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विधानसभा के नौ गेटों पर लगे बुलेट प्रूफ बंकर, दो MLA समेत 49 जांच के घेरे में
BY Suryakant Pathak16 July 2017 7:45 AM GMT

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Suryakant Pathak16 July 2017 7:45 AM GMT
यूपी विधानसभा में विस्फोटक मिलने के बाद विधान भवन की सुरक्षा बढ़ा दी गई है। सभी नौ गेटों पर लोहे के बुलेटप्रूफ केबिन लगाई गई है। वहीं, मामले में दो सपा विधायकों समेत अब तक 17 लोगों से पूछताछ हो चुकी है और कुल 49 लोग जांच के घेरे मे हैं।
आईजी एटीएस असीम अरुण ने बताया कि जिन लोगों से पूछताछ हुई है उनमें सहायक मार्शल जोगिंदर सिंह पुंडीर के अलावा चार इंजीनियर, बीडीएस व डॉग स्क्वायड में तैनात दो सुरक्षा कर्मी, एक एसी आपरेटर और सात सफाई कर्मचारी शामिल हैं।
इन लोगों से हुई पूछताछ
सहायक अभियंता अखिलेश कुमार, अवर अभियंता वीरेंद्र दुबे, यतींद्रनाथ सिंह, सुरेश कुमार दूबे, एसी आपरेटर गुलफाम, मुख्य आरक्षी सुरक्षा राकेश कुमार सिंह, बीडीएस टीम के सदस्य अशोक कुमार यादव, व्यवस्थापक सुरेश कुमार राजभर, चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी राजकुमार पाल, अनिल कुमार, मनोज कुमार, शमीम अब्बासी, विनय मिश्रा, हनीफ और मदन वाल्मीकी शामिल हैं।
विधानसभा में पाए गए पीईटीएन यानी पेंटाएरीथ्रिटाल टेट्रा नाइट्रेट ऐसा खतरनाक विस्फोटक पदार्थ है जिसे डेटोनेटर से जोड़कर बड़ा विस्फोट किया जा सकता है। शक्कर की तरह दिखने वाला यह पदार्थ नाइट्रोग्लीसरीन की तरह होता है। क्रिस्टल फॉर्म में यह प्लास्टिक एक्सप्लोसिव है। इसलिए मेटल डिटेक्टर या एक्सरे मशीन से पकड़ में नहीं आता है। गंधहीन होने की वजह से खोजी कुत्ते भी इसे नहीं ढूंढ पाते हैं।
यही कारण है कि यह आतंकियों का सबसे पसंदीदा विस्फोटक पदार्थ है। अवकाश प्राप्त डिप्टी एसपी सुधीर शर्मा ने बताया कि र्पीईटीएन से विस्फोट करना सबसे आसान है। इसे किसी भी डेटोनेटर चाहे वह वायर से जुड़ा हो या फिर रिमोट से विस्फोट किया जा सकता है।
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