बसपा के विवादित नेता से थप्पड़ का बदला लेने मैदान में उतरा है ये
BY Suryakant Pathak10 Feb 2017 1:00 PM GMT
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Suryakant Pathak10 Feb 2017 1:00 PM GMT
छह साल पहले आज ही के दिन 10 फरवरी को मेरठ की सरधना सीट से तत्कालीन विधायक हाजी याकूब कुरैशी ने यूपी पुलिस के एक कांस्टेबल को सरेराह थप्पड़ जड़ा था और उसकी वर्दी भी फाड़ दी थी.
उस समय सत्ता की हनक के आगे पीड़ित कांस्टेबल अपने और वर्दी की सम्मान के लिए कुछ भी नहीं कर सका था. लेकिन इस बार वह बसपा के मेरठ साउथ सीट से प्रत्याशी हाजी याकूब कुरैशी से अपने अपमान का बदला लेने के लिए चुनावी मैदान में है. इस सीट पर 11 फ़रवरी को मतदान होंगे.
चहन सिंह आज 61 साल के हैं और रिटायर हो चुके हैं, लेकिन छह साल पहले जो कुछ भी उनके साथ हुआ वह उसे भुला नहीं सके हैं. वे इस बार के विधानसभा चुनावों में शिव सेना के टिकट पर कुरैशी के खिलाफ चुनाव लड़ रहे हैं. इस चुनाव में सिंह की बस यही कोशिश है कि किसी भी सूरत में कुरैशी की जीत को रोका जा सके.
क्या हुआ था 10 फरवरी 2011 को
दरअसल सिंह की बस इतनी ही गलती थी कि उसने विधयक के काफिले की गाड़ियों के रूट को डायवर्ट करने की कोशिश की थी. क्योंकि उसी रास्ते से उस दिन एक यात्रा निकल रही थी. लेकिन कुरैशी को यह नागवार गुजरी और उसने सिंह को थप्पड़ जड़ दिया और उनकी वर्दी भी फाड़ दी.
हालांकि इस घटना के बाद काफी हो हल्ला मचा, लेकिन पुलिस ने एफआईआर तक दर्ज नहीं की. आखिर में सिंह पर ही दबाव डालकर समझौता कराया गया. लेकिन अपने साथ हुई इस घटना को वे भूले नहीं. आज वे कुरैशी को हराना चाहते हैं.
सिंह का कहना है कि "मैं न्याय चाहता हूं. ये कोई जात की दुश्मनी नहीं है. ये नीति की लड़ाई है."
बता दें कुरैशी का नाम पहली बार मीडिया में 2006 में तब सुर्ख़ियों में आया था जब उन्होंने एक दानिश कार्टूनिस्ट, जिसने मोहम्मद पैगंबर की विवादस्पद कार्टून बनाया था, का सर कलम करने वाले को 51 करोड़ का इनाम देने की घोषणा की थी.
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