रायबरेली हत्याकांड पर दोनों सदनों में हंगामा, साबून-शैम्पू लहराए
BY Suryakant Pathak12 July 2017 12:57 AM GMT

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Suryakant Pathak12 July 2017 12:57 AM GMT
लखनऊ - रायबरेली के ऊंचाहार इलाके के अप्टा गांव में पांच ब्राह्मण युवाओं की सामूहिक हत्या का मामला विधानसभा और विधान परिषद में गूंजा। दोनों सदनों में कांग्रेस के सदस्यों ने जमकर हंगामा किया। हंगामे के चलते विधान परिषद सत्र 20 मिनट तक स्थगित रहा। सदस्यों ने सरकार के खिलाफ नारेबाजी करते हुए पीडि़त परिवारों को इंसाफ और आर्थिक मदद दिलाने की मांग की।
विधानसभा में प्रश्न काल शुरू होते ही कांग्रेस विधायक दल की उपनेता आराधना मिश्रा ने रायबरेली में पांच युवाओं की सामूहिक हत्या के मामले को लेकर विरोध शुरू कर दिया। वह बैनर लेकर वेल में आ गईं। कांग्रेस दल के नेता अजय कुमार लल्लू, अदिति सिंह, नरेश सैनी समेत सभी सदस्यों ने समर्थन किया। उधर, विधान परिषद में दिनेश सिंह और दीपक सिंह ने इसी मसले पर हंगामा शुरू कर दिया। सदस्य वेल में चले गए। जमकर नारेबाजी की। सभापति रमेश यादव के कहने पर भी सदस्य रुके नहीं। नारेबाजी और हंगामा के चलते सभापति ने बीस मिनट तक सदन स्थगित कर दिया।
सीबीआइ जांच की मांग
विधानसभा में प्रश्न काल शुरू होते ही कांग्रेस के सदस्यों ने रायबरेली कांड को लेकर हंगामा शुरू कर दिया। दल उपनेता आराधना मिश्रा ने सामूहिक हत्याकांड की सीबीआइ जांच की मांग का बैनर लहराया। मामले को लेकर विरोध शुरू कर दिया। वेल में पहुंचे कांग्रेस के सदस्यों का साथ बसपा ने भी दिया। बजट भाषण के बाद रायबरेली प्रकरण पर हंगामे का दूसरा दौर शुरू हुआ। कांग्रेस के दलनेता अजय कुमार लल्लू व आराधना मिश्रा और सपा के मनोज पांडेय ने नियम -56 के तहत मुद्दा उठाया।
कांग्रेस, सपा और बसपा ने घेरा
कांग्रेस, सपा और बसपा सदस्यों ने सरकार को घेरते हुए दो मंत्रियों में टकराव को भी मुददा बनाया। सपा के मनोज पांडेय ने दोषियों पर कड़ी कार्रवाई करने और बचाव में लगे मंत्री से त्यागपत्र देने की मांग की। बसपा के लाल जी वर्मा के निशाने पर भी थम मंत्री रहे। सरकार की ओर से संतोषजनक जवाब नहीं मिलने पर कांग्रेस सदस्य वेल में पहुंच गए। विधान परिषद में दिनेश सिंह और दीपक सिंह ने इसी मसले पर हंगामा शुरू कर दिया। सदस्य वेल में चले गए। जमकर नारेबाजी की। सभापति रमेश यादव के कहने पर भी सदस्य रुके नहीं। नारेबाजी और हंगामा के चलते सभापति ने बीस मिनट तक सदन स्थगित कर दिया। विधान परिषद सत्र 20 मिनट तक स्थगित रहा। सदस्यों ने सरकार के खिलाफ नारेबाजी करते हुए पीडि़त परिवारों को इंसाफ और आर्थिक मदद दिलाने की मांग की।
साबून-शैम्पू लहराए
सदन में उस समय तनावपूर्ण स्थिति बन गई जब कांग्रेस दल नेता अजय कुमार लल्लू ने शैम्पू व साबुन लहराते हुए मुख्यमंत्री योगी की अनुपस्थित में उनको भेजने की पेशकश की। कुशीनगर प्रकरण का हवाला देते हुए उन्होंने भाजपा के दलित प्रेम को उजागर करने की कोशिश की।
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