ड्राइवर सलीम ने भी माना श्रद्धालुओं की जान बचाने में कम नहीं है हर्ष देसाई का योगदान

अमरनाथ आतंकी हमले में लगभग 50 यात्रियों की जान बचाने के लिए देश-विदेश में बस ड्राइवर सलीम की तारीफ हो रही है। लेकिन एक और शख्स है जिसकी कोशिशों ने इन यात्रियों को आतंकियों का शिकार नहीं होने दिया, वो है बस के मालिक का बेटा हर्ष देसाई। बस ड्राइवर सलीम ने भी हर्ष देसाई के योगदान की तारीफ की है और कहा है कि हर्ष ने मुझे ढाढ़स दिया और उस मौके पर मुझे विचलित नहीं होने दिया। एक गुजराती अखबार में छपी रिपोर्ट के मुताबिक जब आतंकियों ने बस पर हमला किया तो सलीम नहीं हर्ष देसाई बस चला रहा था, और जब एक आतंकी ने बस में घुसने की कोशिश की तो कंडक्टर ने आतंकी को धक्का मारकर बाहर गिरा दिया। हालांकि बस में मौजूद लोगों का कहना है कि बस हर्ष नहीं सलीम ही चला रहा था। हां, हर्ष आतंकी हमले के वक्त बस ड्राइवर के पास मौजूद जरूर था।बस ड्राइवर सलीम ने कहा, 'अचानक से गोलियों की बरसात होने लगी, कुछ पल के लिए मेरा दिमाग सुन्न हो गया, लेकिन मैने सुना हर्ष चिल्ला रहे थे, 'जावा दो, जावा दो (आगे बढ़ो…आगे बढ़ो)। बस मैं गाड़ी चलाता ही रहा। सलीम ने हिन्दुस्तान टाइम्स को बताया। बता दें कि इस दौरान हर्ष एक तरह से सलीम के लिए ह्युमन शील्ड का काम कर रहा था। इस आतंकी वारदात के दौरान सलीम को सुरक्षित रहा और हर्ष को तीन गोलियां लगी। अगर बस चलाते वक्त सलीम को गोली लगती तो आज तस्वीर दूसरी हो सकती थी। बस में मौजूद यात्रियों का कहना है कि हालांकि सलीम बस चला रहा था लेकिन उन्हें बचाने में हर्ष का योगदान भी कम नहीं है।
बता दें कि 10 जुलाई को जम्मू कश्मीर के अनंतनाग में अमरनाथ यात्रा से लौट रहे श्रद्धालुओं की बस पर आतंकियों ने गोलियां चलाई थी इस घटना में 7 तीर्थयात्रियों की मौत हो गई थी और लगभग 15 तीर्थ यात्री घायल हो गये थे। इस दौरान बस ड्राइवर सलीम की सूझबूझ की सभी ने सराहना की है।