लपरवाह अधिकारियों पर CM शख्त अब अफसरों पर होगी कार्रवाई
BY Suryakant Pathak9 July 2017 2:52 PM GMT

X
Suryakant Pathak9 July 2017 2:52 PM GMT
भारतीय जनता पार्टी ने कहा कि उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व वाली सरकार ने राज्य में नई कार्य-संस्कृति विकसित की है और काम में लापरवाही बरतने वाले अफसरों की पहचान कर उनके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी.
भाजपा के प्रदेश प्रवक्ता शलभ मणि त्रिपाठी ने कहा, 'सरकार ऐसे अफसरों को चिन्हित कर रही है जो अपने काम में या तो लापरवाह हैं या फिर सरकार के आदेशों के बावजूद जनता का काम करने में कतरा रहे हैं. ऐसे अफसरों पर कार्वाई होना तय है.' त्रिपाठी ने कहा, 'मुख्यमंत्री उत्तर प्रदेश की कार्य-संस्कृति और माहौल को बदलने की कोशिश कर रहे हैं और अधिकारियों की जिम्मेदारी है कि वे जनता की सेवा पर ध्यान केन्द्रित करें.'
उन्होंने कहा कि अधिकारियों को ये भी समझ लेना चाहिए कि प्रदेश की कार्य-संस्कृति बदल रही है और नए माहौल में अफसरों को जनता के प्रति जवाबदेह और उनकी सेवा में तत्पर होना पड़ेगा. ऐसे अफसर जो जनता की सुनवाई नहीं कर रहे हैं और अपने काम में लापरवाही बरत रहे हैं, उन अफसरों की पहचान की जा रही है.
त्रिपाठी ने कहा कि मुख्यमंत्री ने अपने दरवाजे आम जनता के लिए खोल दिए हैं. वे चाहे लखनऊ में हों या फिर प्रदेश के किसी भी हिस्से में प्रवास पर, हर रोज जनता दर्शन के जरिए जनता से मिल रहे हैं. उनकी समस्याओं के तुरंत निस्तारण के आदेश दे रहे हैं.
प्रवक्ता ने कहा कि पिछले कुछ सालों में प्रदेश की नौकरशाही में एक नकारात्मक बदलाव आ गया था. ना तो जनता की सुनवाई होती थी ना ही भ्रष्टाचार को रोकने की कोशिश. अफसोसजनक पहलू भी है कि तमाम नौकरशाहों ने अपना राजनीतिकरण भी कर लिया था.
उन्होंने कहा कि इसके नतीजे के तौर पर सरकारें बदलने के साथ ही खास अफसरों के चेहरे भी बदल जाते थे. ऐसे ही माहौल के बीच अब प्रदेश में भाजपा की पूर्व बहुमत की सरकार बनी है. ये जनता की सरकार है और यही वजह है कि जनता की ढेरों अपेक्षाएं भी सरकार से हैं. सरकार बिना किसी भेदभाव के अफसरों को काम करने का मौका दे रही है.
उन्होंने कहा, 'अफसरों से सरकार की अपेक्षा है कि वो अपना बेहतर योगदान दें. पिछले चौदह सालों में पहली बार इस कदर सर्वसुलभ मुख्यमंत्री जनता को मिले हैं. ऐसे में देखा जा रहा है कि तमाम अफसर जन सुनवाई के बाद दिए गए आदेशों का तत्परता से पालन कर रहे हैं. पर कुछ ऐसे भी हैं जिन्होंने इस काम में लापरवाही दिखाई है.'
त्रिपाठी ने कहा कि ऐसे अफसरों को पहली बार मुख्यमंत्री की तरफ से कारण बताओ नोटिस दिया गया था पर अब मुख्यमंत्री ने सीधे वीडियो कांफ्रेसिंग के जरिए शिकायतकर्ताओं और संबंधित अधिकारियों को आमने सामने बैठाकर नई शुरुआत की है. उन्होंने कहा कि वीडियो कांफ्रेसिंग के जरिए शिकायतकर्ताओं के सामने अधिकारियों की ये जनअदालत अब लगती रहेगी.
Next Story