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प्रदेश की छात्राओं ने बनाया सेल्फ डिफेंस ट्रेनिंग में "लिम्का बुक ऑफ रिकॉर्ड" में स्थान
BY Suryakant Pathak30 July 2017 12:59 PM GMT

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Suryakant Pathak30 July 2017 12:59 PM GMT
उत्तर प्रदेश के मनगढ़ धाम में 5700 छात्राओं की एक साथ सेल्फ डिफेंस की ट्रेनिंग 'मेरी रक्षा मेरे हाथों में' को लिम्का बुक ऑफ रिकॉर्ड में दर्ज कर लिया गया है। यह कार्यक्रम जगद्गुरू कृपालु परिषद् और अभि सेल्फ प्रोटेक्शन द्वारा 18 सितंबर 2016 को आयोजित किया गया था।
पूरे देश में महिला सुरक्षा को लेकर ट्रेनिंग दे रहे यशभारती पुरस्कार से सम्मानित अभिषेक यादव अभी ने सितंबर 2016 में निःशुल्क यह ट्रेनिंग दी थी। इस दौरान कार्यक्रम की मुख्य अतिथि रहीं केंद्रीय मंत्री अनुप्रिया पटेल और फिल्म अभिनेता रणदीप हुड्डा अनुप्रिया ने महिलाओं की सुरक्षा के लिए सेल्फ डिफेंस को एक अचूक हथियार बताया था। उन्होंने उस समय कहा था ऐसी अद्भुत ट्रेनिंग उन्होंने कभी नहीं देखी।
जगद्गुरू कृपालु परिषद (जेकेपी) और अभिसेल्फ प्रोटेक्शन के संयुक्त तत्वाधान में दिए गए इस प्रशिक्षण की खास बात यह थी कि इसमें भाग लेने वाली लड़कियां/छात्राएं ग्रामीण पृष्ठभूमि की थीं। इस प्रशिक्षण कार्यक्रम में परिषद् के अपने तीन विद्यालयों के अतिरिक्त कुंडा (प्रतापगढ़, यूपी) क्षेत्र के 13 अन्य विद्यालयों की छात्राओं ने भी हिस्सा लिया था। इससे पहले दिल्ली पुलिस और दिल्ली सरकार द्वारा 5000 लड़कियों को ऐसी ट्रेनिंग दिए जाने का रिकॉर्ड लिम्क बुक में दर्ज था, जिसे उत्तर प्रदेश ने तोड़ दिया है।
लखनऊ प्रेस क्लब में लिम्का बुक ऑफ रिकॉर्ड को लेकर आयोजित प्रेस कांफ्रेंस को संबोधित करते हुए परिषद के सचिव राम पुरी ने कहा कि श्रीमहाराज जी की प्रेरणा से हम लोग काफी समय से बालिका शिक्षा के लिए काम कर रहे हैं। संस्था द्वारा संचालित तीनों विद्यालयों में प्राथमिक से लेकर परास्नातक तक की शिक्षा लड़कियों को निःशुल्क दी जाती है। अब सुरक्षा को लेकर भी सेल्फ डिफेंस की ट्रेनिंग में छात्राओं ने एक नया मुकाम बना लिया है। इस अभियान का लिम्का बुक रिकॉर्ड में दर्ज होना पूरे देश के लिए गर्व की बात है। यह उत्तर प्रदेश के लिए और भी अहम है, जहां अपराध की सबसे अधिक चर्चाएं होती रहती हैं।
रामपुरी ने आगे कहा कि लड़कियों-महिलाओं के प्रति बढ़ते अपराध को देखते हुए जेकेपी का यह मानना है कि यह एक सामाजिक समस्या है, जिसका हल समाज से ही निकल सकता है। उन्होंने कहा कि श्रीमहाराज जी की सोच यह थी कि लड़कियों को जीवन के हर क्षेत्र में मजबूत किए बगैर कोई भी समाज मजबूत नहीं हो सकता। इसी प्रेरणा को ध्यान में रखते हुए हम लोगों ने लड़कियों के सेल्फ डिफेंस का कार्यक्रम आयोजित किया था।
लिम्का बुक ऑफ रिकॉर्ड में कार्यक्रम का नाम दर्ज होने पर संतोष व्यक्त करते हुए राम पुरी ने कहा कि जब किसी अच्छे कार्य को सराहना मिलती है, तो स्वाभाविक रूप से खुशी होती है, लेकिन इसके साथ-साथ उस कार्य को और ज्यादा जिम्मेदारी पूर्वक निभाने का दायित्व भी कंधों पर आ जाता है।
ट्रेनिंग प्रोग्राम के प्रशिक्षक यश भारती पुरस्कार से सम्मानित अभिषेक यादव 'अभि' ने प्रसन्नता व्यक्त करते हुए कहा कि जेकेपी द्वारा आयोजित यह कार्यक्रम वास्तव में समाज के लिए एक ऐसा उदाहरण है, जिससे लोगों में महिला सुरक्षा के प्रति जागरूकता आएगी।
अभिषेक ने यह भी बताया कि जगद्गुरू कृपालु परिषद् और अभिसेल्फ प्रोटेक्शन का यह लक्ष्य है कि अधिक से अधिक लड़कियों-छात्राओं को सेल्फ डिफेंस प्रोग्राम के जरिए प्रशिक्षित किया जा सके, ताकि समय आने पर वे ऐसे असामाजिक तत्वों का मुकाबला करने में सक्षम हो, जो कानून-व्यस्था के लिए चुनौती बने रहते हैं।
अभिषेक यादव 'अभि' ने बताया कि अभी तक साठ हजार पुलिस कर्मियों और डेढ़ लाख से ज्यादा लड़कियों को सेल्फ डिफेंस की ट्रेनिंग दी गई है। उत्तर प्रदेश और हरियाणा में इस तरह की निःशुल्क ट्रेनिंग चल रही है। जल्द ही इसे पूरे देश में चलाया जाएगा।
अभिषेक यादव 'अभि' ने कहा कि निर्भया कांड के बाद इस बात की जरूरत ज्यादा महसूस की जाने लगी कि लड़कियों को आत्मरक्षा का गुर सिखाना कितना जरूरी है। यह काम सिर्फ सरकार अथवा प्रशासन के ऊपर नहीं छोड़ा जा सकता। इसके लिए समाज के लोगों को और निजी संस्थाओं को पहल करनी होगी।
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