क्या है हरियाणा पुलिस इसकी जांच कर रही है. हलांकि पुलिस पूजा की मौत को खुदकुशी मान कर ही चल रही है. पुलिस ने पूजा की मौत के मामले में खुदकुशी के लिए उकसाने के आरोप में डॉक्टर अर्चना गोयल उनके पति डॉक्टर अनिल गोयल और डॉक्टर धवल सिंह के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया है. लेकिन सवाल ये हैं कि आखिर पूजा के खिलाफ 8 अप्रैल को एफआईआर दर्ज हुई थी तो अगर उसे खुदकुशी करना तो इतने दिनों के बाद क्यों की ?
पूजा मध्यप्रदेश के इंदौर की रहने वाली थी. वो पिछले कुछ समय से जी डिजीटल की बेवसाइट में नौकरी कर रही थी और अकेले ही फरीदाबाद में रह रही थी. इस दौरान तकरीबन दो महीने पहले उसने भ्रूण की लिंग बताने के मामले को लेकर फरीदाबाद के एक डॉक्टर धवल सिंह का स्टिंग ऑपरेशन किया था. डॉक्टर धवल सिंह के स्टिंग ऑपरेशन में कई बड़े डॉक्टरों के नामों का खुलासा हुआ था. फिर बेवसाइट पर खबर डाले जाने के बाद उन डॉक्टरों ने पूजा के खिलाफ ब्लैकमेलिंग की रिपोर्ट दर्ज करवा दी थी. जिसके बाद पूजा को जी डिजीटल की ओर से सस्पेंड कर दिया गया था. जिसे लेकर वो बेहद डिप्रेशन में थी. कुछ रोज पहले उसने अपने फेसबुक पर उस स्टिंग ऑपरेशन की पूरी कहानी लिखी थी.
इस पोस्ट में पूजा ने लिखा था, ''मैं पूजा तिवारी “IaminDNA”, Zee Digital Convergence Limited से फरीदाबाद की रिपोर्टर हूं. सितंबर 21, 2015 को मैंने बतौर रिपोर्टर ,IaminDNA ज्वाइन किया था और फरीदाबाद शहर में कई एक्सक्लूसिव और खोजी खबरों पर काम भी किया है. हाल ही में मैंने एक विश्वसनीय सूत्र की सूचना पर मार्च 9, 2016 की शाम को एक झोलाछाप डॉक्टर डॉ. धवल सिंह पर स्टिंग किया था. मुझे यह भी बताया गया था की यह डॉक्टर महिलाओं को MTP (Medical Termination of Pregnancy) KIT देता हैं और MTP भी करवाता हैं. इन सब सूचनाओं के आधार पर मैंने अपने संस्थान में चर्चा की जिसके चलते मुझे स्टिंग करने की अनुमति मिली.'' पूजा ने अपनी फेसबुक पोस्ट में खुलासा किया कि उसने इस स्टिंग को करने के लिए अपने एक दोस्त अनुज मिश्रा की मदद ली थी. अनुज और पूजा पति पत्नी बनकर डॉक्टर धवल सिंह के पास पंहुचे थे. पूजा ने अपनी फेसबुक पोस्ट में लिखा था, ''यह स्टिंग हम लोगों ने दयाल नगर, ग्रीन फील्ड कॉलोनी में किया था. मैं वहा बतौर मरीज बनकर गयी थी ताकि MTP संबंधित जानकारी हासिल की जा सके. अनुज मिश्रा ने स्टिंग की प्लानिंग के अनुसार मेरे पति होने की भूमिका निभाई.''
पूजा ने आगे लिखा, "'अनुज मिश्रा ने डॉक्टर धवल सिंह को अपने विश्वास में ले कर के कहा की मेरी पत्नी प्रेग्नेंट है और इनका MTP कराना है. इस बात पर डॉक्टर ने कहा मैं सब करवा दूंगा मेरे शहर की जानी मानी gynaecologist डॉक्टर अर्चना गोयल से अच्छे संपर्क हैं. मेरे एक फोन करने पर वो सब कुछ कर देंगी. उनका PRO मेरा मित्र है और MTP से ले कर के वो सारे सर्जिकल भी कर देंगी. मैं उनको पर्सनली भी फ़ोन कर दूंगा. डॉक्टर अर्चना गोयल का विजिटिंग कार्ड भी उसने हमें दिखाया. जिसकी हमने फोटो भी ली थी. इसके बाद उसने शहर के जाने माने ट्यूबरक्लोसिस के डॉक्टर रमन कक्कर का नाम भी लिया और साथ ही खुद को बीके हॉस्पिटल का डॉक्टर भी बताया. फिर हम लोग वहां से चले आए.'' पूजा ने अपने फेसबुक पोस्ट में खुलासा किया था कि डॉक्टर धवल सिंह ने स्टिंग में दो तीन बड़े डॉक्टरों का नाम लिया था और उनमें से एक नाम था शहर की जानी मानी gynaecologist डॉक्टर अर्चना गोयल का. डॉक्टर अर्चना गोयल का नाम सामने आने के बाद पूजा ने उनका पक्ष जानने के लिए उनसे संपर्क किया.
