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फ्लॉप हो गया स्कूल चलो अभियान, बढ़ने के बजाय घट गए ढाई लाख से भी ज्यादा विद्यार्थी
BY Suryakant Pathak7 Aug 2017 6:56 AM GMT

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Suryakant Pathak7 Aug 2017 6:56 AM GMT
बेसिक शिक्षा विभाग का स्कूल चलो अभियान 6 से 14 वर्ष के बच्चों को शिक्षा से जोड़ने में नाकाम रहा है। अभियान के दौरान सरकारी स्कूलों में नामांकन बढ़ने के बजाय गत वर्ष की तुलना में विद्यार्थियों की संख्या में ढाई लाख से अधिक की कमी आई है।
बच्चों को शिक्षा के प्रति आकर्षित करने के लिए केंद्र व राज्य सरकार की ओर से सैकड़ों करोड़ रुपये खर्च किए जाने के बावजूद विभागीय स्तर पर अभियान को महज रस्म अदायगी के तौर पर लेने से सरकार का मकसद सफल नहीं हो पाया।
बेसिक शिक्षा विभाग की ओर से जूते-मोजे के टेंडर के लिए सभी जिलों से जुलाई के अंतिम सप्ताह में मंगाई गई विद्यार्थियों की संख्या ने अभियान की पोल खोल दी है।
जिलों से प्राप्त आंकड़ों के अनुसार प्रदेश के 1 लाख 59 हजार प्राथमिक और उच्च प्राथमिक विद्यालयों में इस वर्ष विद्यार्थियों की कुल संख्या 1 करोड़ 48 लाख 49 हजार 145 है, जबकि पिछले साल यह संख्या 1 करोड़ 51 लाख 22 हजार 755 थी।
बेसिक शिक्षा विभाग ने बेसिक शिक्षा परिषद के प्राथमिक और उच्च प्राथमिक विद्यालयों में नामांकन बढ़ाने के लिए विद्यार्थियों को निशुल्क स्कूल यूनिफॉर्म देने की घोषणा की थी। एक महीना बीतने के बाद भी मैनपुरी, इटावा, कानपुर शहर, कानपुर देहात सहित 20 से अधिक जिलों में 50 प्रतिशत बच्चों को भी यूनिफॉर्म नहीं मिली।
विभाग ने बच्चों को निशुल्क जूते-मोजे और स्कूल बैग देने की भी घोषणा की, लेकिन अभियान के दौरान जूते-मोजे का टेंडर पूरा नहीं हुआ। स्कूल बैग बंटने भी शुरू नहीं हुए। निशुल्क पाठ्यपुस्तकें भी सभी स्कूलों तक नहीं पहुंच सकीं।
आधार कार्ड नामांकन भी नहीं हुआ
स्कूलों में बच्चों का आधार कार्ड नामांकन भी जुलाई में पूरा नहीं हो सका। तीन महीने में भी सभी विद्यार्थियों का आधार कार्ड नामांकन नहीं होने पर विभाग के निदेशक सर्वेंद्र कुमार सिंह ने नाराजगी जताते हुए 30 अगस्त तक इस काम को पूरा कराने के निर्देश दिए हैं।
उच्च प्राथमिक में बढ़ी छात्रों की संख्या
उच्च प्राथमिक विद्यालयों की कक्षा 6-7-8 में गत वर्ष जहां 34 लाख 42 हजार 19 विद्यार्थी थे, वहीं इस वर्ष उनकी संख्या बढ़कर 36 लाख 11 हजार 706 हो गई है, जबकि प्राथमिक विद्यालयों में विद्यार्थियों की संख्या में कमी आई है।
गत वर्ष प्राथमिक विद्यालयों में विद्यार्थियों की संख्या 1 करोड़ 16 लाख 80 हजार 736 थी, जो इस साल 1 करोड़ 12 लाख 37 हजार 439 रह गई है। इनमें कक्षा 1-2 में 43 लाख 23 हजार 149 तथा कक्षा 3-4-5 में 69 लाख 14 हजार 290 विद्यार्थी हैं।
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