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कानपुर में बाइक सवार बदमाशों ने पेट्रोल पंप मैनेजर से लूटे 9 लाख रुपये
BY Suryakant Pathak29 Jun 2017 2:07 AM GMT

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Suryakant Pathak29 Jun 2017 2:07 AM GMT
ट्रांसपोर्टनगर जूही स्थित सेंट्रल बैंक के बाहर बुधवार सरेआम बाइक सवार बदमाशों ने एक पेट्रोल पम्प मैनेजर से नौ लाख की लूट को अंजाम दिया। घटना के बाद बदमाश हवा में तमंचा लहराते हुए भाग निकले। भीड़ लुटेरों को पकड़ने के लिए उनके पीछे भागी। भागने के दौरान लुटेरों की बाइक एक पिकअप से टकरा गई, जिससे एक बदमाश का तमंचा कूड़े में गिर गया। सूचना पर आईजी रेंज, एसएसपी समेत कई थानों की फोर्स और क्राइम ब्रांच की टीम पहुंची। घटना को अंजाम देने वाले बदमाश सीसीटीवी कैमरे में कैद हो गए हैं। आईजी रेंज आलोक सिंह का कहना है कि दो वीडियो लीड मिली है। घटना को लेकर कुछ अहम सुराग और हाथ लगे हैं। पुलिस जल्द ही इस मामले का खुलासा कर लेगी।
सिरकी मोहाल निवासी नितिन कुमार पाल बाबूपुरवा स्थित पेट्रोल पंप पर मैनेजर है। रोज की तरह बुधवार दोपहर करीब पौने दो बजे नितिन फिलिंग स्टेशन के 5.82 लाख रुपए और 3.18 लाख की दो चेक झोले में लेकर टीपी नगर स्थित सेंट्रल बैंक में जमा करने पहुंचा। नितिन के मुताबिक उसने बैंक के बाहर अपनी बाइक जैसे ही खड़ी की, पीछे से एक युवक मुंह पर अंगौछा बांधे हुए आया और तमंचा तानकर रुपयों से भरा झोला छीनने लगा। उसने विरोध किया तो युवक ने कनपटी पर तमंचा सटाकर गोली मारने की धमकी दी और नितिन से रुपए भरा झोला लूट लिया। उसका एक साथी सड़क पर मोटरसाइकिल स्टार्ट किए खड़ा हुआ था। उस पर बैठकर दोनों भाग निकले। भीड़ बाइक सवार बदमाशों के पीछे भागे, आगे टुनटुनिया फाटक तिराहा पर बदमाशों की मोटरसाइकिल एक पिकअप से टकरा गई। जिससे उनका तमंचा वहीं बगल में बने कूड़े के ढेर में गिर गया बाद में पुलिस ने उसे बरामद कर लिया।
घटना से पुलिस महकमे में हड़कंप मच गया और आईजी रेंज आलोक सिंह, एसएसपी सोनिया सिंह समेत अन्य अधिकारी मौके पर पहुंचे। क्राइम ब्रांच को भी बुलाया गया।
फुटेज में भागते हुए कैद हुए लुटेरे
आईजी रेंज और एसएसपी ने मौका मुआयना करने के अलावा उसी रोड पर सीसी टीवी कैमरों की तलाश की। घटना स्थल से थोड़ी दूरी पर ओम लकी ट्रांसपोर्ट कम्पनी के बाहर सीसी टीवी कैमरा लगा हुआ था। पुलिस ने वहां का फुटेज देखा तो बदमाश उसमें निकलते दिखाई दिए। ब्लू अपाचे गाड़ी पर आगे वाले ने काली शर्ट और हेलमेट लगा रखा था। वहीं पीछे बैठा बदमाश सफेद शर्ट और ब्लू जींस में था। इसके अलावा पुलिस को एक अन्य ट्रांसपोर्ट कम्पनी से भी सीसी टीवी फुटेज मिला।
मैनेजर को दिखाया गया डोजीयर
बदमाश की पहचान कराने के लिए मैनेजर को डोजीयर दिखाया गया। उसमें दक्षिण क्षेत्र के कई सारे बदमाशों की फोटो और डीटेल मौजूद थी। हालांकि मैनेजर उनमें से किसी की शिनाख्त नहीं कर सका।
काफी दिनों की रेकी के बाद घटना की
घटना को अंजाम देने से पहले बदमाशों ने कई दिनों तक रेकी की। यह बात इसलिए साफ होती है क्योंकि नितिन हर रोज बैंक में रुपए जमा करने जाता था। और लुटेरों ने उसी को टारगेट कैसे किया। यह अपने आप में बड़ा सवाल है। हालांकि लुटेरों ने बैंक में घुसकर रेकी की है कि नहीं इसकी जानकारी पुलिस को भी नहीं क्योंकि पुलिस ने बैंक के अंदर लगे सीसी टीवी फुटेज देखे ही नहीं हैं।
साथी छुट्टी पर था
नितिन के साथ पैसा जमा कराने के लिए एक और साथी आता था मगर उसकी पत्नी की तबीयत खराब हो जाने के कारण बुधवार को नितिन अकेले ही पैसा जमा कराने के लिए आया था। घटना को लेकर क्राइम ब्रांच को कुछ अहम सुराग मिले हैं। जिसमें यह निकल कर सामने आया है कि आरोपी पास के ही एक दूसरे शहर के हैं।
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