अमरोहा में कहां हैं एबुलेंस, कहां गया विभाग का स्टाफ
BY Suryakant Pathak16 July 2017 2:19 AM GMT

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Suryakant Pathak16 July 2017 2:19 AM GMT
अमरोहा : दावा किया जाता है कि बीमार देख 108 पर कॉल करो, एंबुलेंस वहीं पहुंचेगी। ऐसा देखा भी गया है। लेकिन अमरोहा जनपद में स्वास्थ्य विभाग की तस्वीर कुछ और ही है। शुक्रवार को किसी तरह अपने बीमार को अस्पताल लाए परिवार को स्टेचर खींचते देखना एक बानगी है। लोगों की मानें तो जिले में स्वास्थ सेवाएं भी बिना सिफारिश नहीं मिल पाती है। अमरोहा जनपद के कस्बा धनौरा के गांधी नगर निवासी बानो पत्नी अब्दुल अजीज की अचानक तबीयत बिगड़ गई। परिजनों के मुताबिक 108 को कई फोन किए, लेकिन उन्होंने कुछ देर बाद ही एंबुलेंस भेजने का आश्वासन दिया। बानो की तबीयत अधिक बिगड़ती देख परिजनों ने बाइक पर जुगाड़ किया और किसी तरह बानो को जिला संयुक्त अस्पताल अमरोहा लेकर पहुंचे। लेकिन यहां भी किसी स्वास्थ्य कर्मचारी या अधिकारी ने कुछ नहीं सुनवाई की। परेशान परिजनों ने अस्पताल के एक कोने में खड़ी स्टेचर को खींचा और अपने मरीज को लेकर अस्पताल पहुंचे। परिजनों के मुताबिक मिन्नतें करने के बाद डॉक्टर ने बानो को देखा, तो परिजन सबकुछ भूल गए। बताया जाता है कि जिले का यह अकेला मामला नहीं है। बल्कि जिले में आए दिन नए-नए मामले सामने आते हैं, जिससे पता चलता है कि जिले में स्वास्थ्य सेवाएं या तो सिफारिश पर मिलती है या फिर वीआईपी को ही दी जा रही है। आम इंसान की सेवा तो सिर्फ ऊपरवाले के भरोसे है, इससे न सिर्फ व्यवस्था की पोल खुल रही है। बल्कि अस्पताल के कुछ अधिकारियों और कर्मचारियों की संवेदनहीनता का भी पता लगता है।
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