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सेक्युलरिज्म की पट्टी के कारण लोग अयोध्या का नाम लेना नहीं चाहते: सीएम योगी
BY Suryakant Pathak25 Jun 2017 8:33 AM GMT

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Suryakant Pathak25 Jun 2017 8:33 AM GMT
लखनऊ में सीएम योगी आदित्यनाथ ने रविवार को पर्यटन से जुड़ी यूपी की 8 वेबसाइट का लोकार्पण किया.
इस दौरान सीएम योगी ने अंकोरवाट मंदिर का जिक्र करते हुए कहा कि विदेशों ने हमारी संस्कृति को संभाल कर रखा लेकिन हम लोगों ने नहीं रखा. सेक्युलरिज्म की पट्टी बांध ली इसलिए लोग अयोध्या का नाम लेना नहीं चाहते.
उत्तर प्रदेश में पर्यटन विकास विषय पर आयोजित सेमीनार में सीएम योगी ने कहा कि पर्यटन की दृष्टि से उत्तर प्रदेश समृद्ध प्रदेश है. लेकिन यहां जितने प्रयास होने चाहिए थे, उतने नहीं हुए. दुनिया के कई देशों से लोग प्रयाग में कुम्भ में स्नान करने आते हैं.
चित्रकूट का 60 हजार वर्ष का इतिहास है. थाईलैंड की अर्थव्यवस्था अंकोरवाट के मंदिर पर निर्भर है. दुनिया का सबसे बड़ा मंदिर है अंकोरवाट है. भारत सांस्कृतिक एकता से बंधा है. उत्तर से दक्षिण को जोड़ने का काम राम ने किया.
जबकि पूर्व से पश्चिम को जोड़ने का काम कृष्ण ने किया. यह पर्यटन के लिहाज से महत्वपूर्ण है, लेकिन इसको जोड़ने का काम नहीं किया गया. उत्तर प्रदेश में राम कृष्ण, शंकर और देवी के मंदिर हैं. पर्यटन की दिशा में काम करना पड़ेगा इसलिए रामायण सर्किट, कृष्णा सर्किट बुद्ध सर्किट का निर्माण करना पड़ेगा.
सीएम ने कहा कि पूरी दुनिया आज योग के पीछे भाग रही है, उसकी शुरूआत महायोगी गोरखनाथ ने शुरू की. हम जेवर को इंटरनेशनल एयरपोर्ट बनाएंगे, कुशीनगर को इंटरनेशनल एयरपोर्ट बनवाने की प्रकिया में है.
सीएम योगी ने कहा कि दुनिया के बहुत से देशों की आबादी से ज्यादा लोग प्रयागराज में कुंभ के दौरान आते हैं. रामनवमी में दुनिया के कई देशों की आबादी से लोग आते हैं. देवी मंदिरो में ऐसी स्थिति देख सकते हैं.
5000 वर्ष पहले भागवत में उल्लेख होता है कि शुक्रताल का हजारों वर्षों का इतिहास है. चित्रकूट में 8000 वर्षों का इतिहास है. उन्होंने कहा कि मैं थाईलैंड गया, दुनिया के सबसे बड़े मंदिर अंकोरवाट में गया. अंकोरवाट में रामायण को चित्रों के माध्यम से उकेरा गया. वहां गाइड मिला, उसने कहा कि मैं बौद्ध हूं लेकिन मेरा ओरिजिन हिंदू है.
थाइलैंड का राजा खुद को राम का वंशज मानते हैं. वहां सभी हाईवे राम के नाम पर हैं. पूरे महल में रामायण के चित्रों को उकेरा गया है. थाईलैंड की पुरानी राजधानी का नाम अयोध्या था.
उन्होंने कहा कि विदेशों ने हमारी संस्कृति को संभाल कर रखा लेकिन हम लोगों ने नहीं रखा. सेक्युलरिज्म की पट्टी बांध ली इसलिए लोग अयोध्या का नाम लेना नहीं चाहते. हमारी सरकार ने 24 घंटा बिजली देने की शुरूआत अयोध्या, विंध्याचंल जैसी जगह से की है. ये हमारी आस्था के साथ ही पर्यटन के लिए भी प्रमुख हैं.
उन्होंने कहा कि बीजेपी की सरकार भारत की एकता और अखंडता की विचारधारा को लेकर चलना चाहती है. यह भाव पर्यटन मंत्रालय पैदा कर सकता है.
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