अब घरेलू गैस सिलेंडर पर जीएसटी की मार, जानिए कीमत
BY Suryakant Pathak29 July 2017 2:28 AM GMT

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Suryakant Pathak29 July 2017 2:28 AM GMT
गुड्स एंड सर्विस टैक्स(जीएसटी) की मार से रसोई गैस की लौ मंद हो गई है, वहीं कपड़ा कारोबारियों का व्यवसाय आधे से भी कम हो गया है।
पेट्रोलियम कंपनियों ने घरेलू रसोई गैस सिलेंडर की सब्सिडी में पहले तो 32 रुपये की कटौती कर दी। अब सिलेंडर पर जीएसटी की मार है। रसोई गैस सिलेंडर 68.19 रुपये महंगा हो गया। उपभोक्ताओं को एक साल पहले 421.68 रुपये में मिल रहा सब्सिडी वाला घरेलू गैस सिलेंडर अब 479.87 रुपये में मिल रहा है। सिलेंडर महंगा होने से शहर के लगभग ढाई लाख से अधिक उपभोक्ता प्रभावित हो रहे हैं।
रसोई गैस सिलेंडर की सब्सिडी में कटौती पिछले साल शुरू की गई थी। हर महीने दो से तीन रुपये तक कटौती जा रही थी। इस साल जुलाई तक सिलेंडर की कीमत में 31 रुपये की बढ़ोतरी हो गई। जुलाई में घरेलू गैस सिलेंडर पर पांच प्रतिशत जीएसटी के कारण दाम 26.40 रुपये और बढ़ गया। पिछले साल नॉन सब्सिडी वाले सिलेंडर की रेट में से सब्सिडी वाले सिलेंडर की बेस प्राइस को काटकर शेष रही सब्सिडी की राशि को उपभोक्ता के बैंक अकाउंट में जमा कराया जाता था।
रक्षाबंधन पर घटा कपड़े का कारोबार, दुर्गापूजा पर टिकी उम्मीदें
जीएसटी के चलते राखी के त्योहार पर असर दिख रहा है। कपड़ा और रेडीमेड गारमेंट्स का कारोबार में गिरावट आई है। व्यापारियों की मानें तो आधे से भी अधिक का कारोबार प्रभावित हुआ है। अब व्यापारियों को दुर्गापूजा के बाजार पर ही उम्मीद टिकी है।
हर साल राखी पर कपड़ा व्यापारी लगभग पांच से सात करोड़ रुपये तक का कारोबार कर लेते थे, लेकिन इस बार एकाध करोड़ रुपये से अधिक कारोबार पहुंचता नजर नहीं आ रहा है। कपड़ा व्यापारियों की मानें तो रक्षाबंधन, ईद और दुर्गापूजा पर कपड़ा कारोबार में रौनक रहती थी। हर साल जहां सालाना सौ करोड़ रुपये से अधिक का कारोबार होता रहा है, वहीं इस बार कपड़ा और रेडीमेड गारमेंट का कारोबार में काफी मंदी आने लगी है। जमशेदपुर थोक रिटेल कपड़ा व्यापारी संघ के अध्यक्ष हरमिंदर सिंह मोंटू का कहना है कि जीएसटी के बारे में अभी भी व्यापारी ठीक से समझ नहीं पाए हैं। वे थोक में मॉल उठाने में डर रहे हैं। नतीजतन पुराने स्टॉक पर ही कारोबार हो रहा है। अब दुर्गापूजा तक कपड़ा कारोबार में रौनक आने की उम्मीद लग रही है।
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