बुरहान वानी की मौत को एक साल, हाई अलर्ट पर पुलिस
BY Suryakant Pathak7 July 2017 2:59 AM GMT

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Suryakant Pathak7 July 2017 2:59 AM GMT
हिज्बुल मुजाहिदीन कमांडर बुरहान वानी की मौत को एक साल पूरा होने से पहले राज्य प्रशासन और पुलिस ने एहतियाती कदम उठाने शुरू कर दिए हैं, ताकि इस दिन आतंकी या अलगाववादी किसी तरह के कार्यक्रम का आयोजन न कर सकें। बता दें कि 8 मई, 2016 को सुरक्षा बलों के साथ मुठभेड़ में बुरहान मारा गया था। इसके बाद घाटी में कई महीने तक हिंसक घटनाएं होती रहीं और गतिरोध की स्थिति बनी रही।
सूत्रों के मुताबिक, अलगाववादियों और आतंकी संगठनों ने इस दिन कार्यक्रम के आयोजन का फैसला किया है। हुर्रियत नेताओं और हिज्बुल के सुप्रीम कमांडर सैयद सलाहुद्दीन ने 8 जुलाई को घाटी में बंद और पूरे सप्ताह प्रदर्शन आयोजित किए जाने का आह्वान किया है।
सूत्रों के मुताबिक, हिज्बुल ने कश्मीरी युवाओं को आतंकी संगठन में शामिल करने के लिए भर्ती अभियान शुरू करने का भी फैसला किया है। इसने पहले से ही दक्षिण कश्मीर के चार जिलों- अनंतनाग, पुलवामा, कुलगाम और शोपियां में यह संदेश फैला दिया गया है कि वे बुराहान के गांव त्राल में 8 जुलाई को इकट्ठा हों। हिज्बुल का लक्ष्य घाटी से कम से कम 200 युवाओं को खुद में शामिल करना और उन्हें पुलिस से हथियार छीनने की ट्रेनिंग देना है।
कुछ ग्रामीणों ने बताया कि पिछले कुछ दिनों में रडवानी, खुवानी और कुइमोह गांवों से आधा दर्जन से अधिक युवक गायब हो गए हैं। सुरक्षा एजेंसियों को डर है कि इन युवकों ने संभवतः आतंकी संगठन जॉइन कर लिया है। नैशनल पार्टी के एक वरिष्ठ नेता ने बताया कुलगांव, रडवानी, खुवानी, कुइमोह, हवाड़ा और हाजी दुमहालपोरा में हिज्बुल मुजाहिदीन आतंकी संगठन जॉइन करने के लिए गरीब परिवार के बच्चों को एकजुट करने की कोशिश कर रहा है।
हिज्बुल के बुरहान ग्रुप के 12 खूंखार आतंकियों में गिने जाने वाले अल्ताफ अहमद डार ने 2006 में हिज्बुल जॉइन किया था। माना जाता है कि युवाओं के भर्ती अभियान में उसी का हाथ है। हिज्बुल से जाकिर मूसा के निकलने के बाद अल्ताफ हिज्बुल के डिविजनल कमांडर पोस्ट का दावेदार माना जाता है।
उधर, सुरक्षा बलों ने आतंक प्रभावित दक्षिण कश्मीर के हिस्से में ऑपरेशन क्लीन-अप शुरू किया है। कश्मीर के आईजी मुनीर खान ने बताया, 'हम कानून-व्यवस्था बनाए रखने के लिए हर संभव कोशिश करेंगे।' सभी जिले विशेषकर दक्षिण कश्मीर के चारों जिलों के एसपी ने आतंकी संगठनों के सदस्यों के खिलाफ अभियान शुरू कर दिया है। चार जिलों की पुलिस कानून-व्यवस्था को बनाए रखने के लिए एहतियातन पत्थरबाजों को हिरासत में ले सकती है। पुलिस ने पत्थरबाजों से कहा है कि वे संबंधित पुलिस थानों में जाकर सूचित करें ताकि उन्हें 'एहतियातन हिरासत' में लिया जा सके।
अनंतनाग के एसएसपी अल्ताफ अहमद ने बताया कि पत्थरबाजों पर 8 जुलाई को निगरानी रखी जाएगी। सरकार ने सभी स्कूलों और कॉलेजों के लिए 10 तक गर्मी की छुट्टी घोषित कर रखी है। इस दौरान इंटरनेट सेवा प्रदाताओं को गुरुवार से सभी सोशल मीडिया को ब्लॉक रखने के निर्देश दिए गए हैं। अधिकांश अलगाववादी नेताओं को नजरबंद कर दिया गया है। एसएसपी ने बताया, 'मैं अपने जिले में शांति चाहता हूं और मुझे जो संसाधन उपलब्ध है उसका पूरा इस्तेमाल करूंगा।'
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