एक हजार मीट्रिक टन आम के निर्यात का लक्ष्य
BY Suryakant Pathak25 Jun 2017 2:52 AM GMT

X
Suryakant Pathak25 Jun 2017 2:52 AM GMT
लखनऊ : सरकार अगले साल 300 की बजाय 1000 मीट्रिक टन आम का निर्यात करेगी। संबंधित विभाग इसके लिए अभी से तैयारी कर लें। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने यह लक्ष्य शनिवार को यहां इंदिरा गांधी प्रतिष्ठान में आयोजित आम महोत्सव के दौरान दिया। योगी ने कहा कि प्रचार का दौर है। अगर हम अपनी बेहतरीन प्रजातियों का प्रचार-प्रसार करें तो निर्यात बढऩा तय है। इसमें ऐसे महोत्सव महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकते हैं। कृषि उत्पादन मंडी परिषद आम के निर्यात पर अनुदान के रूप में सुविधाएं देती है। बावजूद इसके उपज के अनुरूप निर्यात नहीं है। इससे किसानों को भी अपेक्षित लाभ नहीं मिलता। निर्यात बढ़ाने के साथ सरकार का जोर प्रसंस्करण पर होगा। इसके लिए सभी पक्षों की राय लेकर विभाग कार्ययोजना तैयार करें। योगी ने आम उत्पादन की तकनीक पर आधारित एक पत्रिका का विमोचन किया। पूर्वांचल की लोकप्रिय प्रजाति गवरजीत का पौधा लगाया और प्रदर्शनी के हर स्टाल पर गए, उसे देखा और बागवानों एवं किसानों से बात भी की।
किसानों को आधुनिक तकनीक से जोड़ें
मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री की मंशा के अनुरूप वर्ष 2022 तक किसानों की आय दोगुना करना है। इसमें तकनीक की भूमिका महत्वपूर्ण होगी। किसानों को तकनीक से जोड़ें। इससे कम लागत में उत्पादन बढ़ जाएगा। गन्ने की खेती में सिर्फ टिश्यू कल्चर विधा अपनाने से उत्पादन चार गुना तक बढ़ जाएगा। ऐसे में आय बढऩा तय है। सरकार किसानों की खुशहाली के लिए हर संभव प्रयास कर रही है। कर्जमाफी, रिकार्ड गेहूं खरीद, बाजार हस्तक्षेप योजना के तहत पहली बार आलू खरीद इसका सुबूत है।
Next Story