शिक्षामित्रों का उग्र आंदोलन पर यूपी के कई जिलों में लाठीचार्ज
BY Suryakant Pathak28 July 2017 12:59 AM GMT

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Suryakant Pathak28 July 2017 12:59 AM GMT
इलाहाबाद (जेएनएन)। समायोजन रद होने से शिक्षामित्रों का गुस्सा सातवें आसमान पर है। लगातार दूसरे दिन कार्य बहिष्कार जारी रहा, स्कूलों में ताले लटकते रहे और शिक्षामित्र सड़क पर उतरकर उग्र आंदोलन प्रदर्शन कर रहे हैं। वाराणसी में प्रधानमंत्री के संसदीय कार्यालय का घेराव हुआ, मुख्यमंत्री के क्षेत्र गोरखपुर में अराजक शिक्षामित्रों पर लाठीचार्ज और पानी की बौछार करनी पड़ी। इलाहाबाद में उप मुख्यमंत्री के घर का घेराव हुआ। प्रदेश के अन्य जिलों में भी प्रदर्शन अनवरत जारी रहने की सूचनाएं हैं। शिक्षामित्रों ने राहत मिलने तक कार्य बहिष्कार जारी रखने का एलान किया है।
वाराणसी व पूर्वांचल के विभिन्न जिले में गुरुवार को भी शिक्षामित्रों ने कामकाज ठप किया। करीब 1500 शिक्षामित्रों ने रविंद्रपुरी में प्रधानमंत्री का संसदीय कार्यालय घंटों घेरे रखा। गोरखपुर शहर में आक्रोशित शिक्षामित्रों का आंदोलन हसक हो गया। उग्र शिक्षामित्रों ने जहां एक कार और दो बसों पर पथराव कर शीशे तोड़ दिए वहीं कई राहगीरों के साथ भी मारपीट की। पंत पार्क से गोरखनाथ मंदिर जाते समय धर्मशाला बाजार में रोके जाने पर धक्का-मुक्की शुरू कर दी। पुलिस ने फायरब्रिगेड की गाड़ी से पानी की बौछार डालकर भीड़ को नियंत्रित करने का प्रयास किया। पथराव होने पर लाठीचार्ज कर भीड़ को तितर-बितर किया। इसमें दो महिलाओं सहित आठ शिक्षामित्र घायल हो गए हैं। 16 शिक्षामित्र गिरफ्तार किए गए जिन्हें बाद में निजी मुचलके पर छोड़ दिया गया।
सीतापुर के जीआइसी परिसर में शिक्षामित्रों ने महाराणा प्रताप की प्रतिमा का खून से तिलक किया। हाइवे पर जाम लगाकर नारेबाजी की गई। पुलिस ने लाठियां फटकारीं तो उग्र शिक्षामित्रों ने पथराव किया और वाहनों के शीशे तोड़े। पिटाई से महिला शिक्षामित्र मंजू अचेत हो गई। कानपुर और आसपास के जिलों में शिक्षामित्रों ने बीआरसी और डीएम कार्यालय में प्रदर्शन किया। हजारों विद्यालयों में ताला लगा रहा। कन्नौज के छिबरामऊ बीआरसी में ताला डालकर अफसर व कर्मियों को बंद कर दिया। जालौन में बीआरसी के घेराव हुआ। हमीरपुर, महोबा व फतेहपुर में प्रदर्शन हुआ। फर्रुखाबाद डीएम कार्यालय में तोडफ़ोड़ करने वालों पर कार्रवाई के लिए सीसीटीवी फुटेज खंगाले जा रहे हैं। उन्नाव, इटावा और औरैया में भी प्रदर्शन हुआ। इलाहाबाद में उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य के सर्किट हाउस के पास स्थित आवास के बाहर प्रदर्शन हुआ। प्रतापगढ़ व कौशांबी में आंदोलन जारी रहा।
दिव्यांग शिक्षामित्र ने दी जान
