बलरामपुर में भाजपा कार्यकर्ता को गोलियों से भूना
BY Suryakant Pathak22 July 2017 2:23 AM GMT

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Suryakant Pathak22 July 2017 2:23 AM GMT
बाइक सवार हमलावरों ने भाजपा कार्यकर्ता को गोलियों से भून डाला। घटना के पीछे पुरानी रंजिश को कारण बताया गया है। घटना कोतवाली नगर के सिविल लाइन मोहल्ला में गुरुवार रात करीब आठ बजे हुई है। पिता ने पुत्र की हत्या में तीन लोगों को नामजद व दो अन्य पर केस दर्ज कराया है। एक हत्यारोपी को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है।
थाना देहात के पूरेमदारा निवासी कृष्णपाल सिंह ने बताया कि उनका पुत्र दुर्गेश सिंह उर्फ सुड्डू गुरुवार को बाइक से अचलापुर गांव गया था। लौटते समय सिविल लाइन निवासी छोटेलाल यादव के घर के पास दो बाइक सवार लोगों ने उस पर हमला बोल दिया। पहलवारा के रोमी गुप्ता व किठूरा गांव निवासी रीशू सिंह आदि ने सुड्डू पर ताबड़तोड़ फायरिंग की। वे कह रहे थे कि राजेश्वर से दुश्मनी लेने वाले को जिंदा नहीं छोड़ेंगे। कृष्णपाल ने तहरीर में बताया है कि करीब 10 साल पहले पहलवारा निवासी राजा सिंह की हत्या हो गई थी। सुड्डू उसमें चश्मदीद गवाह थे। सुड्डू पर जानलेवा हमले का केस राजेश्वर के विरुद्ध न्यायालय में लंबित है। पुरानी रंजिश के चलते ही सुड्डू की हत्या की गई है। राजेश्वर के भय से मोहल्ले में कोई गवाही देने को नहीं तैयार है।
प्रभारी निरीक्षक रामशंकर तिवारी ने बताया कि रोमी गुप्ता, रीशू सिंह व राजेश्वर पर केस दर्ज किया गया है। पुलिस अधीक्षक प्रमोद कुमार ने बताया कि हत्यारोपी रीशू सिंह को गिरफ्तार कर लिया गया है। अन्य आरोपियों की तलाश चल रही है। भाजपा जिला महामंत्री डा. अजय सिंह पिंकू ने बताया कि दुर्गेश सिंह उर्फ सुड्डू पार्टी का कर्मठ कार्यकर्ता था। उसने विधानसभा चुनाव में काफी लगन से काम किया। हम लोग पार्टी की ओर से घटना की विशेष जांच व हत्याभियुक्तों की गिरफ्तारी की मांग मुख्यमंत्री से मिलकर करेंगे।
एसपी के स्क्वायड वैन से पहुंचाया अस्पताल
रात करीब आठ बज कर पांच मिनट पर सिविल लाइन मोहल्ला गोलियों की तड़तड़ाहट से गूंज उठा। घटनास्थल से थोड़ी दूर स्थित परेड ग्राउंड में इस समय प्रदर्शनी लगी है। लोगों ने समझा कि वहां आतिशबाजी हो रही है। राहगीरों ने सुड्डू को सड़क पर पड़ा देखकर शोर मचाया। थोड़ी ही देर में सुड्डू को गोली लगने की खबर मोहल्ले में फैल गई। लोगों ने घरों के खिड़की-दरवाजे बंद कर लिए। सूचना पाकर सिविल लाइन निवासी कांग्रेस जिलाध्यक्ष अनुज कुमार सिंह घटनास्थल पहुंचे। उन्होंने यूपी 100 डायल व एम्बुलेंस सेवा को फोन किया लेकिन कोई गाड़ी नहीं आई। इसी बीच पुलिस अधीक्षक की स्क्वायड वैन उधर से निकल रही थी। कुछ लोगों ने वैन को रोककर घटना की जानकारी दी। उसमें बैठे पुलिस कर्मी गाड़ी बैक कर वापस जाने लगे। अनुज कुमार सिंह ने गाड़ी रोक ली। पुलिस कर्मियों व जिलाध्यक्ष के बीच कहासुनी भी हुई। घटनास्थल पर मौजूद लोगों का आक्रोश देखकर पुलिस कर्मियों ने सुड्डू को अस्पताल पहुंचाया। चिकित्सक ने उसको मृत घोषित कर दिया।
मौके पर .32 बोर के मिले छह खोखे
मोहल्लावासियों की मानें तो एक बाइक पर सवार तीन लोगों ने सुड्डू को सामने से रोका था। पीछे व बीच में बैठे युवक ने उस पर गोली चलाई जिससे वह जमीन पर गिर गए। दोनों युवकों ने सुड्डू को आठ गोलियां मारीं। हमलावर बाइक से नीचे नहीं उतरे थे। एक गोली हवा में चलाकर वे पीपल तिराहा की ओर लौट गए। घटना की सूचना पाकर पहुंची क्राइम ब्रांच की टीम ने मौके पर .32 बोर के छह खोखे बरामद किए हैं।
