मुख्यमंत्री आज देगे मजदूर दिवस पर तोहफा, आज से मिलेगा मध्याह्न् भोजन
लखनऊ: मजदूर दिवस पर रविवार को मुख्यमंत्री अखिलेश यादव मजदूरों को भोजन का टिफिन देकर बहुप्रतीक्षित मध्याह्न् भोजन योजना के पायलट प्रोजेक्ट की शुरुआत करेंगे। विधान भवन के सामने निर्माणाधीन मुख्यमंत्री सचिवालय के 500 मजदूरों को पहले दिन मुफ्त में भोजन देकर इसकी शुरुआत होगी। इसे लेकर तैयारियां पूरी हो गई हैं।
सहायक श्रमायुक्त किरन मिश्र ने बताया कि हाड़तोड़ मेहनत करने वाले श्रमिकों को 10 रुपये में भरपेट भोजन मिलेगा। सोमवार से शनिवार को कार्य स्थल पर टिफिन मिलेगा। इससे पहले पूर्वाह्न् 11 बजे मुख्यमंत्री अखिलेश यादव अपने आवास से पंजीकृत एक हजार श्रमिकों को साइकिल का वितरण करेंगे।
इसके साथ ही 60 वर्ष के ऊपर की उम्र वाले 100 श्रमिकों के लिए एक हजार रुपये प्रतिमाह पेंशन का चेक देकर पेंशन योजना की भी शुरुआत करेंगे। उप श्रमायुक्त बीजे सिंह के निर्देश पर 90 दिन काम करने वाले श्रमिकों का पंजीयन किया जा रहा है। सहायक श्रमायुक्त ने बताया कि उप्र भवन एवं अन्य निर्माण कर्मकार बोर्ड के गठन के बाद अब तक प्रदेश में 26,07,177 श्रमिकों का पंजीकरण हो चुका है।
120 श्रमिकों पर एक सुपरवाइजर :
श्रम अधिकारी यशवंत सिंह ने बताया कि सरकार की ओर से आइआरसीटीसी को टिफिन आपूर्ति की जिम्मेदारी दी गई है। 20 मजदूर पर एक सुपरवाइजर होगा जो श्रमिकों को टिफिन का वितरण और खाली टिफिन का कलेक्शन करेगा।
कार्यस्थल पर श्रमिक की दुर्घटना में निधन होने पर पांच लाख की सहायता
कार्यस्थल पर गंभीर रूप से घायल व विकलांगता की श्रेणी में आने पर दो लाख की तत्काल सहायता
श्रमिक के निधन पर अंतेष्टि के लिए 25 हजार की तत्काल सहायता
महिला श्रमिकों के मातृत्व लाभ के लिए उन्हें तीन महीने के वेतन के बराबर धनराशि देने का प्रावधान।
दो संतान तक 10,000 की दो साल तक सहायता दी जाती है और संतान कन्या होने पर 12,000 रुपये मिलेंगे।
अंतरजाती विवाह करने पर 55,000 और सजातीय करने पर 51,000 की धनराशि दी जाएगी।
सामूहिक विवाह करने पर श्रमिकों पांच हजार की सहायता दी जाती है।
सहायक श्रमायुक्त किरन मिश्र ने बताया कि हाड़तोड़ मेहनत करने वाले श्रमिकों को 10 रुपये में भरपेट भोजन मिलेगा। सोमवार से शनिवार को कार्य स्थल पर टिफिन मिलेगा। इससे पहले पूर्वाह्न् 11 बजे मुख्यमंत्री अखिलेश यादव अपने आवास से पंजीकृत एक हजार श्रमिकों को साइकिल का वितरण करेंगे।
इसके साथ ही 60 वर्ष के ऊपर की उम्र वाले 100 श्रमिकों के लिए एक हजार रुपये प्रतिमाह पेंशन का चेक देकर पेंशन योजना की भी शुरुआत करेंगे। उप श्रमायुक्त बीजे सिंह के निर्देश पर 90 दिन काम करने वाले श्रमिकों का पंजीयन किया जा रहा है। सहायक श्रमायुक्त ने बताया कि उप्र भवन एवं अन्य निर्माण कर्मकार बोर्ड के गठन के बाद अब तक प्रदेश में 26,07,177 श्रमिकों का पंजीकरण हो चुका है।
120 श्रमिकों पर एक सुपरवाइजर :
श्रम अधिकारी यशवंत सिंह ने बताया कि सरकार की ओर से आइआरसीटीसी को टिफिन आपूर्ति की जिम्मेदारी दी गई है। 20 मजदूर पर एक सुपरवाइजर होगा जो श्रमिकों को टिफिन का वितरण और खाली टिफिन का कलेक्शन करेगा।
कार्यस्थल पर श्रमिक की दुर्घटना में निधन होने पर पांच लाख की सहायता
कार्यस्थल पर गंभीर रूप से घायल व विकलांगता की श्रेणी में आने पर दो लाख की तत्काल सहायता
श्रमिक के निधन पर अंतेष्टि के लिए 25 हजार की तत्काल सहायता
महिला श्रमिकों के मातृत्व लाभ के लिए उन्हें तीन महीने के वेतन के बराबर धनराशि देने का प्रावधान।
दो संतान तक 10,000 की दो साल तक सहायता दी जाती है और संतान कन्या होने पर 12,000 रुपये मिलेंगे।
अंतरजाती विवाह करने पर 55,000 और सजातीय करने पर 51,000 की धनराशि दी जाएगी।
सामूहिक विवाह करने पर श्रमिकों पांच हजार की सहायता दी जाती है।
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