फर्रुखाबाद पुलिस लाइन में युवती से गैंगरेप, दो सिपाही नामजद
BY Suryakant Pathak26 Jun 2017 7:24 AM GMT

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Suryakant Pathak26 Jun 2017 7:24 AM GMT
फर्रुखाबाद : किसी भी जिले में पुलिस लाइन को सबसे सुरक्षित माना जाता है, लेकिन एक युवती के साथ पुलिस लाइन का अनुभव बेहद कड़वा रहा। फर्रुखाबाद में कानून के रखवाले दो सिपाहियों ने परसों फर्रुखाबाद पुलिस लाइन में एक युवती के साथ गैंगरेप किया। इनके खिलाफ मामला दर्ज कर इनकी तलाश की जा रही है।
फर्रुखाबाद में मानवता को शर्मसार करने वाली एक घटना सामने आई। यहां पुलिस की वर्दी में छिपे बैठे दो दरिंदों ने पुलिस लाइन के अंदर एक युवती के साथ बंधक बनाकर गैंगरेप की घटना को अंजाम दिया। अपने मामा के घर फर्रुखाबाद आ रही शाहजहांपुर की किशोरी को गांव के ही युवक व उसके साथी सिपाही ने मामा के घर पहुंचाने के बहाने पुलिस लाइन ले जाकर गैंगरेप किया। रात भर बंधक बनाए रखने के बाद सुबह चकमा देकर भाग निकली। पीडि़ता के एसपी से गुहार लगाने के बाद पुलिस ने मुकदमा दर्ज किया।
शाहजहांपुर के थाना अल्लाहगंज के चिलौआ निवासी 17 वर्षीय किशोरी के मामा शहर के जसमई दरवाजा के निकट रहते हैं। किशोरी परसों सुबह घर से मामा के यहां आने को बस से निकली थी। पांचाल घाट पर बस खड़ी हुई तो गांव का ही उपेन्द्र त्रिवेदी बस में चढ़ा और किशोरी को नीचे बुलाया। परिचित होने से किशोरी नीचे उतर आई। उपेन्द्र ने कहा कि उसके पास कार है, वह उसे मामा के घर छोड़ देगा। कार में अल्लाहगंज में चल रही यूपी 100 का चालक अजय कुमार भी था। सिपाही अजय व उपेंद्र किशोरी को पुलिस लाइन ले गए। उसे ब्लाक नंबर आठ के कमरा नंबर छह में बंद कर दोनों ने रात भर कई बार दुष्कर्म किया। वह चकमा देकर सुबह वहां से भागी और बस में बैठकर गांव पहुंची।
सूचना मिलने पर उसके मामा चिलौआ गए और किशोरी को लेकर एसपी के पास पहुंचे। एसपी के आदेश पर फतेहगढ़ कोतवाली में मुकदमा दर्ज किया गया। रात में कोतवाली प्रभारी किशोरी को लेकर पुलिस लाइन गए। उसने उस कमरे की पहचान कर ली, जिसमें उसे बंधक बनाकर दुष्कर्म किया गया। बताया गया वह कमरा फील्ड यूनिट में तैनात सिपाही दिनेश चंद्र के नाम है।
कोतवाली प्रभारी अनूप निगम ने बताया तहरीर के आधार पर मुकदमा दर्ज कर कार्रवाई की जा रही है। एसपी दयानंद मिश्रा ने दोनों सिपाहियों के विरूद्ध मुकदमा दर्ज करने के आदेश दिए हैं। घटना को अंजाम देने के बाद दोनों आरोपी सिपाही फरार हैं। वहीं पुलिस दोनों सिपाहियों को बचाने में जुटी है।
पुलिस लाइन का गेट देख किशोरी पहुंची घटनास्थल
किशोरी की आपबीती सुनने के बाद मामा व अन्य उसे लेकर शाम को फर्रुखाबाद आए। किशोरी ने बताया कि उसे कार से जिस जगह ले जाया गया था, वह बड़ा थाना था। इसके अलावा कुछ नहीं बता पा रही थी। किशोरी को लेकर उसके मामा महिला थाने जा रहे थे। पुलिस लाइन का गेट देखते ही किशोरी ने बताया कि इसी जगह से उसे ले जाया गया था। इसके बाद वह पुलिस को लेकर उस मकान तक पहुंची, जिसमें उसे बंधक बनाकर दुष्कर्म किया गया।
किशोरी के मामा ने बताया कि उनकी भांजी अक्सर अकेले ही उनके यहां आती जाती थी। आरोपी उपेंद्र गांव चिलौआ का ही रहने वाला है। उसकी गांव कोयला में मोबाइल की दुकान है। यूपी 100 का सिपाही अजय उपेंद्र की दुकान पर ही अपना वाहन खड़ा करके बैठा रहता है। इससे दोनों में दोस्ती है। उपेंद्र ने किशोरी को बस पर बैठते हुए देख लिया था। इसी के बाद उसने सिपाही के साथ मिलकर किशोरी का अपहरण कर दुष्कर्म करने की योजना बनाई।
उन्होंने बताया कि भांजी के मुताबिक है कि आवास के सामने वर्दी पहने दारोगा खड़े थे, जिनसे सिपाही अजय व उपेंद्र बात करने लगा। उसी बीच वह भाग निकली थी। वह रिपोर्ट दर्ज कराने के लिए महिला थाने गए तो किशोरी ने गेट पहचान लिया। महिला थाना प्रभारी ने कहा वह एसपी से मिलें या फतेहगढ़ कोतवाली जाएं। वह अधिकारियों के आदेश पर ही मामला दर्ज कर सकती हैं।
इसी के बाद वह एसपी से मिलने गए। मामा ने बताया शनिवार देर रात तक जब किशोरी घर नहीं आई तो उन्होंने उसके मोबाइल पर कई बार फोन किया। घंटी बजती रही। बाद में सिपाही अजय ने फोन छीनकर स्विच आफ कर दिया। रात में यूपी 100 नंबर पर फोन कर शाहजहांपुर से किशोरी के घर से गायब होने की सूचना दी थी।
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