लेखपालों की रिपोर्ट के आधार पर किसानों को मिलेगा कर्ज माफी का लाभ

लघु और सीमांत किसानों का एक लाख रुपए कर्ज माफ किए जाने की फसली ऋण मोचना योजना पर कार्यवाही शुरू हो गई है। किसानों को जल्द ही राहत मिलने लगेगी। योजना के तहत लाभान्वित होने वाले किसानों का सत्यापन लेखपालों के द्वारा मौके पर जाकर कराया जाएगा। लेखपालों की रिपोर्ट के आधार पर ही योजना के तहत लाभ पाने वाले किसानों को लाभ मिलेगा। इस संबंध में शनिवार को मंडलायुक्त कार्यालय में आयोजित बैठक में मंडलायुक्त अनिल गर्ग ने कहा कि लेखपाल किसानों का भौतिक सत्यापन बहुत गम्भीरता से करें। गड़बड़ी पाए जाने पर सख्त कार्रवाई होगी।
उन्होंने बैकों से कहा कि योजना के तहत एक लाख रुपए तक कर्ज माफी वाले किसानों की फीडिंग का काम पूरा कर ले। जिससे सत्यापन कराया जा सके और जिला स्तरीय कमेटी से मंजूरी दिलाई जा सके। किसानों के खातों की बारीखी से होगी जांच मंडलायुक्त ने कहा कि किसानों के स्ट्रक्चर खातों की बारीखी से जांच जाए। जिससे अगर किसी किसान ने एक से ज्यादा बैंको से लोन लिया हो तो उसको पकड़ा जा सके। किसी भी दशा में डाटा गड़बड़ न होने पाए। सभी बैंक अपना डाटा चेक कर लें। उन्होंने सभी बैंक से लेखपालों के साथ कैम्प लगाए जाने के निर्देश दिए। आधार लिंक होना अनिवार्य मंडलायुक्त ने कहा कि योजना का लाभ लेने के लिए किसान का खाता आधार से लिंक होना अनिवार्य है। उन्होंने बताया कि फसली ऋण मोचन योजना के तहत जो लघु एवं सीमान्त किसानों ने 31 मार्च 2016 तक ऋण लिया है, उनका एक लाख रुपए तक ही कर्ज माफ होगा। उन्होंने साफ चेतावनी दी है कि गड़बड़ी पाए जाने पर अधिकारी व कर्मचारी स्वयं जिम्मेदार होगा। सख्त कार्रवाई होगी। बैठक में जिलाधिकारी लखनऊ कौशल राज शर्मा, सहित सभी जिलाधिकारी, सीडीओ, कृषि निदेशालय और बैंक के अधिकारी मौजूद रहे।