डेढ़ बजे रात तक चलता रहा हंगामा
सुड्डू के मौत की खबर शहर में जंगल के आग की तरह फैल गई। जिला मेमोरियल चिकित्सालय में भीड़ के चलते अफरातफरी का माहौल हो गया। लोग पुलिस प्रशासन के खिलाफ नारेबाजी करने लगे। लोगों का कहना था कि घटना पीपल तिराहा से बमुश्किल सौ मीटर की दूरी पर हुई है। पुलिस सक्रिय होती तो सुड्डू की जान बच सकती थी। क्षेत्राधिकारी नितेश कुमार सिंह, थाना देहात के प्रभारी निरीक्षक संजय कुमार व नगर कोतवाल रामशंकर तिवारी ने लोगों को समझाया लेकिन बात नहीं बनी। पुलिस अधीक्षक प्रमोद कुमार व एएसपी एसके सिंह भी लोगों का गुस्सा शांत नहीं करा सके। लोगों का कहना था कि पुलिस आरोपियों को पकड़ने के बजाए अस्पताल की निगरानी में लगी है। भीड़ को देखते हुए इमरजेंसी में भर्ती अन्य मरीजों को वार्ड में शिफ्ट करना पड़ा। परिवारीजन बुरी तरह बिलख रहे थे। नौ बजे के बाद लोगों ने सुड्डू का शव अम्बेडकर तिराहे पर रख कर चक्का जाम कर दिया। बढ़ते आक्रोश से पुलिस के हाथ-पांव फूल गए। तिराहे पर भारी पुलिस बल की तैनाती कर दी गई। रात करीब साढ़े दस बजे जिलाधिकारी राकेश कुमार मिश्र अम्बेडकर तिराहा पहुंचे। उन्होंने लोगों से बताया कि अब तक पुलिस लगभग 20 लोगों को पकड़ चुकी है। आरोपियों के परिवारीजनों को कोतवाली ले आया गया है। कहा कि नामजद सभी आरोपी 48 घंटे के भीतर गिरफ्तार कर लिए जाएंगे। एक भी आदमी बच नहीं पाएगा। डीएम के समझाने पर लोगों का गुस्सा कुछ हद तक शांत हुआ। करीब डेढ़ बजे रात को लोग पोस्टमार्टम कराने के लिए राजी हुए।
आरोपी रीशू गिरफ्तार
थाना देहात के प्रभारी निरीक्षक संजय कुमार ने क्राइम ब्रांच के साथ देर रात किठूरा गांव में दबिश दिया। किठूरा तक पहुंचने के लिए पुलिस को नाव का सहारा लेना पड़ा। पुलिस टीम राप्ती नदी स्थित साखीरेत घाट नाव से पार करके किठूरा पहुंची। वहां रीशू अपने घर पर ही मिल गया। पुलिस उसे थाना देहात लाई है। उसने घटना से जुड़ी क्या बातें बताई पुलिस उसे साझा करने को तैयार नहीं है। बताया जाता है कि रीशू गुरुवार को बलरामपुर में मौजूद था। उसे पीपल तिराहा के निकट पान की दुकान पर देखने की बात कही जा रही है।
हत्याभियुक्त राकेश सिंह की पैरवी कर रहे थे सुड्डू
गत वर्ष हत्यारोपी किठूरा निवासी रीशू सिंह के बड़े भाई रिंकू सिंह की सुहागिनपुरवा गांव में हत्या कर दी गई थी। रिंकू की हत्या में किठूरा के ही राकेश सिंह आदि पर केस दर्ज हुआ था। राकेश सिंह आदि जमानत पर छूट गए थे। बताया जाता है कि रिंकू सिंह व रोमी गुप्ता गहरे दोस्त थे। रोमी गुप्ता पेशे से वकील हैं। वह रिंकू हत्याकांड की पैरवी कर रहे थे। दो माह पूर्व रोमी गुप्ता ने राकेश सिंह आदि के विरुद्ध जानलेवा हमले का केस दर्ज कराया था। कोतवाली नगर स्थित यूपीटी होटल के पास रोमी गुप्ता पर गोलियां चलाई गई थीं। राकेश सिंह आदि पर जानलेवा हमले का मामला न्यायालय में विचाराधीन है। वे अभी जेल में ही हैं। बताया जाता है कि सुड्डू सिंह न्यायालय में राकेश सिंह के जमानत की पैरवी कर रहे थे। यह भी कहा जाता है कि गुरुवार को सुड्डू सिंह न्यायालय परिसर में मौजूद थे।
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