भगवान् को प्राप्त करने की कोई उम्र नहीं होती : स्वामी आधार चैतन्य
BY Suryakant Pathak14 Feb 2017 11:11 AM GMT

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Suryakant Pathak14 Feb 2017 11:11 AM GMT
सैफई ( इटावा) भगवान को प्राप्त करने की कोई उम्र नहीं होती और न ही भगवान किसी लोभ लालच के भूखे है वो राजा और भिखारी को समान मानते है, समान भाव से प्रेम करते है।
ये प्रवचन विख्यात कथा बाचक स्वामी आधार चेतन्य ने सैफई क्षेत्र के ग्राम बघुइया में भक्तो को दिए। उन्होंने कहा कि भगवान अपने भक्त की पुकार सुनकर तुरंत दौड़े चले आते है भक्त प्रहलाद ने 5 वर्ष की उम्र में भगवान के दर्शन ही नहीं किये बल्कि उनका प्रेम भी पाया। ये प्रेम हर किसी के नसीब में नहीं होता इस प्रेम को पाने के लिए बहुत कुछ करना पड़ता है भक्त की भगवान परीक्षा भी लेते है ध्रुव को भी परीक्षा देनी पड़ी तभी वो भगवान के हो पाये।श्री शास्त्री ने कहा कि भगवान को भजने वाला भगवान का हो जाता है भगवान को जब जब उनके भक्तो ने पुकारा वो नंगे पैर दौड़े चले आये। द्रोपदी ने सच्चे मन से भगवान को पुकारा तो त्रिलोकी दौड़े चले आये श्री मद्भागवत कथा का आयोजन योगेंद्र यादव द्वारा किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि अब देश में रामराज्य की जरुरत है और ये तभी सम्भब है जब पेड़ लगाये जाए, बच्चों को संस्कारी शिक्षा मिले, हर घर में गाय पाली जाए जल की बर्बादी रोकी जाए, घरो में हवन पूजन के आयोजन होते रहे तभी रामराज्य सम्भव है। इस अवसर पर रामबाबू यादव ने स्वामी आधार चेतन्य का स्वागत किया।
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