भाजपा के संपर्क में बसपा के कई बड़े नेता
BY Suryakant Pathak29 July 2017 3:40 PM GMT

X
Suryakant Pathak29 July 2017 3:40 PM GMT
लखनऊ - बसपा एमएलसी रहे ठाकुर जयवीर सिंह के विधान परिषद की सदस्यता से इस्तीफा देने के बाद श्रम एवं सेवायोजन मंत्री स्वामी प्रसाद मौर्य ने शनिवार को कहा कि ऐसे मजबूत जनाधार वाले नेता के जाने के बाद मायावती की बची-खुची ताकत भी खत्म हो गई है। बसपा के कई और भारी-भरकम नेता और जोनल कोआर्डिनेटर हमारे (भाजपा) संपर्क में हैं। किसे लेना है और किसे नहीं, आवश्यकतानुसार एक-एक से बात करेंगे।
लखनऊ में पत्रकारों को मौर्य जब यह बता रहे थे तो जयवीर, अल्पसंख्यक कल्याण मंत्री चौधरी लक्ष्मी नारायण के अलावा बसपा से भाजपा में आये चंदौली के विधायक सुशील सिंह भी थे। मौर्य ने कहा कि पैसे की हवस में अंधी मायावती ने अंबेडकर के विचारों की हत्या कर दी, कांशीराम के सपनों को बेच दिया, दलितों-पिछड़ों के सम्मान को तिजोरियों में गिरवी रख दिया और लोकतंत्र का सौदा कर लिया। जो भी मायावती की पैसे की हवस को समझ जाएगा, वह बसपा को अलविदा कह देगा। बसपा के बचे-खुचे नेता भी एक-एक कर पार्टी छोड़ेंगे। कोई पहले, कोई बाद में।
नसीमुद्दीन आना चाहें तो विचार करेंगे
बसपा से निकाले गए नसीमुद्दीन सिद्दीकी को भाजपा में शामिल कराने के सवाल पर मौर्य ने कहा, नसीम भाई तो मायावती की पैसे की हवस की बीमारी के सबसे बड़े जीवाणु थे लेकिन, देर आये, दुरुस्त आये। प्रायश्चित स्वरूप उन्होंने भी मायावती से किनारा कर लिया। यदि वह भाजपा में आने की सोचते हैं तो हम लोग विचार करेंगे। लक्ष्मी नारायण ने कहा कि मायावती के पाप में नसीमुद्दीन भी शामिल रहे हैं, जब अटैचियां भर-भर कर आया करती थीं। उन्होंने नसीमुद्दीन को सलाह दी कि किसी दल में शामिल होने से पहले उन्हें हज या कैलाश मानसरोवर की यात्रा करनी चाहिए। तभी उनके विचारों में परिवर्तन आएगा।
जनता के बीच विश्वास खो चुकी बसपा : जयवीर
ठाकुर जयवीर सिंह ने कहा कि उन्होंने 18 साल ईमानदारी से बसपा की सेवा की है लेकिन, बसपा अब अपना जनाधार खो चुकी है, रास्ता भटक गई है और जनता के बीच विश्वास खो चुकी है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की दूरदृष्टि, राष्ट्र के प्रति उनके समर्पण और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की ईमानदारी व मेहनत से वह प्रभावित हैं। भाजपा अध्यक्ष अमित शाह को उन्होंने आज की राजनीति का चाणक्य बताया। भ्रष्टाचार में फंसे होने के कारण भाजपा के दबाव में बसपा से इस्तीफा देने के सवाल पर जयवीर ने कहा कि मेरा दामन साफ है, न मेरे ऊपर भ्रष्टाचार का कभी कोई आरोप लगा है और न मेरे खिलाफ कोई जांच चल रही है। भाजपा कब ज्वाइन कर रहे हैं? इस सवाल पर कहा कि आपको जल्दी पता चल जाएगा।
भाजपा द्वारा विपक्ष को तोडऩे और खत्म करने के सवाल पर चौधरी लक्ष्मी नारायण ने उल्टा प्रश्न किया कि भगवान राम के जमाने में कहां था विपक्ष? फिर कहा कि मोदी जी के जमाने में हम भारत में वही रामराज्य लाना चाहते हैं जो त्रेता युग में था।
Next Story