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अमर का हमला : दो कौड़ी के आज़म के पास पांच साल में दो हज़ार करोड़ कहाँ से आए ?
BY Suryakant Pathak13 Feb 2017 3:13 AM GMT
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Suryakant Pathak13 Feb 2017 3:13 AM GMT
अमर सिंह ने धुर विरोधी आज़म खान पर बड़ा हमला बोला है. कहा है कि आज़म खान बताएँ कि पाँच साल में दो हज़ार करोड़ कहां से आए, जिससे रामपुर में इतना बड़ा विश्वविद्यालय खोले. इंडिया टीवी के आप की अदालत प्रोग्राम में ख़ुद को दलाल कहे जाने पर अपने तर्क से बचाव किया. कहा कि लड़का-लड़की का विवाह कराने वाला पंडित भी तो दलाल होता है. दो देशों के बीच डिप्लोमैटिक संबंध क़ायम करने वाला डिप्लोमेट भी तो दलाल होता है. कभी कभी दलाल भी अच्छा काम करता है.
आज़म खान तो दो कौड़ी का आदमी
आप की अदालत प्रोग्राम में आज़म खान पर अमर सिंह जमकर भड़के. जब उनसे पूछा गया कि आज़म तो आपको दलाल, खरतवार....न जाने क्या- क्या कहते हैं. बहुत गालियाँ देते हैं. इस पर अमर सिंह ने कहाकि आज़म खान तो दो कौड़ी का आदमी है. मैं दलाल भले हूँ मगर आज़म खान की तरह देशद्रोही तो नहीं हूँ , जो कश्मीर को भारत का अंग नहीं मानता. ऐसे देशद्रोही को मैं जनता से हराने की अपील करता हूं. अमर सिंह ने ख़ुद को आज़म की ओर से खर पतवार कहे जाने पर कहाकि जो सफ़ाईकर्मी के स्तर का होता है उसे हर चीज़ खर पतवार ही लगता है.
पीएम मोदी की तारीफ
फायरब्रांड एमपी, जो कि मुलायम सिंह यादव की समाजवादी पार्टी में कुनबे के बीच हुई लड़ाई में काफी अहम किरदार थे, ने पीएम मोदी की तारीफ करते हुए कहा, 'मोदीजी आर.एस.एस. के प्रचारक रहे होंगे, लेकिन क्या वह भारी बहुमत से देश के प्रधानमंत्री नहीं बने, मोदीजी क्या सिर्फ बीजेपी के प्रधानमंत्री हैं, हमारे भी प्रधानमंत्री हैं।'
उन्होंने कहा, 'मोदीजी के बारे में एक चीज मैं जरूर कहूंगा, उनका कोई परिवार नहीं है, कोई पुत्र नहीं है, उनकी कोई विरासत की सियासत नहीं है। यहां तक कि मुलायम सिंह की भी कोई राजनीतिक 'विरासत' नहीं थी, मुलायम सिंह और मोदीजी इस मामले में एक जैसे हैं। मोतीलाल नेहरू, जवाहरलाल नेहरू इंदिरा गांधी, राजीव गांधी, सोनिया गांधी, राहुल गांधी, श्रृंखला चली जा रही है पुरखों की, विरासत, सियासत और तिजारत की, लेकिन मोदीजी के बारे में ऐसी कोई बात नहीं है।'
'यही नरेश अग्रवाल ने सबसे पहले कहा था चायवाला मोदी, उसको दोहराया मणिशंकर अय्यर ने, उसको मुद्दा बना लिया मोदीजी ने कि चायवाला प्रधानमंत्री बन सकता है या नहीं। अब्राहम लिंकन तो जूते की पॉलिश करते थे, मरम्मत करते थे, (अमेरिका के) राष्ट्रपति बन गए, हम भी एक गरीब परिवार से आए हैं।'
अब 'मुलायमवाद' के दिन लद गए
जब रजत शर्मा ने अमर सिंह से यह पूछा कि वह 'चायवाला' मोदी के साथ थे या अब दरकिनार कर दिए गए नेता मुलायम सिंह के साथ, उन्होंने कहा, 'मैं सारी जिंदगी साइडलाइन्ड किए गए मुलायम सिंह के साथ ही रहूंगा।' 'मैं 'मुलायमवादी' रहा हूं, लेकिन अब 'मुलायमवाद' के दिन लद गए, मुलायम जी को दरकिनार किया जा चुका है, उन्होंने 'अखिलेशवाद' या 'पुत्रवाद' स्वीकार कर लिया है। फिर भी, मुलायम सिंह मेरे और अखिलेश मेरे भतीजे बने रहेंगे। अखिलेश समर्थक मेरे पोस्टर पर पिशाब कर सकते हैं, मुझे गालियां बक सकते हैं, लेकिन मैं अपना स्तर नहीं गिराऊंगा।'
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