Janta Ki Awaz
उत्तर प्रदेश

फीस बढ़ोतरी के विरोध में समाजवादी छात्रसभा के छात्रों ने विश्वविद्यालय के मेन गेट में जड़ा ताला

फीस बढ़ोतरी के विरोध में समाजवादी छात्रसभा के छात्रों ने विश्वविद्यालय के मेन गेट में जड़ा ताला
X
एलयू में फीस बढ़ोतरी के विरोध में एबीवीपी और समाजवादी छात्रसभा के छात्रों ने विश्वविद्यालय का मेन गेट बंद कर दिया। एलयू में सेल्फ फाइनेंस पाठ्यक्रमों के छात्रों के लिए हॉस्टल फीस में छह फीसदी की बढ़ोतरी के विरोध में आज छात्र नेताओं ने जमकर हंगामा काटा।
छात्रों ने विश्वविद्यालय के मेन गेट को बंद कर दिया और जमकर नारेबाजी की। छात्रों के उग्र प्रदर्शन को देखते हए विश्वविद्यालय प्रशासन ने प्रशासनिक भवन समेत मुख्य विभागों के गेट पर ताला डाल दिया।
छात्रों को काबू करने के लिए कैंपस में भारी पुलिस बल तैनात कर दिया गया है। प्रदर्शन में एबीवीपी और समाजवादी छात्रसभा के छात्रों ने हिस्‍सा लिया। गौरतलब है कि बुधवार को एलयू प्रशासन ने सेल्फ फाइनेंस पाठ्यक्रमों के स्टूडेंट्स की हॉस्टल फीस छह गुना तक बढ़ाने का फैसला किया था।
विश्वविद्यालय में अब तक सभी तरह कोर्स के छात्रों से समान फीस ली जाती थी। नए सत्र से यह व्यवस्था बदल दी गई है। अब रेग्युलर पाठ्यक्रम के स्टूडेंट्स को सामान्य तथा सेल्फ फाइनेंस पाठ्यक्रमों के स्टूडेंट्स को सेल्फ फाइनेंस की फीस देनी होगी। दोनों की फीस में छह गुने से ज्यादा का अंतर है।
रेग्युलर पाठ्यक्रमों छात्रों के लिए भी हॉस्टल फीस में बढ़ोतरी की गई है। लविवि में हॉस्टल के लिए बीते साल तक सिंगल बेड वाले कमरे के लिए 6400 रुपये तथा डबल बेड वाले कमरे के लिए 5800 रुपये फीस थी। हालांकि मैनेजमेंट ब्वॉयज और मैनेजमेंट गर्ल्स हॉस्टल की फीस 15,600 रुपये थी।
अब एक बेड वाले कमरे के लिए रेग्युलर कोर्स के स्टूडेंट्स को 9650 रुपये और दो बेड वाले कमरे के लिए 8850 रुपये देने होंगे।वहीं सेल्फ फाइनेंस पाठ्यक्रम के स्टूडेंट्स को एक बेड वाले कमरे के लिए 39,750 रुपये और दो बेड वाले कमरे के लिए 25,350 रुपये हॉस्टल फीस देनी होगी।
इस तरह से पिछले साल के मुकाबले उन्हें छह गुने से भी ज्यादा हॉस्टल फीस चुकानी होगी। विवि के इस फैसले से स्टूडेंट्स में खासा आक्रोश है।
फीस बढ़ोतरी के विरोध में छात्र नेताओं द्वारा किए जा रहे विरोध प्रदर्शन से आम छात्र-छात्राओं को काफी मुसीबतों का सामना करना पड़ा। नेताओं ने विश्वविद्याल के मेन गेट को बंद कर दिया। बुधवार से विश्वविद्यालय का सत्र शुरू हुआ है, आज दूसरा दिन था।
विश्वविद्यालय आने वाले नए छात्र प्रवेश पाने के ल‌िए इधर-उधर घूमते रहे। गेट खुलवाने के लिए छात्राएं नेताओं के सामने गिड़गिड़ाती रहीं लेकिन उन्होंने एक न सुनी और उन्हें गेट नंबर 2 से आने के लिए कहते रहे है।
इस रवैये से परेशान आम छात्र-छात्राओं की नेताओं ने बहस भी होती रही लेकिन प्रशासनिक अधिकारी मौके पर नहीं पहुंचे। छात्र नेताओं का कहना है कि लखनऊ विश्वविद्यालय ने जिस तरह गुपचुप शुल्क वृद्धि की है यह गलत है।
एक गरीब मजदूर किसान अपने बच्चों को पढ़ाने के लिए मेहनत मजदूरी करके पाई-पाई जोड़कर उसे प्रवेश दिलाता है। प्रवेश शुल्क से कई गुना छात्रावास शुल्क होने के कारण बहुत से छात्र इधर-उधर भटकने के लिए मजबूर होंगे।
Next Story
Share it