"मैंने डॉक्टर अर्चना को फ़ोन किया और बताया की मैं Iamin DNA से हूँ और मैंने एक स्टिंग किया हैं, तब डॉक्टर अर्चना ने 14 मार्च, 2016 सोमवार को 1 बजे मिलने का समय दिया. सोमवार को 1 बजे हम डॉक्टर अर्चना गोयल से उनके प्राइवेट क्लिनिक गोयल नर्सिंग होम में जा कर के मिले. उन्होंने खुद न बात करते हुए हमे डॉ. अनिल गोयल उनके पति से मिलवाया और बात करने को कहा और वे खुद वह से उठ कर के चली गयीं.''
पूजा ने अपने फेसबुक पोस्ट पर स्टिंग ऑपरेशन की पूरी कहानी बयां की थी. इसी स्टिंग ऑपरेशन के बाद डॉक्टर अर्चना गोयल और उनके पति ने पूजा के खिलाफ ब्लैकमेलिंग का मामला दर्ज करवा दिया. डॉक्टर अर्चना गोयल के पति अनिल गोयल ने एक न्यूज़ चैनल के सामने खुलासा किया, ''एक झोला छाप डाक्टर ने MTP कराने के लिए डॉक्टर अर्चना गोयल के नर्सिंग होम का नाम लिया, जिस डाक्टर को हम नहीं जानते उसके बावजूद हमसे पैसे मांगे गए 2 लाख रुपए. जब हमने नही दिया तो स्टोरी वेब पर डाल दी गई और सोशल मीडिया पर वायरल कर दी गई जिसके बाद हमने एफआईआर दर्ज कराई.
पूजा के परिवारवालों के मुताबिक वो अपने ऊपर हुई ब्लैकमेलिंग की एफआईआर के बाद बेहद ड्रिप्रेशन में थी. उसके ऑफिस से भी उसे सस्पेंड कर दिया गया था. इस वजह से वो परेशान थी. मौत से तकरीबन डेढ़ घंटे पहले पूजा की अपने एक दोस्त भरत से फोन पर बातचीत भी हुई थी जिसमें उसने उससे अपनी परेशानी का जिक्र किया था.
पूजा के दोस्त भरत ने बातचीत का ये ऑडियो कैच न्यूज नाम की एक बेवसाइट को दिया है. इसी रिकॉर्डिंग में छिपी है एक ऐसी कहानी जिसने पूजा की खुदकुशी के मामले को नया मोड़ दे दिया है. वो इसलिए क्योंकि जिस वक्त पूजा ने पांचवी मंजिल से छलांग लगाई थी उस वक्त उसके साथ फ्लैट में उसकी दोस्त अमरीन और हरियाणा पुलिस का इंस्पेक्टर अमित मौजूद था. भरत और पूजा की बातचीत के बाद अमित ने भी भरत से फोन पर बात की थी. उन दोनों के बीच हुई बातचीत में जो कहानी सामने आ रही है वो पूजा के ड्रिप्रेशन में आकर खुदकुशी करने की कहानी पर शक पैदा कर रही है.
पूजा के दोस्त भरत और हरियाणा पुलिस के इंस्पेक्टर अमित के बीच हुई ये बातचीत पूजा की मौत से डेढ़ घंटे पहले की है. इस बातचीत को सुनकर ये अंदाजा लगाया जा सकता है कि अमित किसी बंकी नाम के लड़के से पूजा के मिलने को लेकर गुस्से में था. इस बात पर पूजा और अमित के बीच झगड़ा भी हुआ था.
ऐसे में सवाल ये है कि आखिर अमित को पूजा के बंकी नाम के लड़के से मिलने जुलने पर ऐतराज क्यों था. क्या पूजा और अमित के बीच कोई रिश्ता था और उसे ये गवारा नहीं था कि पूजा उसके अलावा किसी और से मिले जुले. हलांकि अमित का कहना है पूजा ने खुदकुशी सिर्फ डिप्रेशन की वजह से की. उसका उस रात पूजा से कोई झगड़ा नहीं हुआ था.
लेकिन सवाल ये भी है कि अमित, पूजा और बंकी के रिश्तों का सच क्या है. क्या पूजा की खुदकुशी के पीछे कोई और कहानी है. क्या अमित कुछ छिपा रहा है हलांकि पूजा के घरवाले इस मामले में अमित को बेकसूर बता रहे हैं.
पूजा की मौत का सच क्या है ये सिर्फ अमित और उसकी दोस्त अमरीन ही जानते हैं क्योंकि वो दोनों ही उस रात उसके साथ मौजूद थे. हलांकि पुलिस के सामने अमरीन ने खुलासा किया है कि उस रात पूजा ने शराब पी हुई थी. पुलिस के दिए अपने बयान में अमरीन ने कहा है कि पूजा अमित के साथ बाहर के कमरे में थी और मैं दूसरे कमरे में बैठ कर खाना खा रही थी. इसी दौरान अमित ने मेरे कमरे का दरवाजा खटखटाया और उसने बताया कि पूजा ने छलांग लगा दी है.
ऐसे में पूजा की मौत की मिस्ट्री क्या है हरियाणा पुलिस इसकी जांच कर रही है. हलांकि पुलिस पूजा की मौत को खुदकुशी मान कर ही चल रही है. पुलिस ने पूजा की मौत के मामले में खुदकुशी के लिए उकसाने के आरोप में डॉक्टर अर्चना गोयल उनके पति डॉक्टर अनिल गोयल और डॉक्टर धवल सिंह के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया है. लेकिन सवाल ये हैं कि आखिर पूजा के खिलाफ 8 अप्रैल को एफआईआर दर्ज हुई थी तो अगर उसे खुदकुशी करना तो इतने दिनों के बाद क्यों की ?
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