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उत्तर प्रदेश

अखिलेश यादव का ड्रीम "इटावा सफारी पार्क" कई राज्यों के लिए बना मॉडल, पांच ने संपर्क साधा

अखिलेश यादव का ड्रीम  इटावा सफारी पार्क कई राज्यों के लिए बना मॉडल, पांच ने संपर्क साधा
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इटावा - इटावा का सफारी पार्क दूसरे राज्यों के लिए मॉडल बन गया है। बिहार, मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़, महाराष्ट्र और हरियाणा की सरकारें अपने यहां इटावा सफारी पार्क की तर्ज पर सफारी निर्माण का खाका तैयार करने में जुटी हैं। ऐसे में निश्चित तौर पर उत्तर प्रदेश में अखिलेश यादव के ड्रीम को सफारी निर्माण को एक बड़ी उपलब्धि कहा जा सकता है। योगी सरकार इटावा सफारी को आगामी अक्टूबर में आम जनता के प्रवेश लिए खोल देगी।

डकैतों की बदनाम छवि से निजात
चंबल के डकैतों की बदनाम छवि से निजात दिलाने के लिए प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने अपने गृह जनपद में इटावा सफारी पार्क का निर्माण बीते पांच वर्ष में कराया था। यह सफारी अब बनकर बिल्कुल तैयार है। बस केवल उद्घाटन का इंतजार किया जा रहा है। जनपद के प्रभारी मंत्री स्वतंत्रदेव सिंह व आवास मंत्री सुरेश पासी सहित विधायक सरिता भदौरिया इस परियोजना को आगे बढ़ाने की बात कहकर जल्द ही उद्घाटन कराने की तैयारियों में जुटे हैं। मौजूदा समय में बिहार, छत्तीसगढ़, मध्य प्रदेश, महाराष्ट्र व हरियाणा राज्य की सरकारें अपने यहां पर इटावा सफारी पार्क को मॉडल सफारी मानकर सफारी के निर्माण की योजना बना रही हैं।छत्तीसगढ़ सरकार के निर्देश पर वहां के वरिष्ठ अधिकारी मुदित कुमार इटावा सफारी आकर पूरा प्रस्ताव ले जा चुके हैं।
पांच राज्यों में सफारी निर्माण संभव
संमझा जाता है कि जल्द ही पांच अन्य राज्यों में सफारी का निर्माण शुरू हो जाएगा। महाराष्ट्र के नागपुर में सफारी स्थापित करने के लिए वन विभाग के अफसरों ने इटावा सफारी के अफसरों से संपर्क साधा है। बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को ओएसडी व राज्य के प्रमुख वन संरक्षक गोपाल सिंह भी इटावा सफारी पार्क का दौरा पिछले माह कर चुके हैं। वे मुख्यमंत्री नितीश कुमार के गृह जनपद नालंदा में सफारी खोलने की योजना को अंतिम रूप दे रहे हैं। जून में मध्य प्रदेश के वन विभाग के अफसर कंचन देवी व पंकज अग्रवाल इटावा सफारी का दौरा कर खासी जानकारी ले गए हैं। मध्य प्रदेश में सफारी खोलने की योजना को तैयार कर रहे हैं। हरियाणा के वन अफसरों ने भी इटावा सफारी पार्क के मास्टर प्लान को अपने राज्य में सफारी की स्थापना के लिए मंगवाया है।
वन्य जीवों के संरक्षण की पहल
इटावा सफारी पार्क के निदेशक पीपी सिंह कहते हैं कि देश के अन्य राज्यों द्वारा इटावा सफारी पार्क के मॉडल को अपनाया जाना निश्चित तौर पर वन्य जीव प्रबंधन के जागरूकता संरक्षण में सराहनीय पहल है। हर राज्य में वन्य जीव कम होते जा रहे हैं जिनके संरक्षण की जरूरत है।
इटावा (जेएनएन)। इटावा के फिशर वन में स्थापित इटावा सफारी पार्क दूसरे राज्यों के लिए मॉडल बन गया है। बिहार, मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़, महाराष्ट्र और हरियाणा की सरकारें अपने यहां इटावा सफारी पार्क की तर्ज पर सफारी निर्माण का खाका तैयार करने में जुटी हैं। ऐसे में निश्चित तौर पर उत्तर प्रदेश में सफारी निर्माण को एक बड़ी उपलब्धि कहा जा सकता है। योगी सरकार इटावा सफारी को आगामी अक्टूबर में आम जनता के प्रवेश लिए खोल देगी। डकैतों की बदनाम छवि से निजात चंबल के डकैतों की बदनाम छवि से निजात दिलाने के लिए प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने अपने गृह जनपद में इटावा सफारी पार्क का निर्माण बीते पांच वर्ष में कराया था। यह सफारी अब बनकर बिल्कुल तैयार है। बस केवल उद्घाटन का इंतजार किया जा रहा है। जनपद के प्रभारी मंत्री स्वतंत्रदेव सिंह व आवास मंत्री सुरेश पासी सहित विधायक सरिता भदौरिया इस परियोजना को आगे बढ़ाने की बात कहकर जल्द ही उद्घाटन कराने की तैयारियों में जुटे हैं। मौजूदा समय में बिहार, छत्तीसगढ़, मध्य प्रदेश, महाराष्ट्र व हरियाणा राज्य की सरकारें अपने यहां पर इटावा सफारी पार्क को मॉडल सफारी मानकर सफारी के निर्माण की योजना बना रही हैं।छत्तीसगढ़ सरकार के निर्देश पर वहां के वरिष्ठ अधिकारी मुदित कुमार इटावा सफारी आकर पूरा प्रस्ताव ले जा चुके हैं। पांच राज्यों में सफारी निर्माण संभव संमझा जाता है कि जल्द ही पांच अन्य राज्यों में सफारी का निर्माण शुरू हो जाएगा। महाराष्ट्र के नागपुर में सफारी स्थापित करने के लिए वन विभाग के अफसरों ने इटावा सफारी के अफसरों से संपर्क साधा है। बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को ओएसडी व राज्य के प्रमुख वन संरक्षक गोपाल सिंह भी इटावा सफारी पार्क का दौरा पिछले माह कर चुके हैं। वे मुख्यमंत्री नितीश कुमार के गृह जनपद नालंदा में सफारी खोलने की योजना को अंतिम रूप दे रहे हैं। जून में मध्य प्रदेश के वन विभाग के अफसर कंचन देवी व पंकज अग्रवाल इटावा सफारी का दौरा कर खासी जानकारी ले गए हैं। मध्य प्रदेश में सफारी खोलने की योजना को तैयार कर रहे हैं। हरियाणा के वन अफसरों ने भी इटावा सफारी पार्क के मास्टर प्लान को अपने राज्य में सफारी की स्थापना के लिए मंगवाया है। वन्य जीवों के संरक्षण की पहल इटावा सफारी पार्क के निदेशक पीपी सिंह कहते हैं कि देश के अन्य राज्यों द्वारा इटावा सफारी पार्क के मॉडल को अपनाया जाना निश्चित तौर पर वन्य जीव प्रबंधन के जागरूकता संरक्षण में सराहनीय पहल है। हर राज्य में वन्य जीव कम होते जा रहे हैं जिनके संरक्षण की जरूरत है।

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