डैमेज कंट्रोल में जुटेगी सपा, नौ को जिलों में प्रदर्शन
BY Suryakant Pathak4 Aug 2017 1:33 AM GMT

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Suryakant Pathak4 Aug 2017 1:33 AM GMT
लखनऊ - राष्ट्रपति चुनाव में क्रास वोटिंग व विधान परिषद के दो वरिष्ठ सदस्यों की बगावत से हैरान समाजवादी पार्टी नेतृत्व डैमेज कंट्रोल में जुटा है। संगठन में बिखराव बढऩे की आशंका टालने के लिए पार्टी को संघर्ष के लिए मैदान में उतरा जाएगा। इसकी शुरुआत आगामी नौ अगस्त से होगी। प्रदेश के सभी 75 जिला मुख्यालयों पर प्रदर्शन होगा और नेतृत्व की बागडोर खुद राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव संभालेंगे। भाजपा को ललकारने के लिए अखिलेश ने अयोध्या को चुना है। अखिलेश नौ अगस्त को देश बचाओ देश बनाओ अभियान में जनसभा को संबोधित करेंगे। अन्य 74 जिलों में भी प्रदर्शन की अगुवाई को वरिष्ठ नेताओं को जिम्मेदारी सौंपी गयी है।
प्रवक्ता राजेंद्र चौधरी ने बताया कि नौ अगस्त आजादी की लड़ाई में महत्वपूर्ण दिन था इसीलिए नौ अगस्त को सपा ने आंदोलन आरंभ करने का दिन चुना है। इस आंदोलन के जरिए सपा केंद्र की मोदी और प्रदेश की योगी सरकार के खिलाफ बिगुल बजाएगी। सभी वरिष्ठ नेताओं के अलावा जिला व शहर की कमेटियों और फ्रंटल संगठनों को भी प्रदर्शन में पूरी ताकत से जुटने के लिए कहा गया है।
सरकार की विफलता और सपा की उपलब्धियां मुद्दा होंगी
नौ अगस्त को प्रदर्शन में केंद्र और प्रदेश सरकार की नाकामियां गिनाने के साथ सपा के शासनकाल में उपलब्धियां बताने का काम होगा। खराब कानून व्यवस्था, किसानों की कर्जा माफी, बकाया गन्ना मूल्य, बाढ़ और भ्रष्टाचार को लेकर भाजपा सरकार पर निशाने साधे जाएंगे।
आंतरिक असंतोष पर नजर
सपा के लिए भाजपा द्वारा उसके विधानपरिषद सदस्यों को तोडऩा ही चुनौती नहीं है। वरन संगठन में भीतर गहराता असंतोष भी चिंता का सबब बना है। सूत्रों का कहना है कि पूर्व मंत्री शिवपाल यादव द्वारा अलग मोर्चा बनाने के एलान से भी नेतृत्व की बेचैनी बढ़ी है। भाजपा अध्यक्ष अतिम शाह के तीन दिवसीय लखनऊ दौरे में सपा को तगड़ा झटका लगा। भाजपाइयों की माने तो सपा के कई बड़े नाम अभी दलबदल करने की तैयारी में है।
राष्ट्रीय अधिवेशन की तैयारी
सपा ने सितंबर में राष्ट्रीय सम्मेलन की तैयारी भी शुरू कर दी है। सम्मेलन में राष्ट्रीय अध्यक्ष का चुनाव करने और कार्यकाल को बढ़ाकर पांच साल करने पर मोहर लगेगी। सम्मेलन में शिवपाल यादव व उनके समर्थकों का पार्टी में भविष्य भी तय होगा। सम्मेलन की तिथि व स्थान अभी फाइनल नहीं किया गया है।
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