तीन श्रवण कुमारों ने मां-बाप को ऐसे कराया शिव दर्शन
BY Suryakant Pathak3 Aug 2017 2:25 AM GMT

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Suryakant Pathak3 Aug 2017 2:25 AM GMT
पौराणिक युग में श्रवण कुमार की मातृ-पितृ भक्ति कथाओं में सुनने को मिलती है। एक वो युग था जिसमें श्रवण कुमार ने कांवड़ में माता-पिता को लेकर तीर्थयात्रा कराई थी। लेकिन कलयुग में भी श्रवण कुमार बन कहानी को चरितार्थ किया है रूद्रपुर क्षेत्र के तीन पुत्रों ने। सावन के पवित्र माह में इन बेटों ने कांवड़ में माता-पिता को बैठा क्षेत्र के ऐतिहासिक शिवालयों का दर्शन कराया।
रूद्रपुर तहसील क्षेत्र स्थित दुबौली गांव निवासी कुबेर यादव, जगदीश यादव व जयकुमार यादव की मां सावित्री व पिता बच्चन यादव 70 वर्ष की उम्र पार कर चुके हैं। कुछ दिन पूर्व इन लागों ने बेटों से क्षेत्र के बाबा महेंद्रानाथ व दुग्धेश्वर नाथ में जलाभिषेक करने की इच्छा जताई। इस पर बड़े बेटे कुबेर ने अन्य दोनों भाईयों से बात कर मां-बाप को कॉवड़यात्रा के जरिए शिवदर्शन करान का निर्णय लिया। मंगलवार को तीनों भाईयों ने इसकी तैयारी की और मां-बाप को बैठाने के लिए भव्य कॉवड़ तैयार कराया।
बुधवार की सुबह ये मां-बाप को कॉवड़ में बैठा सरयू तटक के लिए रवाना हुए तो गांव के दर्जनों लोग उल्लास में इनके साथ हो लिए। करीब तीन घंटे में लगभग 25 किमी दूरी तय कर ये लोग सरयू के बरहज घाट पर पहुंचे। यहां पर स्नान करने के बाद ये लोग मां सरयू का जल लेकर बाबा महेंद्रानाथ व दुग्धेश्वरनाथ के लिए रवाना हुए। देर शाम वृद्ध दंपति ने दोनों शिव मंदिरों में पहुंच कर भगवान भोले का जलाभिषेक किया तो उनकी ऑखे भर आई। मां-बाप को कॉवड़ में बिठा कर लगभग 50 किमी की पैदल यात्रा कर शिव दर्शन कराने वाले तीनों बेटों की क्षेत्र में चहुंओर प्रशंसा हो रही है।
संतोष कुमार उपाध्याय
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