नीतीश कुमार कल मांग सकते हैं लालू के डिप्टी सीएम बेटे का इस्तीफ़ा
BY Suryakant Pathak10 July 2017 5:44 AM GMT

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Suryakant Pathak10 July 2017 5:44 AM GMT
बिहार में सत्ताधारी महागठबंधन अभूतपूर्व संकट से गुजर रहा है। जदयू ने मंगलवार (11 जून) को अपने विधायकों की बैठक बुलाई है और पार्टी सूत्रों की मानें तो इस बैठक में लालू यादव के बेटे और राज्य के उप-मुख्यमंत्री तेजस्वी यादव से इस्तीफा देने की मांग की जाएगी। हालांकि राजद नेताओं का साफ कहना है कि तेजस्वी को इस्तीफा देने की कोई जरूरत नहीं है। तेजस्वी यादव पर सीबीआई ने भ्रष्टाचार के मामले में एफआईआर दर्ज की है। महागठबंधन में जदयू, राजद और कांग्रेस साझेदार हैं।
जदयू के सूत्रों ने इंडियन एक्सप्रेस को बताया "अगर तेजस्वी खुद इस्तीफे की पेशकश कर देते हैं तो ये आदर्श स्थिति होगी।" राजद विधायकों की सोमवार (10 जुलाई) को बैठक होने वाली है। सीबीआई ने लालू प्रसाद यादव, उनकी पत्नी और बिहार की पूर्व सीएम राबड़ी देवी, तेजस्वी यादव समेत सात लोगों पर भारतीय रेलवे के दो होटलों के देखरेख के ठेके देने एक एवज में जमीन लेने का आरोप है। सीबीआई एफआईआर के अनुसार साल 2006 में रेल मंत्री रहने के दौरान लालू यादव ने ये ठेके बिहार के दो कारोबारियों को दिलवाए थे।
सीबीआई की कार्रवाई पर जदयू प्रमुख और राज्य के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने अभी तक आधिकारिक बयान नहीं दिया है। वहीं लालू यादव ने इसे भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) सरकार द्वारा राजनीतिक बदले की कार्रवाई बताया है। गुरुवार (छह जुलाई) को लालू यादव से जुड़ी 12 परिसंपत्तियों पर सीबीआई के छापे से एक दिन पहले नीतीश कुमार "स्वास्थ्य कारणों से" नालंदा के राजगीर चले गए थे। रविवार (नौ जुलाई) को वो राजधानी पटना वापस लौटे लेकिन अधिकारियों के अनुसार सीएम नीतीश ने सोमवार को होने वाला अपना साप्ताहिक संवाद कार्यकर्म स्थगित कर दिया है।
राजद के वरिष्ठ नेता रघुनाथ झा ने कहा, "क्या बीजेपी की केंद्रीय मंत्री उमा भारत ने खुद पर केस दर्ज होने के बाद इस्तीफा दिया?" हिलसा के विधायक शक्ति सिंह यादव ने कहा, "राजद में चट्टानी एकता है।" जदयू के सूत्रों के अनुसार राजद नेता और वरिष्ठ मंत्री अब्दुल बारी सिद्दकी को राजद विधायक दल का नेता और उप-मुख्यमंत्री बनाने का सुझाव दिया जा सकता है लेकिन इसकी बहुत कम उम्मीद है कि लालू यादव ये सुझाव मानेंगे। सूत्रों के अनुसार लालू यादव "अपने परिवार से बाहर" के किसी व्यक्ति को इतना अहम पद दिए जाने पर शायद ही तैयार हों। ऐसे में उनके बड़े बेटे और राज्य में स्वास्थ्य मंत्री तेज प्रताप यादव को उप-मुख्यमंत्री बनाने के भी विकल्प पर भी विचार हो सकता है।
जदयू के सूत्रों के अनुसार नीतीश कुमार इस समय केवल पार्टी के राज्य सभा सांसद आरसीपी सिंह के संपर्क में हैं। एक जदूय नेता ने कहा, "हमें जो पता है उससे लग रहा है कि नीतीश जी चाहते हैं कि तेजस्वी खुद ही इस्तीफे की पेशकश कर दें। अगर वो खुद इस्तीफा दे देंगे से तो इससे सीएम की नजर में उनकी इज्जत बढ़ेगी और भ्रष्टाचार पर वो उच्च नैतिक धरातल पर होंगे। इससे बीजेपी द्वारा लगाए जा रहे भ्रष्टाचार के आरोपों की धार भी कुंद होगी।
सूत्रों के अनुसार नीतीश ने अभी तक इस मुद्दे पर लालू से बात नहीं की है। नीतीश चाहते हैं कि पहला कदम लालू उठाएं। जदूय के एक नेता के अनुसार नीतीश के 12 साल के मुख्यमंत्री काल में पांच नेताओं को भ्रष्टाचार के आरोपों के बाद या हटा दिया गया या उन्होंने खुद इस्तीफा दे दिया। वहीं बीजेपी के वरिष्ठ नेता सुशील कुमार मोदी ने ताजा घटनाक्रम पर टिप्पणी करते हुए कहा कि उनकी पार्टी "इंतजार करो और देखो" की रणनीति पर चल रही है।
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