अमेठी के जामो ब्लाक में तैनात समायोजित दिव्यांग शिक्षामित्र महेश कुमार ने गुरुवार सुबह हरचंदपुर गांव के पास स्थित नाले में कूदकर आत्महत्या कर ली। लखीमपुर में बीएसए कार्यालय स्थित पेड़ पर चढ़कर एक शिक्षामित्र ने फांसी लगाने का प्रयास किया। प्रदर्शन के दौरान आधा दर्जन शिक्षामित्र बेहोश हो गए। गोंडा में अंबेडकर चौराहे पर लखनऊ हाईवे जाम कर दिया। बहराइच और श्रावस्ती, अंबेडकरनगर, सुलतानपुर, बाराबंकी, रायबरेली, फैजाबाद में दिन भर आंदोलन प्रदर्शन चला। बलरामपुर में शिक्षामित्र देवीपाटन मंदिर पहुंचे। हरदोई में विद्यालयों में ताला बंदकर प्रदर्शन किया।
पश्चिम में भी फैला आंदोलन
बरेली में दिल्ली-लखनऊ हाईवे पर दो घंटे जाम लगा दिया। वित्तमंत्री राजेश अग्रवाल के आवास पर प्रदर्शन करते हुए इच्छा मृत्यु मांगी। शाहजहांपुर में जाम लगाकर तो बदायंू में मानव शृंखला बनाकर सड़क पर प्रदर्शन किया। पीलीभीत, मुरादाबाद, सम्भल, अमरोहा, रामपुर में शिक्षामित्रों ने उग्र विरोध प्रदर्शन किया। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के होर्डिंग फाड़े। मंत्री बलदेव औलख के घर का घेराव किया। मैनपुरी, मथुरा, अलीगढ़ में भी आंदोलन दिन भर चला।
बच्चों को आतंकी बनाने की घोषणा
सहारनपुर में शिक्षा मित्रों ने मांग पूरी न होने पर मंच से बच्चों को डेढ़ वर्ष में नक्सली और आतंकवादी बनाने की घोषणा की है। शिक्षामित्र गुरदीप ङ्क्षसह ने धरने में कहा कि उन्होंने स्कूलों में बच्चों को अच्छा नागरिक बनाने का काम किया। उनकी मांग को नजरंदाज किया गया तो बच्चों को नक्सली, आतंकवादी नाने का काम करेंगे।
शासन के समक्ष रखी मांगें
शिक्षमित्रों के संगठनों के प्रतिनिधियों ने गुरुवार को अपर मुख्य सचिव बेसिक शिक्षा राज प्रताप सिंह से मुलाकात कर उनके समक्ष अपनी मांगें और सुझाव रखे। शिक्षामित्र संगठनों ने शुक्रवार को स्कूलों में तालाबंदी का एलान किया है। अपर मुख्य सचिव बेसिक शिक्षा के साथ बैठक में उप्र दूरस्थ बीटीसी शिक्षक संघ के प्रतिनिधियों ने मांग की कि राज्य सरकार केंद्र से संसद में बिल लाकर ऐसा कानून बनाने का अनुरोध करे जिससे कि शिक्षामित्र बिना टीईटी पास किये शिक्षक पद पर समायोजित किये जा सकें। तब तक शिक्षामित्रों की यथास्थिति बरकरार रखी जाए।
यदि ऐसा संभव न हो तो सभी शिक्षामित्रों को सहायक अध्यापक के समान/समकक्ष किसी और पद पर भर्ती किया जाए। उनका यह भी कहना था कि यदि सरकार हमें शिक्षामित्र के पूर्व पद पर मूल विद्यालय में भेजती है तो उसके पहले शिक्षामित्र पद को सहायक अध्यापक के समकक्ष सारी सुविधाएं व अधिकार देते हुए स्थायी नियुक्ति दी जाए। उधर, आदर्श शिक्षामित्र वेलफेयर एसोसिएशन के अध्यक्ष जितेंद्र शाही ने गुरुवार को नई दिल्ली में केंद्रीय गृह मंत्री राजनाथ सिंह से मुलाकात कर शिक्षामित्रों की समस्या का समाधान कराने का अनुरोध किया।
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