मोदी को अपने ई-रिक्शा में बैठाने वाले बॉबी से पीएम ने ऐसा क्या कहा
वाराणसी. नरेंद्र मोदी ने रविवार को यहां डीएलडब्लू मैदान में 1000 ई-रिक्शा डिस्ट्रिब्यूट किए। प्रोग्राम के दौरान उन्होंने ई-रिक्शा की सवारी भी की। सवारी करते-करते मोदी ने ड्राइवर बॉबी से ई-रिक्शा से हुए फायदे-नुकसान का जायजा भी लिया। बॉबी ने बताया कि पीएम का गिफ्ट मिलने के बाद उनकी कमाई 10 गुना बढ़ गई है। कभी 3 हजार में करना पड़ता था गुजारा, अब 30 हजार कमाता है बॉबी...
- मोदी को अपने ई-रिक्शा में बैठाने वाले बॉबी ने पीएम के साथ हुई बातचीत को शेयर किया।
- बॉबी ने बताया, "पीएस साहब ने पहले मेरा नाम पूछा। फिर बोले - क्या मुझे रिक्शा पर बैठाओगे? मैंने जब कहा, बिल्कुल, तो उन्होंने मुझसे चुटकी ली और कहा रिक्शा पलटा न देना, हमेशा आराम से चलाया करो।"
- "मोदी जी ने मुझ से पूछा कि मैं साइकल रिक्शा से कितना कमाता था और अब ई-रिक्शा से कितनी कमाई हो जाती है।"
- बॉबी ने बताया कि पहले वो किराए का रिक्शा चलाता था, जिससे 100 रुपए रोजाना की कमाई होती थी। अब बॉबी रोज 1000 रुपए कमाते हैं।
- बॉबी ने कहा, "मोदी जी ने फिर कहा जिंदगी कुछ बदली, बच्चे अब पढ़-लिख लेंगे, पत्नी भी प्रसन्न होगी न? इस पर मैंने जवाब दिया, जी बिल्कुल दोनों बेटियों को अच्छे स्कूल में पढ़ाऊंगा।"
- मोदी ने फिर बॉबी से पूछा कि दूसरे रिक्शे वालों और काशी का क्या कहना है? इस पर बॉबी ने जबाब दिया कि रिक्शे को खींचने में सीने की ताकत लगती है और ई-रिक्शा एक्सिलेटर और बैटरी से चल देता है।
अब 30 हजार महीना कमा लेते हैं बॉबी
- कुछ महीने पहले भी मोदी ने वाराणसी में ई-रिक्शा डिस्ट्रिब्यूट किए थे।
- तब सिगरा निवासी बॉबी को भी ई-रिक्शा मिला था।
- वे पहले साइकल रिक्शा चलाते थे। तब उनकी कमाई लगभग 3000 रुपए महीना हो पाती थी।
- बॉबी का कहना है कि अब वे ई-रिक्शा से 30 हजार रुपए महीना तक कमा लेते हैं।
विकास का भी हुआ विकास
- मोदी द्वारा पिछली बार बांटे गए ई-रिक्शा के बेनिफीशियरी विकास पाठक ने भी अपनी आपबीती सुनाई।
- उन्होंने बताया, "बैचलर लाइफ में तो जैसे-तैसे गुजारा चल रहा था, लेकिन शादी के बाद मुश्किलें चार गुना बढ़ गईं।"
- गरीबी के चलते विकास ग्रेजुएशन के बाद चंदौली से बनारस कमाने की नियत से आए थे।
- उनका कहना है कि ई-रिक्शा मिलने के बाद अब उनकी लाइफ भी स्मूथ चल रही है।
- रविवार 1 मई को हुए प्रोग्राम में ई-रिक्शा डिस्ट्रिब्यूशन के दौरान मोदी ने धीरेंद्र राठौर, पप्पू गुप्ता, सुशील और बबलू नाम के रिक्शा चालकों के परिवार से मुलकात कर अपने हाथ से चाबी पकड़ाई।
- मोदी ने 15 लोगों को परमानेंट जॉब और ई-रिक्शा ड्राइवर का सर्टिफिकेट समेत ड्रेस किट भी दी।
- मोदी को अपने ई-रिक्शा में बैठाने वाले बॉबी ने पीएम के साथ हुई बातचीत को शेयर किया।
- बॉबी ने बताया, "पीएस साहब ने पहले मेरा नाम पूछा। फिर बोले - क्या मुझे रिक्शा पर बैठाओगे? मैंने जब कहा, बिल्कुल, तो उन्होंने मुझसे चुटकी ली और कहा रिक्शा पलटा न देना, हमेशा आराम से चलाया करो।"
- "मोदी जी ने मुझ से पूछा कि मैं साइकल रिक्शा से कितना कमाता था और अब ई-रिक्शा से कितनी कमाई हो जाती है।"
- बॉबी ने बताया कि पहले वो किराए का रिक्शा चलाता था, जिससे 100 रुपए रोजाना की कमाई होती थी। अब बॉबी रोज 1000 रुपए कमाते हैं।
- बॉबी ने कहा, "मोदी जी ने फिर कहा जिंदगी कुछ बदली, बच्चे अब पढ़-लिख लेंगे, पत्नी भी प्रसन्न होगी न? इस पर मैंने जवाब दिया, जी बिल्कुल दोनों बेटियों को अच्छे स्कूल में पढ़ाऊंगा।"
- मोदी ने फिर बॉबी से पूछा कि दूसरे रिक्शे वालों और काशी का क्या कहना है? इस पर बॉबी ने जबाब दिया कि रिक्शे को खींचने में सीने की ताकत लगती है और ई-रिक्शा एक्सिलेटर और बैटरी से चल देता है।
अब 30 हजार महीना कमा लेते हैं बॉबी
- कुछ महीने पहले भी मोदी ने वाराणसी में ई-रिक्शा डिस्ट्रिब्यूट किए थे।
- तब सिगरा निवासी बॉबी को भी ई-रिक्शा मिला था।
- वे पहले साइकल रिक्शा चलाते थे। तब उनकी कमाई लगभग 3000 रुपए महीना हो पाती थी।
- बॉबी का कहना है कि अब वे ई-रिक्शा से 30 हजार रुपए महीना तक कमा लेते हैं।
विकास का भी हुआ विकास
- मोदी द्वारा पिछली बार बांटे गए ई-रिक्शा के बेनिफीशियरी विकास पाठक ने भी अपनी आपबीती सुनाई।
- उन्होंने बताया, "बैचलर लाइफ में तो जैसे-तैसे गुजारा चल रहा था, लेकिन शादी के बाद मुश्किलें चार गुना बढ़ गईं।"
- गरीबी के चलते विकास ग्रेजुएशन के बाद चंदौली से बनारस कमाने की नियत से आए थे।
- उनका कहना है कि ई-रिक्शा मिलने के बाद अब उनकी लाइफ भी स्मूथ चल रही है।
- रविवार 1 मई को हुए प्रोग्राम में ई-रिक्शा डिस्ट्रिब्यूशन के दौरान मोदी ने धीरेंद्र राठौर, पप्पू गुप्ता, सुशील और बबलू नाम के रिक्शा चालकों के परिवार से मुलकात कर अपने हाथ से चाबी पकड़ाई।
- मोदी ने 15 लोगों को परमानेंट जॉब और ई-रिक्शा ड्राइवर का सर्टिफिकेट समेत ड्रेस किट भी दी।
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